परीक्षा से पहले ही बंद कर दी फर्स्ट सेमेस्टर की कक्षाएं

राजसेस कॉलेजों में बीए प्रथम सेमेस्टर का मामला

परीक्षा से पहले ही बंद कर दी फर्स्ट सेमेस्टर की कक्षाएं

90 घंटे ही कक्षाएं संचालित करने के नियमों का हवाला देकर बंद की क्लासें।

कोटा। कॉलेज एजुकेशन सोसायटी के अधीन संचालित राजकीय महाविद्यालयों में परीक्षा से पहले ही बीए प्रथम वर्ष की कक्षाएं बंद कर दी गई हैं। जबकि, सेमेस्टर परीक्षाएं सिर पर हैं और 30 से 40 प्रतिशत कोर्स अधूरे हैं। इसके बावजूद कक्षाएं संचालित नहीं करवाई जा रही है। विद्यार्थियों को परीक्षा परिणाम बिगड़ने का डर सताने लगा है। दरअसल, राजसेस कॉलेजों में बीए फर्स्ट इयर के प्रथम सेमेस्टर में कॉलेज प्रशासन द्वारा 90 दिन ही कक्षाएं संचालित किए जाने के नियमों का  हवाला देकर शिक्षकों को कक्षाएं न लेने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में विद्या संबल शिक्षकों द्वारा कक्षाएं नहीं लेने से शिक्षण व्यवस्था डगमगा गई है। 

एग्जाम तिथि घोषित होने तक चलती हैं कक्षाएं
राजकीय कला कन्या महाविद्यालय रामपुरा के सहायक आचार्य डॉ. मोहम्मद हनीफ खान बताते हैं, सेमेस्टर प्रणाली के तहत परीक्षा तिथि घोषित होने से पहले तक कक्षाएं संचालित किए जाने और परीक्षा समाप्त होने के अगले दिन से ही दूसरे सेमेस्टर की कक्षाएं शुरू करने का प्रावधान है। गत वर्ष सत्र 2023-24 में भी इसी प्रणाली के तहत कक्षाएं संचालित की गई थी। इस बार 90 घंटे ही क्लासें लगाने का  हवाला देते हुए परीक्षा की तिथि घोषित होने से पूर्व ही कक्षाएं लेने से मना कर दिया गया।  जबकि, अभी 30 प्रतिशत से ज्यादा कोर्स अधूरे हैं।  

24 सप्ताह या 28 फरवरी तक संचालित का नियम
राजस्थान कॉलेज एजुकेशन सोसायटी शैक्षिक महासंघ की प्रदेशाध्यक्ष डॉ. शर्मिला कुमारी व शाहबाद कॉलेज की सहायक आचार्य डॉ. ज्योति कुमारी ने बताया कि राजसेस कॉलेजों में 90 घंटे कक्षाएं संचालित किए जाने का कोई नियम नहीं है। बल्कि 24 सप्ताह या 28 फरवरी दोनों में से जो भी पहले हो, तब तक कक्षाएं संचालित किए जाने का प्रावधान है। इसके बावजूद कॉलेज प्रशासन अपनी मनमर्जी चला रहे हैं और विद्या संबल शिक्षकों को प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं न लेने के निर्देश दिए गए हैं। जबकि, सिलेबस ही नहीं, प्रेक्टिकल व मिड टर्म भी अधूरे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को अनावश्यक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। 

परीक्षा परिणाम बिगड़ने का सता रहा डर 
हाड़ौती के कई राजसेस कॉलेजों में यूजी प्रथम सेमेस्टर में तीस से चालीस प्रतिशत कोर्स अधूरे हैं। वहीं, जनवरी के आखिरी या फरवरी के प्रथम सप्ताह में सेमेस्टर के एग्जाम होने हैं। ऐसे में परीक्षा से पहले ही कक्षाएं बंद करवा देने से विद्यार्थियों को परीक्षा परिणाम बिगड़ने का डर सताने लगा है। विद्यार्थियों का कहना है कि 5 में अभी तक 3 यूनिट ही पूरी हो सकी है। दो यूनिट अभी भी अधूरी है, ऐसी स्थिति में विद्या संबल शिक्षकों को कक्षाएं लेने से मना कर दिया। ऐसे में परीक्षा की तैयारी कैसे करेंगे। 

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बीए प्रथम वर्ष के प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं 2 जनवरी से ही बंद करवा दी गई है। जबकि, 30 से 40% कोर्स अधूरा हैं। परीक्षा की तिथियां घोषित होने तक कक्षाएं संचालित करवाई जानी चाहिए, ताकि एग्जाम से पहले तक सिलेबस पूरा हो सके। 
- अनसुईया मीणा, छात्रा प्रतिनिधि रामपुरा कॉलेज

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हमारा आधा सिलेबस अभी बाकी है। कक्षाएं नहीं लगने से एग्जाम की तैयारी नहीं हो पा रही। यदि,अधूरी ईकाइयों से पेपर में प्रश्न आ गए तो क्या लिखेंगे। कॉलेज प्रशासन को छात्राओं के हित को देखते हुए कक्षाएं संचालित करवाई जानी चाहिए।
- लक्ष्मी मीणा, छात्रा बीए प्रथम सेमेस्टर, रामपुरा कॉलेज

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कोटा विवि द्वारा इन दिनों एग्जाम फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। अभी परीक्षा की तिथियां घोषित नहीं हुई है, फिर कक्षाएं कैसे बंद करवा सकते हैं। छात्राएं फीस देकर कॉलेज में अध्ययनरत हैं, ऐसे में कॉलेज प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह समय पर कोर्स पूरा करवाए। नियमित कक्षाएं लगवाई जाए।
- देवंती कहार, छात्रा प्रतिनिधि रामपुरा कॉलेज

अचानक से कक्षाएं बंद कर देना, कहां का इंसाफ है। स्टूडेंट्स पढ़ना चाहते हैं और टीचर पढ़ाना, इसके बावजूद कक्षाएं नहीं लगवाई जा रही। कई टॉपिक ऐसे हैं समझ में नहीं आ रहे, कक्षाएं नहीं लगने से कोई समझाने वाला भी नहीं है। 
- खुशबू खत्री, छात्रा प्रथम सेमेस्टर 

हमारे यहां आॅफिशियली 11 दिसम्बर से ही प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं बंद करवा दी गई है। राजसेस कॉलेजों में परमानेंट फैकल्टी नहीं होने से हर साल ऐसी समस्याओं से विद्यार्थियों को जूझना पड़ता है। 
- हरिप्रकाश कुमार, तालेड़ा कॉलेज 

नियमानुसार ही बंद की कक्षाएं
बीए प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं 90 घंटे संचालित किए जाने का ही प्रावधान है। आयुक्तालय के निर्देशानुसार ही कार्य किया जा रहा है। यह केवल रामपुरा कॉलेज में ही नहीं संभाग से सभी राजसेस कॉलेजों में 90 कलाशं पूरे होने पर नियमानुसार कक्षाओं का संचालन बंद किया गया है। ताकि, बच्चे घर पर परीक्षा की तैयारी कर सके। 
- प्रो. राजेश चौहान, प्राचार्य राज. कन्या महाविद्यालय रामपुरा

आयुक्तालय के निर्देशानुसार ही कार्य किया जा रहा है। हमारे यहां प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं संचालित की जा रही है। 
- प्रो. बीके शर्मा, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय तालेड़ा

इनका कहना है
प्रथम वर्ष के प्रथम सेमेस्टर के लिए लगाए गए विद्या संबल शिक्षकों से 90 कलांश में ही निर्धारित पाठ्यक्रम पूरा करवाने के निर्देश आयुक्तालय द्वारा प्राचार्यों को दिए गए हैं। यदि, पाठ्यक्रम अधूरे रहने की शिकायत पूरी कक्षा द्वारा की जाती है तो आयुक्तालय से निर्देश प्राप्त कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
- प्रो. गीताराम शर्मा, सहायक क्षेत्रिय निदेशक, कॉलेज आयुक्तालय कोटा 

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