विश्वविद्यालय में प्राकृतिक चिकित्सा पर कार्यशाला आयोजित, विद्यार्थियों ने उत्साहित होकर लिया हिस्सा
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. विकी वर्मा ने की
राज्य विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में प्राकृतिक चिकित्सा आधारित “स्वास्थ्य व कल्याण” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई। डॉ. किरण गुप्ता ने मेडिटेशन, भ्रामरी प्राणायाम और योग तकनीकों का अभ्यास करवाया। विशेषज्ञों ने फेस योगा, वोकल कॉर्ड सुरक्षा और मड थेरेपी पर प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में मानसिक स्वास्थ्य, सौंदर्य संवर्धन और तनाव प्रबंधन पर उपयोगी जानकारी प्रदान की गई।
जयपुर। राज्य विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में “स्वास्थ्य व कल्याण: प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा संवर्धित संवर्धन” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का संचालन बापू नगर प्राकृतिक चिकित्सालय की वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. किरण गुप्ता द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. विकी वर्मा ने की। उन्होंने विद्यार्थियों को फेस योगा के लाभों, थायराइड–पैराथायराइड ग्रंथि, वोकल कॉर्ड सुरक्षा और जॉ–लाइन सुधार से जुड़े योग अभ्यासों की जानकारी दी। इसके बाद डॉ. सुमन और डॉ. श्वेता ने प्रतिभागियों को मड पैक थेरेपी का प्रायोगिक अनुभव करवाया।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में डॉ. किरण गुप्ता ने मेडिटेशन, भ्रामरी प्राणायाम और अन्य योग तकनीकों का अभ्यास करवाया। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा, योग और जीवनशैली सुधार मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने के प्रभावी और सुरक्षित उपाय हैं।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को प्राकृतिक उपचार, मानसिक स्वास्थ्य, सौंदर्य संवर्धन तथा तनाव प्रबंधन से जुड़ी विधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
इस कार्यशाला का आयोजन विभागाध्यक्ष प्रो. प्रेरणा पूरी के निर्देशन में हुआ, जबकि समन्वयन डॉ. ज्योति ने किया। कार्यक्रम में प्रो. उमा मित्तल और प्रो. सुशीला पारीक सहित विभाग के कई विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Comment List