गणगौर के दिन मौत के तांडव से पूरी कालोनी में दहशत, अपने पिता और माता को खोने के बाद बच्चा अब भी दहशत में
डेढ़ साल पहले बनाया था मकान
गणगौर के दिन बैनाड़ स्टेशन के पास स्थित शिव विहार कॉलोनी में काल ने ऐसा तांडव मचाया कि एक साथ तीन अर्थियां उठेंगी।
जयपुर। गणगौर के दिन बैनाड़ स्टेशन के पास स्थित शिव विहार कॉलोनी में काल ने ऐसा तांडव मचाया कि एक साथ तीन अर्थियां उठेंगी। इस दिल दहलाने वाली घटना से पूरी कॉलोनी में दहशत और सन्नाटा पसर गया। पंकज कुमावत ने जब हथौड़े से वार कर अपनी पत्नी और चाची मधु की हत्या की उस समय उसका खुद का बेटा यांश और सुनीता की बहन का बेटा हिमांक भी मौजूद था। बच्चों ने पुलिस को बताया कि पंकज ने उन्हें भी मारने के लिए हमला किया था, लेकिन उस वक्त मधु ने बीच बचाव करते हुए उनकी जान बचाई। तब पंकज ने मधु को मार दिया। वारदात के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि पंकज फाइनेंस का काम करने के साथ ही चलाता था। पुलिस ने जांच के लिए पंकज व अनीता का मोबाइल जब्त किया है। मौके पर पहुंचे डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवार्ई के निर्देश दिए। वारदात की सूचना के बाद पंकज के परिजन व रिश्तेदार भी मौके पर पहुंच गए। एक बारगी पूरी कॉलोनी में सन्नाटा फैल गया।
बच्चा बोला पापा मम्मी को मार रहे थे, मुझ पर भी हमला किया :
यांश ने पुलिस को आंखों देखी बताया कि वह हिमांक के साथ कमरे में बैठकर टीवी देख रहा था। तभी मम्मी की जोर से चीख सुनाई दी तो वह भागकर बाहर आया तो मम्मी फर्श पर पड़ी थी और पापा मार रहे थे। फर्श पर खून ही खून था। यांश ने शोर मचाया तो पंकज ने उस पर भी हमला कर दिया। तभी पंकज के साथ रह रही चाची मधु आ गई। मधु ने यांश को बचाकर भगा दिया, लेकिन तब तक पंकज ने मधु पर हमला शुरू कर दिया। यांश के पीछे-पीछे मौसी का लड़का हिमांक भी डरकर बाहर भाग गया।
डेढ़ साल पहले बनाया था मकान :
पड़ोसियों ने बताया कि सुनीता दो माह की गर्भवती थी। पंकज ने करीब डेढ़ साल पहले ही बैनाड़ स्टेशन के पास नया मकान बनाया था। पंकज कुछ समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इस कारण क्लेश भी कई बार हुआ। पंकज के भाई का परिवार हीरापुरा में रहता है। उनको फोन कर घटना की जानकारी दी गई।
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