नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शेर, बाघ और भालुओं की डाइट में होगा बदलाव
गर्मी में बदलेगा वन्यजीवों का डाइट प्लान
हाथीगांव में रह रहे हाथियों को दिए जाने वाले रिजका एवं गन्ने की मात्रा बढ़ाई जाएगी, ताकि उन्हें गर्मी के मौसम के अनुसार तरल पदार्थ मिलता रहे।
जयपुर। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में रहवास कर रहे वन्यजीवों का जल्द ही डाइट प्लान में परिवर्तन किया जाएगा। वन्यजीवों को 15 मार्च या अगले माह से गर्मियों के अनुरूप खान-पान देना शुरू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त इन्हें गर्मी से बचाने के लिए पानी में ग्लूकोज, इलेक्ट्रॉल और इम्यूनिटी बूस्टर के लिए जरूरी दवाइयां भी दी जाएगी। गर्मियों में भालूओं को सत्तू, शहद, दूध, सीजनल फल दिए जाएंगे। ज्यादा गर्मी पड़ने पर इन्हें फलों से बनी फू्रट आइसक्रीम भी दी जाएगी।
इनका बदलेगा खानपान
बायोलॉजिकल पार्क में रह रहे बाघ शिवाजी, बाघिन रानी सहित शेर त्रिपुर, शेरनी सृष्टि के डाइट में अंडा और बकरा मीट देना बंद किया जाएगा। इसके बदले उन्हें चिकन और पाड़ा मांस दिया जाएगा। शेरनी तारा के शावक को कीमा और चिकन सूप दिया जाएगा। इसे होली के बाद रेस्क्यू सेंटर के नियो निटेल केयर यूनिट से नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किए जाने की योजना है। घड़ियाल और मगरमच्छों को एक किलो के बजाए दो किलो मछली खाने में दी जाएगी।
इनका कहना...
यहां रह रहे वन्यजीवों को जल्द ही गर्मी के अनुसार डाइट देना शुरू किया जाएगा। इसके लिए 15 मार्च या अगले माह की शुरुआत से ऐसा किया जाएगा।
-डॉ.अरविंद माथुर,
वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक, नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क
सीजनल फू्रट्स मिलेंगे
यहां के एगजोटिक पार्क में हिप्पो फैमिली पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र हैं। इन्हें भी नॉर्मल डाइट के साथ ही खीरा अन्य चीजें दी जाएगी। गर्मी अधिक पड़ने पर तरबूज भी शुरू किए जाएंगे। हाथीगांव में रह रहे हाथियों को दिए जाने वाले रिजका एवं गन्ने की मात्रा बढ़ाई जाएगी, ताकि उन्हें गर्मी के मौसम के अनुसार तरल पदार्थ मिलता रहे।
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