इनका भी वैलेंटाइन : डॉक्टर के परामर्श के बाद इन्हें समय-समय पर छोड़ा जाता है साथ-साथ, शेर-शेरनी के जोड़ों को देख विजिटर्स रोमांचित
शिवाजी और रानी भी आकर्षण का केन्द्र
नाहरगढ़ जैविक उद्यान और लायन सफारी में वन्यजीवों को डॉक्टर के परामर्श पर समय समय पर साथ-साथ छोड़ा जाता है।
जयपुर। नाहरगढ़ जैविक उद्यान में पर्यटक विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवों को निहारते हैं। यहां इन्हें लायन, टाइगर, लेपर्ड, हाइना सहित अन्य वन्यजीव देखने को मिलते हैं। पिछले दिनों शेरनी दुर्गा को लायन सफारी से नाहरगढ़ जैविक उद्यान में शिफ्ट कर शेर त्रिपुर के साथ इसका जोड़ा बनाया है। जिन्हें स्टाफ की देखरेख में समय-समय पर एक साथ डिस्प्ले एरिया में छोड़ा जाता है। इस जोड़े को साथ देख कई बार पर्यटक भी रोमांचित हो जाते हैं। पिछले साल शेरनी दुर्गा ने एक शावक को जन्म दिया था। इसकी देखरेख यहां स्थित रेस्क्यू सेंटर में चल रही है।
यहां शक्ति और तारा को छोड़ा जा रहा एक साथ
जैविक उद्यान स्थित लायन सफारी में पर्यटकों के अवलोकनार्थ शेर शक्ति और शेरनी तारा को एक साथ जोड़ा बनाकर छोड़ा जा रहा है। इन्हें एक साथ देख पर्यटकों में भी खासा रोमांच देखने को मिलता है। जानकारी के अनुसार शेरनी तारा का जन्म साल 2017-18 में नाहरगढ़ जैविक उद्यान में ही हुआ था। वहीं शेर शक्ति को एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत गुजरात के शकरबाग जू से लाया गया था। इन्हें करीब करीब रोजाना ही सफारी में साथ-साथ छोड़ा जाता है।
इन्होंने दिया प्यार और दुलार
नाहरगढ़ जैविक उद्यान में बाघिन रानी ने पिछले साल दो शावकों को जन्म दिया था, लेकिन उसने शावकों की देखरेख नहीं दी। ऐसे में इन्हें नाहरगढ़ स्थित रेस्क्यू सेंटर लाया गया। जहां नाहरगढ़ जैविक उद्यान के वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने दोनों शावकों प्यार और दुलार दिया। उनकी डाइट, स्वास्थ सहित अन्य गतिविधियों पर नजर रखी। आज उसी का नजीता है कि दोनों शावक स्वस्थ हैं। वहीं शेरनी दुर्गा ने भी शावक को जन्म देने के बाद उसकी देखरेख नहीं की। ऐसे में डॉ. माथुर की निगरानी में उसकी भी देखरेख की जा रही है।
नाहरगढ़ जैविक उद्यान और लायन सफारी में वन्यजीवों को डॉक्टर के परामर्श पर समय समय पर साथ-साथ छोड़ा जाता है। लॉयन सफारी में शेरनी तारा और शेर शक्ति को पर्यटकों के अवलोकनार्थ एक साथ छोड़ा जा रहा है।
-देवेन्द्र सिंह राठौड़, एसीएफ, नाहरगढ़ जैविक उद्यान
शिवाजी और रानी भी आकर्षण का केन्द्र
बाघ शिवाजी और बाघिन रानी डिस्प्ले एरिया में अपनी मौजूदगी से दर्ज करा रहे हैं। यहां दोनों को समय-समय पर एक साथ छोड़ा जाता है। गुरुवार को एक ओर डिस्प्ले एरिया में बाघ शिवाजी दिखाई दिया तो वहीं दूसरी ओर कराल एरिया में बाघिन रानी को छोड़ा हुआ था। दोनों के बीच एक जाली थी। इससे दोनों एक दूसरे को निहारते नजर आए। बाघिन रानी के दोनों शावक स्कंदी और भीम स्वस्थ है। इन्हें भी पर्यटकों के अवलोकनार्थ डिस्प्ले एरिया में छोड़ा जाता है।
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