हारे हुए प्रत्याशियों से प्रस्ताव लेने पर टीकाराम जूली ने किया सवाल, सदन में पक्ष-विपक्ष में बहस
बीजेपी के हारे हुए प्रत्याशियों से प्रस्ताव लिया जा रहा है
मेरा सवाल है कि जो व्यक्ति चुनाव हार गया। वह जनप्रतिनिधि की श्रेणी में आता है या नहीं। सदन में यहाँ के सदस्यों से प्रस्ताव की बात की जाती है और अब हारे हुए प्रत्याशियों से सड़कों को लेकर प्रस्ताव दिए जा रहे हैं।
जयपुर: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से विधायकों को सार्वजनिक कार्यों से मिलने वाली राशि को लेकर सवाल उठाया। जूली ने कहा कि सड़कों को लेकर यह पैसा मिलता है। हमारी सरकार के वक्त 10 करोड रुपए दिए जा रहे थे, लेकिन सरकार ने 5 और 3 का प्रावधान किया गया है। पहली बार राज्य सरकार की तरफ से लेटर निकाला गया है, जिसमें बीजेपी के हारे हुए प्रत्याशियों से प्रस्ताव लिया जा रहा है।
मेरा सवाल है कि जो व्यक्ति चुनाव हार गया वह क्या जनप्रतिनिधि की श्रेणी में आता है या नहीं आता? सदन में यहाँ के सदस्यों से प्रस्ताव की बात की जाती है और अब हारे हुए प्रत्याशियों से सड़कों को लेकर प्रस्ताव दिए जा रहे हैं। लेटर के माध्यम से, यह क्या है? विपक्ष में टीकाराम जूली के स्थगन के माध्यम से मामला उठाने पर सत्तापक्ष ने विरोध जताया।

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