टीकाराम जूली का भजनलाल सरकार पर हमला : किसानों को न्याय देकर तत्काल नहर खुलवाएं सरकार, किसानों के हित में लें फैसले
खेत सूने पड़े हैं और बीज हाथ में थमे हुए हैं
जब प्रदेश का मुखिया जनता से कोई वादा करता है, तो जनता उसे केवल शब्द नहीं समझती है वो समझती है कि यह सरकार का एक वचन है और आपने इस वचन को तोडा है, अन्नदाताओं के विश्वास को तोडा है, उनकी उम्मीदों को बिखेरा है।
जयपुर। श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में नहरों के पानी रुकने से किसानों के सामने बने संकट पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार पर हमला बोलते हुए किसानों के हित में फैसले लेने की मांग की है। जूली ने कहा है कि हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर के किसान खरीफ़ की बुवाई के लिए नहरों से पानी की गंभीर किल्लत का सामना कर रहे हैं। जिलों की गंगनहर, आईजीएनपी और भाखड़ा नहर जैसी प्रमुख सिंचाई व्यवस्थाएँ से किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा है यह अन्नदाता के साथ अन्याय है। मुख्यमंत्री ने डेढ़ माह पूर्व गंगानगर–हनुमानगढ़ दौरे में किसानों से वादा किया था कि 3400 रुपए करोड़ की लागत से आईजीएनपी के सुदृढ़ीकरण के कार्य करवाए जायेगे एवं खालों और नहरों की समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जाएगा, लेकिन आज किसान नहरों की एक-एक बूंद के लिए संघर्ष कर रहा है, और आपके वादे कागज़ों से आगे नहीं बढ़े।
जब प्रदेश का मुखिया जनता से कोई वादा करता है, तो जनता उसे केवल शब्द नहीं समझती है वो समझती है कि यह सरकार का एक वचन है और आपने इस वचन को तोडा है, अन्नदाताओं के विश्वास को तोडा है, उनकी उम्मीदों को बिखेरा है। यह इस गरिमामयी पद की मर्यादा के विपरीत है। किसानों के साथ किया किया जा रहा यह अन्याय दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री से आग्रह है कि आप अपने भ्रमणों और भाषणों के बीच कुछ समय निकालकर इन किसानों के साथ न्याय करें और नहरों को खुलवाने का तत्काल आदेश दें, क्योंकि हमारे स्वाभिमानी अन्नदाता बुवाई नहीं कर पा रहे हैं, खेत सूने पड़े हैं और बीज हाथ में थमे हुए हैं।

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