UPSC CSE Final Result 2022: राजस्थान के युवाओं का बढ़ा प्रतिशत
प्रदेश के कई होनहारों ने मारी बाजी, बधाई देने वालों का लगा तांता
सबसे बड़ी बात यह है कि पश्चिमी राजस्थान के जिलों से इस परीक्षा में कई प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। इस बार भी पश्चिमी राजस्थान के युवाओं ने इस परीक्षा में सफलता का परचम लहराया है।
ब्यूरो/नवज्योति, जयपुर। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया है, इसमें राजस्थान के कई होनहारों ने बाजी मारी है। जयपुर सहित प्रदेशभर के सफल अभ्यर्थियों को परिणाम आने के बाद बधाईयों का तांता लगा रहा। यूपीएससी परीक्षा में बीते कुछ बरसों में राजस्थान के युवाओं की सफलता का प्रतिशत खासा बढ़ा है। हमेशा की तरह इस बार भी राजस्थान के कई होनहारों ने देश की सर्वाधिक प्रतिष्ठित इस परीक्षा में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। बीते कुछ बरसों में यूपीएससी परीक्षा में राजस्थान के युवाओं की सफलता का प्रतिशत खासा बढ़ा है। सबसे बड़ी बात यह है कि पश्चिमी राजस्थान के जिलों से इस परीक्षा में कई प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। इस बार भी पश्चिमी राजस्थान के युवाओं ने इस परीक्षा में सफलता का परचम लहराया है।
युवाओं ने किया जिले का नाम रोशन
भाडौती गांव की पूजा बारवाल 806वीं और बौंली के मतेन्द्र कुमार मीणा ने सफलता प्राप्त की है। मतेन्द्र ने पिछले साल भी यूपीएससी के परिणामों में 640वीं आॅल इंडिया रैंक प्राप्त की थी। सात बार असफल रहने के बाद आठवीं बार में यूपीएससी परीक्षा पास की। वहीं इस साल भी मतेन्द्र मीणा ने यूपीएससी के परीक्षा परिणामों में बाजी मारी।
ऋतु ने 541 वीं रैंक बनाई
ग्राम धरणवास निवासी ऋतु मीणा का भी सिविल सेवा में चयन हुआ है। ऋतु ने 541 वीं रैंक हासिल की है। ऋतु के पिता मोतीलाल मीणा दिल्ली में बिजली विभाग में जेईएन के पद पर कार्यरत हैं।
साहिल को मिली 817वी रैंक
सिकराय के ब्रह्मबाद गांव के रहने वाले साहिल मीणा ने 817वी रैंक प्राप्त की है। पिता बजरंग सहाय मीणा इंजीनियर हैं, जबकि मां साबोदेवी बाल कल्याण समिति की सदस्य है। साबोदेवी सिकराय पंचायत समिति की प्रधान भी रह चुकी है।
रवि की रही 421वी रैंक
सिकराय निवासी रवि कुमार मीणा ने भी सिविल सेवा में 421वी रैंक प्राप्त की है। रवि कुमार का चयन होने के साथ ही सिकराय क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। परिजनों ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया।
कांस्टेबल रामभजन ने बनाई 667 वीं रैंक
सिविल सेवा परीक्षा 2022 ग्राम बापी निवासी रामभजन कुम्हार का चयन हुआ है, रामभजन वर्तमान में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल पद पर तैनात है। उसने 667 वीं रैंक हासिल की है। रामभजन के पिता मजदूरी करते हैं।
मेड़ता की मुदिता ने हासिल की 381 रैंक
मीरांबाई एवं श्री चारभुजानाथ मंदिर मेड़ता सिटी के पुजारी भगवतीलाल शर्मा की पुत्री डॉ. मुदिता शर्मा ने यूपीएससी जनरल कैटेगिरी में 381 रैंक हासिल की है। एमबीबीएस कर चुकी मुदिता माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा परीक्षा में प्रदेश की मैरिट में जगह बना चुकी है।
किसान की बेटी मैना खुड़खुड़िया की 613वीं रैंक
नागौर जिले के मूंडवा शहर के निकटवर्ती खुड़खुड़ा कलां गांव के एक साधारण से किसान परिवार की मैना खुड़खुड़िया ने यूपीएससी में 613 वीं रैंक प्राप्त की है। पिछले वर्ष ही मैना का चयन सहायक वन संरक्षक के तौर पर 62वीं रैंक के साथ हुआ था। मैना अभी उसी के प्रशिक्षण ले रही थी।
वेदिका बिहाणी थर्ड अटेम्प्ट में हुई कामयाब
जयपुर की मानसरोवर निवासी वेदिका बिहाणी ने 213वीं रैंक हासिल की है। वेदिका ने कहा कि एग्जाम क्लीयर कर काफी खुश हूं। एक बार और प्रीलिम्स का एग्जाम दूंगी। ताकि अपनी रैंक में सुधार ला सकूं। वेदिका ने बताया मैंने ग्रेजुएशन के दौरान साल 2019 में आईएएस की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके बाद फर्स्ट अटेम्प्ट में इंटरव्यू तक पहुंच गई थी। इंटरव्यू राउंड क्लियर नहीं हो पाया। फिर मैंने सेकेंड अटेम्प्ट भी दिया। इसमें मैं सेलेक्ट नहीं हो पाई। मैंने हिम्मत नहीं हारी। फिर से तैयारी शुरू की। इसके बाद मैंने थर्ड अटेंप्ट दिया। इसमें मुझे 213वीं रैंक हासिल हुई है। उन्होंने कहा यूपीएससी की तैयारी शुरू करने के साथ ही मैंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी। मैं वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे प्लेटफार्म पर नहीं हूं।
हिमांशु 288, गगन 120 और भरत जयप्रकाश ने 85वीं रैंक हासिल की
गंगापुर सिटी के रहने वाले हिमांशु मंगल ने 288वीं रैंक हासिल की है। हिमांशु मंगल के पिता बालमुकुंद मंगल की गंगापुर सिटी में अस्पताल रोड पर मेडिकल शॉप है। मीना बडौदा के रहने वाले गगन सिंह मीणा पुत्र चरणसिंह मीणा की यूपीएससी में 120वीं रैंक आई है। इससे पहले भी गगनसिंह ने यूपीएससी की परीक्षा दी थी। इसमें उनकी 592वीं रैंक आई थी। आईपीएस में गगन का सिलेक्शन होने के बाद हरियाणा कैडर दिया गया था। ट्रेनिंग से पहले ही गगन ने यूपीएससी के लिए दूसरी बार प्रयास किया। भरत जयप्रकाश सिंह ने 85वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने झारखंड के धनबाद से आईआईटी मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की। भरत के पिता टीचर हैं।
पहले ही प्रयास में दीपक का चयन
दीपक मीना पुत्र देवीलाल मीना वर्तमान मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी गंगापुर सिटी का आईआईटी दिल्ली से पूर्ण करने के बाद अपने पहले ही प्रयास में आईएएएस में चयन हुआ है।
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