पीपीआर टीकाकरण में राज्य का देश में पहला स्थान, 78 प्रतिशत पशुओं का हुआ टीकाकरण
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ तपेश माथुर सहित अन्य अधिकारियों ने भाग लिया
प्रदेश में पशुओं में टीकाकरण के लिए चलाए जा रहे पेस्टी डेस पेटिट्ज रूमिनेंट उन्मूलन (पीपीआर) में राजस्थान देशभर में पहले स्थान पर है।
जयपुर। प्रदेश में पशुओं में टीकाकरण के लिए चलाए जा रहे पेस्टी डेस पेटिट्ज रूमिनेंट उन्मूलन (पीपीआर) में राजस्थान देशभर में पहले स्थान पर है। पशुपालन विभाग ने पीपीआर के तहत करीब 78 प्रतिशत पशुओं का टीकाकरण किया।
विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन तथा भारत सरकार के प्रतिनिधि राजस्थान में पीपीआर उन्मूलन तथा निगरानी कार्यक्रम के अवलोकन के लिए जयपुर पहुंचे। पशुधन भवन परिसर में आरएलडीबी सभागार में कार्यक्रम की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए निदेशक पशुपालन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आनंद सेजरा ने कहा कि राजस्थान बकरियों की संख्या की दृष्टि से देश में पहले स्थान पर जबकि भेड़ वंश में तीसरे स्थान पर है। ऐसे में पीपीआर के संक्रमण का खतरा भी यहां अधिक है। ऐसे में लगभग 78 प्रतिशत पशुओं का टीकाकरण हो चुका है।
सेजरा ने बताया कि पीपीआर एक अत्यधिक संक्रामक पशु रोग है जिसे भेड़ और बकरी प्लेग के रूप में भी जाना जाता है। घरेलू और जंगली छोटे जुगाली करने वाले जानवर इस रोग से प्रभावित होते हैं। यह एक वायरस जनित रोग है। राज्य सरकार ने पीपीआर कंट्रोल प्रोग्राम चलाकर इसके लिए टीकाकरण किया जा रहा है। बैठक में विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन के डॉ. सारा, डॉ कैमिला, डॉ. माइकल और डॉ हेनरी एवं भारत सरकार से डॉ. सुजीत नायक, यूएनडीपी के मुदित माथुर तथा पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ तपेश माथुर सहित अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
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