वाहन ठगी गिरोह का पर्दाफाश : किराए पर वाहन लेकर नशा तस्करों को बेचते थे आरोपी, 2 लग्जरी गाड़ियां बरामद
कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया
जयपुर शहर (पश्चिम) पुलिस ने वाहन ठगी से जुड़ी एक बड़ी गैंग का भंडाफोड़ किया है।
जयपुर। जयपुर शहर (पश्चिम) पुलिस ने वाहन ठगी से जुड़ी एक बड़ी गैंग का भंडाफोड़ किया है। आरोपी फर्जी पहचान पत्रों के जरिए किराए पर वाहन लेकर उन्हें नशा तस्करों को बेचते थे। पुलिस ने इस गैंग से एक थार और एक स्कॉर्पियो एन कार बरामद की है और कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला तब सामने आया जब करधनी थाना क्षेत्र निवासी राजेन्द्र सिंह ने रिपोर्ट दी कि उनका परिचित रवि गुर्जर उनकी स्कॉर्पियो कार को काम के बहाने लेकर गया और अब तक लौटाकर नहीं लाया। GPS ट्रैकर भी बंद मिला। जांच में पता चला कि कार मोहित सोनी ने मनीष यादव को किराए पर दी थी, जिसकी दी गई आईडी फर्जी निकली।
पुलिस उपायुक्त अमित कुमार के निर्देशन में गठित टीम ने तकनीकी सहायता और मुखबिर की सूचना पर मनीष यादव सहित पांच आरोपियों- रामलाल, अंशु सिंह, कर्मवीर उर्फ मौनू बन्ना और विजय कुमार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस पूरे रैकेट को जेल में बंद जयंत यादव संचालित कर रहा था। मनीष यादव ने बताया कि जयंत ने फर्जी आईडी की व्यवस्था कराकर जयपुर से दो गाड़ियां रेंट पर लेने का निर्देश दिया। ये गाड़ियां सीकर में अंशु और कर्मवीर को सौंप दी गईं। इन गाड़ियों को बाद में विजय साहवा को औने-पौने दामों में बेचा गया। विजय ने थार कार रामलाल को बेची, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया।
प्रारंभिक जांच से यह सामने आया है कि यह गैंग नशे के तस्करों को सस्ते दामों पर वाहन बेचता है और पैसे आपस में बांटता है। पुलिस अब जयंत यादव की जेल से भूमिका और अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। अनुसंधान जारी है।
Comment List