47 रेस्क्यू टीमों को 25 जिलों में किया नियोजित
एसडीआरएफ की रेंज मुख्यालयों पर स्थित 08 कम्पनियों की 47 रेस्क्यू टीमों को 25 जिलों में नियोजित किया गया है।
पिछले 2-3 दिनों में जोधपुर संभाग में हुई भारी वर्षा के मध्यनजर जोधपुर संभाग में स्थित एसडीआरएफ की एफ कम्पनी के जवानों के कार्य एवं उनके मनोबल को बढ़ाने हेतु डिप्टी कमाण्डेंट गणपति महावर को बटालियन मुख्यालय जयपुर से जोधपुर भेजा गया है जिनके द्वारा जिला जोधपुर, जालोर, पाली एवं सिरोही जिलों में तैनात रेस्क्यू टीमों का पर्यवेक्षण किया जाएगा।
राज्य में वर्तमान मानसून सत्र को देखते हुए एसडीआरएफ एडीजीपी सुष्मित विश्वास व एसडीआरएफ आईजीपी राघवेंद्र सुहासा तथा कमाण्डेंट राजकुमार गुप्ता के निर्देशन में राज्य में संभावित भारी वर्षा व बाढ से होने वाली आपदा की स्थिति में आपदा राहत एवं बचाव कार्यों हेतु एसडीआरएफ की रेंज मुख्यालयों पर स्थित 08 कम्पनियों की 47 रेस्क्यू टीमों को 25 जिलों में नियोजित किया गया है। प्रत्येक रेस्क्यू टीम में 01 हैडकांस्टेबल, 10 कांस्टेबल तथा 01 कांस्टेबल चालक मय वाहन तथा आपदा उपकरणों के गठन किया गया है। प्रत्येक रेस्क्यू टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन करने हेतु एसडीआरएफ मुख्यालय से एक एसओपी तैयार कर दी गई है जिसमें रेस्क्यू टीम के प्रस्थान से पूर्व की तैयारी, रेस्क्यू डयूटी के दौरान एवं रेस्क्यू टीम के प्रस्थान के बाद विशेष निर्देश जारी किये गये हैं। इस मानसून वर्ष में प्रत्येक रेस्क्यू टीम को 74 प्रकार के आपदा उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। पिछले 2-3 दिनों में जोधपुर संभाग में हुई भारी वर्षा के मध्यनजर जोधपुर संभाग में स्थित एसडीआरएफ की एफ कम्पनी के जवानों के कार्य एवं उनके मनोबल को बढ़ाने हेतु डिप्टी कमाण्डेंट गणपति महावर को बटालियन मुख्यालय जयपुर से जोधपुर भेजा गया है जिनके द्वारा जिला जोधपुर, जालोर, पाली एवं सिरोही जिलों में तैनात रेस्क्यू टीमों का पर्यवेक्षण किया जाएगा। आपको बता दे कि एसडीआरएफ एक अति विशिष्ट एवं प्रशिक्षित बल है जिसके द्वारा वर्ष 2016 से 31 जुलाई 2022 तक कुल 932 रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 9228 जीवित व्यक्तियों को बचाया जा चुका है तथा 719 मृत व्यक्तियों को भी रेस्क्यू किया गया है। इसके अतिरिक्त 58 जीवित पशु एवं 10 मृत पशुओं को भी रेस्क्यू किया गया है।
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