पार्श्वनाथ अपार्टमेंट में 600 परिवारों की जान से किया जा रहा खिलवाड़, दिखावे के लिए लगा है फायर सिस्टम
मल्टी स्टोरी में आग लगने पर दमकल के पहुंचने का नहीं है पर्याप्त रास्ता
फायर सिस्टम दिखावे का, नहीं ले रखी फायर एनओसी।
कोटा। नांता स्थित पार्श्वनाथ अपार्टमेंट में रहने वाले 600 परिवारों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इस मल्टीस्टोरी में फायर सिस्टम दिखावे के लिए लगा हुआ है। पिछले कई सालों से यहां फायर एनओसी तक नहीं है। साथ ही आग लगने पर दमकलों के अंदर पहुंचने का पर्याप्त रास्ता तक नहीं है। इस 9 मंजिला आवासीय अपार्टमेंट में करीब 800 फ्लैट बने हुए हैं। जिनमें से वर्तमान में यहां करीब 600 फ्लैट में परिवार रह रहे है। बिल्डर प्रदीप दाधीच व प्रकाश जैन ने इतनी बड़ी बिल्ड़िंग तो बना दी लेकिन उसमें रहने वालों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया। लाखों रुपए में एक फ्लैट लेने वाले लोग यहां सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आए थे लेकिन हालत यह है कि यहां आग लगने की यदि कोई घटना हो जाती है तो उसे बुझाने के सिस्टम तक काम नहीं कर रहे है। सिस्टम लगे हुए तो है लेकिन उनका उपयोग तक करना लोगों को नहीं आता है।
दो दिन पहले रात के समय बिल्डिंग की छत पर रखे स्क्रेप में अचानक आग लग गई थी। आग इतनी अधिक भीषण थी कि उससे वहां रहने वाले लोगों में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय अधिकतर लोग अपने घरों पर जगे हुए थे। जिससे समय रहते सभी लोग घरों से बाहर निकलकर नीचे कम्पाउंड में आ गए थे। वहीं सूचना पर जब नगर निगम की दमकल मौके पर पहुंची तो उसे बिल्डिंग के अंदर जाने तक का रास्ता नहीं मिला। नगर निगम कोटा उत्तर की सहायक अग्निशमन अधिकारी सीता चौपदार रात को ही मौके पर पहुंची थी। उन्होंने बताया कि छत पर करीब एक ट्रक से ज्यादा कबाड़ रखा हुआ था। वहां फायर सिस्टम तो लगा हुआ था लेकिन संभवत: वह कार्यशील अवस्था में नहीं था। जिससे बिल्ड़िंग में रहने वालों ने ही फायर सिस्टम के पाइप को फोड़कर पानी डाककर आग बुझाई। उन्होंने बताया कि यदि यह हादसा देर रात को या किसी फ्लैट में हो जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। एएफओ चौपदार ने बताया कि जिस समय दमकल मौके पर पहुंची तो उस समय बिल्डिंग का गेट इतना संकरा था कि वहां से दमकल अंदर नहीं जा सकती थी। गेट के आधे हिस्से में वाहनों को रोकने के लिए बेरियर लगा हुआ था। साथ ही बिल्डिंग के मल्टी स्टोरी होने से वहां हाइड्रोलिक दमकल से ही आग बुझाई जा सकती है। लेकिन पर्याप्त सैटबैक तक नहीं होने से हाइड्रोलिक दमकल को ही अंदर घूमने तक में परेशानी होगी।
नहीं है फायर एनओसी
नगर निगम कोटा उत्तर के फायर अनुभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पार्श्वनाथ अपार्टमेंट को फिलहाल एनओसी जारी नहीं की गई है। यहां एनओसी के लिए अगस्त 2020 में आवेदन किया गया था। लेकिन एनओसी जारी नहीं की गई। नगर निगम कोटा उत्तर/दक्षिण के सीएफओ राकेश व्यास ने बताया कि वे अवकाश पर है। शुक्रवार को कोटा आएंगे। उसके बाद देखकर ही बता पाएंगे। वैसे बिल्डिंग में फायर सिस्टम लगा हुआ है। शुरुआत में बिल्डर ने फायर एनओसी ली थी। लेकिन उसके बाद सोसायटी वालों ने एनओसी ली या नहीं इसकी जानकारी नहीं है।
सोसायटी में तीन गेट, दमकल जाने की जगह
अपार्टमेंट में 799 फ्लैट बने हुए है।जिनमें से वर्तमान में करीब 600 फ्लैट में लोग रह रहे है। सोसायटी का पंजीयन 2019 में रजिस्ट्रार कार्यालय में कराया गया था। बिल्डिंग की छत पर स्क्रेप में आग लगने का कारण फिलहाल पता नहीं चल सका है। उसके लिए सीसीटीवी कैमरे देखे जाएंगे। साथ ही जिनका कबाड़ है उन्हें दोबारा से छत पर कबाड़ नहीं रखने के लिए पाबंद किया है। साथ ही बिल्डिंग में तीन गेट है। जहां से दमकल आसानी से जा सकती है। हो सकता है रात के समय दमकल जिस गेट की तरफ से आई हो वह बंद हो। लेकिन दमकल को अंदर जाने की पर्याप्त जगह है।
- राजकुमार सोनी, अध्यक्ष, पार्श्वनाथ अपार्टमेंट वेलफेयर सोसायटी
बिल्डिंग 2019 में ही सोसायटी को हैंडओवर
बिल्डिंग बनाने के समय यहां पूरा फायर सिस्टम लगाया गया था। बिना फायर एनओसी के सरकारी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकती है। बिल्डिंग के अधिकतर मकान बिकने के बाद इसे वर्ष 2019 में सोसायटी को हैंड ओवर कर दी थी। उसके बाद सोसायटी वालों ने फायर एनओसी ली या नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है। कुछ समय पहले जानकारी जरूर मिली थी कि फायर अनुभाग ने यहां फायर सिस्टम का भौतिक सत्यापन किया था।
- प्रदीप दाधीच, बिल्डर,पार्श्वनाथ अपार्टमेंट नांता
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