थर्मल में 12 फीट लम्बे अजगर ने मजदूर को जकड़ा : आधे घंटे तक चीखता रहा, साथियों ने लाठी-डंडों से पीटकर अजगर को किया अधमरा
गंभीर घायल मजदूर को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया
थर्मल प्लांट में काम कर रहे मजदूर को सोमवार सुबह 12 फीट लंबे अजगर ने जकड़ लिया। अजगर की पकड़ इतनी मजबूत थी कि उससे पैर छुड़ाने के लिए मजदूर करीब 20 मिनट तक संघर्ष करता रहा, चीखता चिल्लाता रहा लेकिन लेकिन अजगर ने पैर नहीं छोड़ा। चीख सुनकर पास में काम कर रहे मजदूर दौड़कर आए। उन्होंने डंडों और रस्सी की मदद से करीब 10 मिनट में मजदूर को अजगर के चंगुल से छुड़ाया।
कोटा। थर्मल प्लांट में काम कर रहे मजदूर को सोमवार सुबह 12 फीट लंबे अजगर ने जकड़ लिया। अजगर की पकड़ इतनी मजबूत थी कि उससे पैर छुड़ाने के लिए मजदूर करीब 20 मिनट तक संघर्ष करता रहा, चीखता चिल्लाता रहा लेकिन लेकिन अजगर ने पैर नहीं छोड़ा। चीख सुनकर पास में काम कर रहे मजदूर दौड़कर आए। उन्होंने डंडों और रस्सी की मदद से करीब 10 मिनट में मजदूर को अजगर के चंगुल से छुड़ाया। इसके बाद मजदूरों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर अजगर को घायल (अधमरा) कर दिया। वहीं, मजदूर भी अजगर की पकड़ से जख्मी हो गया। गंभीर घायल मजदूर को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। पीड़ित नंद सिंह (53) कृष्ण इंजीनियरिंग ठेकेदार कंपनी में कार्यरत है। वह सुबह 11:30 बजे थर्मल पावर प्लांट की यूनिट-5 में पाइपलाइन का वाल्व खोलने गया था। क्षेत्र में लंबे समय से घनी घास और झाड़-झाड़ियों का जाल फैला हुआ है। सफाई नहीं होने से अजगर वहीं छिपा बैठा था। जैसे ही नंद सिंह वाल्व खोलने पहुंचा तो अचानक अजगर ने उस पर झपट्टा मारकर उसके दोनों पैरों को कुंडली बनाकर जकड़ लिया। एकाएक हुए हमले से वह जमीन पर गिर पड़े।
दर्द से चिल्लाता रहा श्रमिक
अजगर करीब आधे घंटे तक नंद सिंह को जकड़ा रहा। इस दौरान नंद सिंह दर्द के कारण चीखता चिल्लाता रहा। उसकी चीख सुन पास में काम कर रहे श्रमिक मौके पर पहुंचे और लाठी-डंगे से पीटकर नंद सिंह को छुड़ाने का प्रयास किया। काफी जद्दोजहद के बाद अजगर की पकड़ ढिली हुई तो श्रमिक अजगर की पकड़ से आजाद हुआ। वह चल नहीं पा रहा था। बाद में साथी श्रमिकों ने उसे निजी अस्पताल लेकर गए। बाद में एमबीएस हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
प्लांट में सुरक्षा के इंतजाम नहीं
थर्मल मजदूर संघ के अध्यक्ष राम सिंह शेखावत ने घटना पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि प्लांट में सफाई व्यवस्था बेहद लचर है। प्रशासन कागजों में सफाई दिखा देता है, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है। थर्मल प्लांट के आसपास घना जंगल होने के कारण पहले भी कई बार तेंदुआ, भालू और अन्य वन्यजीव दिखाई दे चुके हैं। लेकिन, सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए हैं।
घटना का वीडियो सामने आया है। उसमें अजगर को पीटते लोग नजर आ रहे हैं, जिनकी हमारी टीम तलाश कर रही है। पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अजगर को पीटने वालों पर कार्रवाई करेंगे।
-मुथु एस, डीएफओ्र मुकुंदरा टाइगर रिजर्व।

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