कॉलेज से पहले कीचड़ पार करने की चुनौती
गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज की नई बिल्डिंग का रास्ता कच्चा, बरसात में भरा पानी
पिछले डेढ़ साल से नहीं बनी सड़क, छूट रही कक्षाएं
कोटा। हाड़ौती का सबसे बड़ा गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज कोटा में पहुंचना विद्यार्थियों के लिए चूनौती बना हुआ है। एक तरफ सरकार स्वच्छता का पाठ रही है तो दूसरी तरफ शिक्षा का मंदिर ही कीचड़ से घिरा हुआ है। कॉलेज पहुंचना तो दूर उसकी दहलीज पर कदम रखना ही विद्यार्थियों के लिए चूनौती बन गई। कक्षा में दाखिल होने से पहले विद्यार्थियों को हर रोज कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। यहां बात हो रही है, कोटा संभाग के सबसे बड़े गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज की। महाविद्यालय के नवीन भवन की कच्ची सड़क बरसात में दरिया बन गई। सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढ़े हैं, जो जलभराव के कारण दिखाई नहीं देते और यहां से गुजरने के दौरान विद्यार्थी गिरकर चोटिल हो रहे हैं। पिछले डेढ़ साल से स्टूडेंट्स अव्यवस्थाओं का दंश झेल रहे हैं। इन दिनों प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। विद्यार्थियों का कॉलेज आना-जाना मुश्किल हो गया।
हर बारिश में पढ़ाई होती चौपट
गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज अपने नए भवन में करीब दो साल पहले शिफ्ट हुआ था। जिसका अलग से कोई रास्ता नहीं है। विद्यार्थियों को राजकीय जुबली व रघुनाथ हॉस्टल परिसर से होकर गुजरना पड़ता है। मुख्य मार्ग से कॉलेज तक की सड़क करीब 400 मीटर लंबी है, जो क्षतिग्रस्त होने के साथ कच्ची है। पक्की सड़क नहीं होने से हर साल बारिश में इस मार्ग पर कीचड़ हो जाता है और जलभराव होने से विद्यार्थियों का कॉलेज से सम्पर्क कट जाता है। जिसकी वजह से विद्यार्थी कॉलेज नहीं आते, नतीजन पढ़ाई चौपट हो जाती है। हर साल यह समस्या बनी रहती है, जिसका आज तक समाधान नहीं हुआ।
कैसे जमा करवाएंगे हार्ड कॉपी
तृतीय सेमेस्टर के छात्र अशोक नागर, नारायण कुमार, अखिलेश मीणा ने बताया कि महाविद्यालय में इन दिनों प्रवेश प्रक्रिया जारी है। आवेदन करने की तिथि समाप्त हो चुकी है। अब 7 जुलाई को मेरिट सूची जारी होने के साथ ही विद्यार्थियों का कॉलेज में आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। बड़ी संख्या में प्रथम वर्ष के विद्यार्थी आवेदन की हार्ड कॉपी जमा करवाने आएंगे। ऐसे में मुख्य मार्ग पर पानी भरा होने से विद्यार्थी कैसे आवेदन जमा करवाएंगे। वर्तमान में नई बिल्डिंग में यूजी की कक्षाएं संचालित हो रहीं हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को हर दिन अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ रहा है। कॉलेज प्रशासन को पक्की सड़क बनवाने के लिए ठोस प्रयास करना चाहिए।
गड्ढ़ों में भरा पानी, चोटिल हो रहे विद्यार्थी
विद्यार्थी राकेश, बुद्धराज का कहना है, कॉलेज मार्ग पर बारिश का पानी भरा हुआ है। वहीं, मिट्टी जमी होने से फिसलन हो रही है। यहां से पैदल गुजरना तो दूर बाइक से भी जाना आसान नहीं है। पानी भरा होने के कारण गड्ढ़े दिखाई नहीं देते और बाइक अनियंत्रित होने से विद्यार्थी गिरकर चोटिल हो जाते हैं। गत वर्ष भी सड़क बनवाने के लिए धरना-प्रदर्शन किया था । जबकि, प्राचार्य व आयुक्तालय प्रतिनिधि को भी ज्ञापन दे चुके हैं। इसके बावजूद सुनवाई नहीं हो रही। कॉलेज जाने के दौरान आए दिन विद्यार्थी चोटिल हो रहे हैं।
बारिश का दौर शुरू हो गया है, कॉलेज मार्ग पर पानी भरा रहता है। कक्षाओं में पहुंचना मुश्किल हो गया। सड़क पर कई गड्ढ़े हैं, जो पानी भरा होने के कारण दिखाई नहीं देते। कॉलेज जाने के दौरान चोटिल होने का खतरा बना रहता है। जिसके कारण कक्षाएं छूट रही है।
- विकास आर्य, छात्र अंतिम वर्ष
कॉलेज में विद्यार्थियों की संख्या के मुकाबले कक्षा कक्ष भी पर्याप्त नहीं है। एमए की कक्षाएं पुराने भवन में तो बीए की नए भवन में चलती हैं। ऐसे में यूजी के विद्यार्थियों का नई बल्डिंग में पहुंचना चुनौतिपूर्ण साबिह हो रहा है।
- अरुण सैन, छात्र एमए प्रथम सेमेस्टर
महाविद्यालय में 16 जनवरी से नव प्रवेशित विद्यार्थियों की कक्षाएं शुरू हो जाएगी। जबकि, 15 जुलाई से विषय आवंटन होंगे। ऐसे में बड़ी संख्या में विद्यार्थी कॉलेज आएंगे। इन दिनों बारिश होने से मुख्य मार्ग पर जलभराव की स्थिति हो रही है। छात्र-छात्राओं को आने-जाने में काफी परेशानी करना पड़ेगा।
- हंसिका, छात्रा प्रथम वर्ष
मेरे परिचित ने प्रथम वर्ष के लिए आवेदन किया है। उसे कॉलेज दिखाने लाया था लेकिन पानी भरा होने के कारण वापस लौट गए। गत वर्ष भी बारिश में काफी परेशानी हुई थी। प्राचार्य से पक्की सड़क बनवाने का निवेदन किया था लेकिन हालात जस के तस हैं।
- रुद्रेश तिवारी, छात्र प्रथम वर्ष
कॉलेज की सड़क बनवाने की लगातार कोशिश की जा रही है। पूर्व में केडीए अधिकारियों को पत्र लिखे थे। उन्हें, मौका मुआयना भी करवाया था। लेकिन अब तक रोड नहीं बना। प्रशासन को भी पत्र लिखा हैं। हालांकि, कॉलेज का नवीन भवन अभी अपने शुरुआती दौर से गुजर रहा है। सुविधाएं विकसित करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
- प्रो. रोशन भारती, प्राचार्य गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज कोटा
6 माह की जगह 12 माह बीत गए, सड़क नहीं बनी
गत वर्ष पक्की सड़क बनवाने की मांग को लेकर छात्रों ने कीचड़ में बैठ कर प्रदर्शन किया था। उस दौरान प्राचार्य ने 6 माह में सड़क बनवाने का भरोसा दिलाया था। इंतजार में 12 महीने गुजर गए लेकिन सड़क नहीं बनी। कॉलेज मार्ग पर गंदगी का ढेर लगा है, मच्छर पनप रहे हैं, जिससे मौसमी बीमारियों का खतरा बना हुआ है। दुर्गंध से विद्यार्थी परेशान हैं, कोई सुनने वाला नहीं है।
- जयेश शर्मा, छात्रनेता गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज कोटा
कॉलेज का मुख्य मार्ग खराब हो रहा है। आर्मी ऐरिया से कॉलेज की कनेक्टीविटी कर रखी है ताकि विद्यार्थियों को आने-जाने में परेशानी न हो। हालांकि, कॉलेज प्रशासन द्वारा सड़क निर्माण का एस्टीमेट बनाकर आयुक्तालय को भेजा गया है। जहां से स्वीकृति मिलते ही सड़क का काम शुरू करवा दिया जाएगा।
- डॉ. विजय पंचौली, क्षेत्रीय सहायक निदेशक आयुक्तालय कोटा

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