कैथून-धरनावदा स्टेट हाइवे पर दरारें बनी जान लेवा
कुल तीन जगह होती है टोल टैक्स वसूली : सड़क के बीच में गड्ढे दे रही हादसे को न्यौता
बपावर से आजादपुरा के बीच जगह-जगह उखडी पड़ी सड़क।
मोईकलां। स्टेट हाइवे कैथून-धरनावदा पर तीन जगह टोल टैक्स वसूली के बावजूद रोड़ की स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है। बपावर से आजादपुरा के बीच की सड़क पर जगह-जगह बने गड्ढे और रोड के बीच में पड़ीं लम्बी दरारें हादसों को न्यौता दे रही हैं। बोरदा टोल के आसपास की सड़क स्टेट हाइवे की बजाय कोई आम सड़क जैसी प्रतीत होती है। तीन जगह टोल वसूली के बाद भी हाइवे की ऐसी स्थिति जिम्मेदारों पर सवाल खड़े करती है। बपावर से आजादपुरा के बीच सम्पूर्ण सड़क जगह-जगह से उखड़ी हुई है। साथ ही बीच में गहरे गड्ढे व लम्बी दरारें हमेशा यातायात में व्यवधान उत्पन्न करती हैं। साथ ही आजादपुरा-घानाहेड़ा पुलिया से पहले सड़क के बीच में बना गड्डा आए दिन हादसों का कारण बनता है। स्थानीय निवासियों ने अपने स्तर पर गड्ढे को भरने की कोशिश भी की। लेकिन सीसी सड़क होने के कारण कुछ दिनों बाद वापस स्थिति जस की तस हो जाती
इन सड़कों की हालत अत्यंत खराब
राहगीरों ने बताया कि कैथून-धरनावद हाइवे पर बपावर कस्बे के बीच से गुजरती सड़क, बपावर से कमोलर की ओर जाने वाली सड़क, बोरदा टोल के यहां से सांगोद की ओर जाने वाली सड़क की हालत अत्यंत खराब है। इसी प्रकार दिल्लीपुर की ओर जाने वाली सर्म्पक सड़क के सामने लम्बी दरार है। तालछी यात्री प्रतीक्षालय के सामने गहरा गड्डा बना हुआ है। सांगोद में प्रवेश वाला रोड साथ ही उजाड़ नदी की पुलिया काफी जर्जर अवस्था में है। वहीं आजादपुरा-घानाहेड़ा पुलिया से पहले रोड के बीच बना गड्डा हादसों को न्यौता दे रहा है। बीच रोड़ में पड़ी लंबी दरारें व गहरे गड्ढों के कारण इन सड़कों पर चलना काफी मुश्किल हो गया है।
आए दिन होती है दुर्घटनाएं
ग्रामीणों की मानें तो गड्डे व दरारें ही हादासों का सबसे बड़ा कारण है। कई लोग गंभीर रूप से घायल होकर जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। स्थानीय निवासी एवं वाहन चालक पवन गोयल, प्रवीण शर्मा, राम यादव, कृष्ण मुरारी जोशी, गगन मंगल, तनुज शर्मा का कहना है कि समय रहते यदि सड़क को सही नहीं कराया तो भविष्य में कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। हादसे के बाद धरना-प्रदर्शन, रोड जाम व साथ ही मुआवजे की मांग जैसी स्थिति कई बार बनती देखी गई है। कैथून-धरनावदा हाइवे पर भी किसी दिन ऐसा हो सकता है।
सरकार और प्रशासन के प्रयास नाकाफी
समय-समय पर रिडकोर और पुलिस प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं। लेकिन ये प्रयास ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं। तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री भरत सिंह ने भी दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों पर जोर दिया था। लेकिन अब तक कोई ठोस हल नहीं निकला।
इनका कहना है
पूर्व में तत्कालीन विधायक भरत सिंह ने भी सड़क को दुरूस्त करने के प्रयास किए थे। लेकिन मरम्मत कार्य होने के कुछ समय बाद स्थिति वापस दयनीय हो गयी है।
बपावर से आजादपुरा सड़क पर उच्चाधिकारियों का भी निकलना होता है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कभी भी इस ओर अपना ध्यान केंद्रित नहीं करते। सड़क जगह-जगह से उखडी हुई है। जगह-जगह गड्ढे, दरारें पड़ी हुई हैं। जिससे कभी भी बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है।
- गंगोत्री बाई, पंचायत समिति सदस्य
स्टेट हाइवे की स्थिति बपावर कस्बे के अंदर भी खराब है। जगह-जगह गड्ढे हंै, जो आए दिन हादसों का कारण बने हुए हैं। पूर्व में सड़क की स्थिति के बारे में जिला कलेक्टर से लेकर विधायक तक को अवगत कराया जा चुका है। लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका है।
- रविन्द्र गुप्ता, सरपंच, बपावरकलां
हमारा काम मात्र टोल संग्रहण कर के सरकार को देना है। जो सड़क की मरम्मत कार्य है वो रिडकोर अपने स्तर पर देखती है।
- ऋषिराज सिंह, टोल मालिक
स्टेट हाइवे के मरम्मत कार्य के लिए फाइल बनाकर आगे भेज रखी है।
- खेमचंद मीणा, अधिशासी अभियंता, आरएसआरडीसी
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