कोटा उत्तर वार्ड 66 - खंडगांवड़ी में नहीं आती स्मार्ट सिटी जैसी फीलिंग

वार्ड में नियमित नहीं हो रही सफाई, मूलभूत सुविधाओं का अभाव

कोटा उत्तर वार्ड 66 - खंडगांवड़ी में नहीं आती स्मार्ट सिटी जैसी फीलिंग

वार्डवासियों का कहना है सालों से खण्ड गांवड़ी में स्थित रघुनाथ मंदिर का काम अधूरा पड़ा है।

कोटा। शहर के कोटा उत्तर नगर निगम के वार्ड 66 को नगर निगम में तो शामिल कर लिया लेकिन वहां सुविधा आज भी ग्रामीण इलाके जैसी ही है। इसकी बसावट गांव जैसी होने से स्मार्ट सिटी जैसी फीलिंग यहां के लोगों नहीं आ रही है। यहां मूलभूत सुविधाएं भी पूरी नहीं है जिससे यहां के निवासी अपने को शहर से जुड़ा होने का अहसास नहीं कर पा रहे है। विकास नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। गंदगी नालियां, कचरों के ढेर लगे है। हालांकि इस वार्ड में सिविल लाइन, पारिवारिक न्यायालय दोस्तपुरा आॅफिसर क्लब इस वार्ड में बने हुए है। इन इलाकों में विकास कार्य हुए है लेकिन वार्ड कई हिस्से अभी विकास कार्यो से अछूते है। वार्डवासियों का कहना है सालों से खण्ड गांवड़ी में स्थित रघुनाथ मंदिर का काम अधूरा पड़ा है। चौथमाता मंदिर चौक में नाला भी सालों से खुला पड़ा हुआ है। वहीं कचरे का अंबार भी लगा हुआ है। कचरा सड़कों पर आने से गंदगी फैली रहती है। कचरे का निस्तारण समय पर नहीं होता है। जिससे चहुंओर रोड किनारे कचरे के ढेर नजर आते है। सिविल लाइन इलाके में प्रशासनिक अधिकारियों, विधायक और शहर के गणमान्य लोगों के घर होने से यहां तो काफी विकास कार्य हुए है। लेकिन इस वार्ड बाकी इलाके अभी उपेक्षा का शिकार है। दोस्तपुरा में कई जगह सड़के टूटी नालियों के ढकान टूट चुके है। वहीं खण्ड गांवडी में कचरे का निस्तारण नहीं हो रहा है। 

वार्ड में यह एरिया आते है
वार्ड 66 में मोहन निवास, खण्ड गांवडी, पारिवारिक न्यायालय, सिविल लाइन, सुखघाम, दोस्तपुरा, आॅफिसर्स क्लब आता है। 

इनका कहना है
वार्ड के क्षैत्र में आने वाले सारे मंदिरो का नवनिर्माण करवाया गया है। कुछ का काम अभी चल रहा है। वार्डवासियों को कोई समस्या होती है तो उसका तुरंत समाधान भी कर दिया जाता है। मैने कभी वार्ड के विकास को लेकर भेदभाव नही किया। में एक फोन पर जनता के बीच उपस्थित हो जाता हूं।                 
- हरिओम सुमन, वार्ड पार्षद

गार्डन में नहीं है झूले
दोस्तपुरा स्थित महावीर पार्क की स्थिती तो सही है लेकिन उसमें बच्चों के झूले कई सालों से टूटे पड़े है। बच्चों के मनोरंजन के साधन नहीं होने से बच्चों को नेहरू गार्डन जाना पड़ता है।  
- विजय सिंह, दोस्तपुरा निवासी

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रघुनाथ मंदिर को जीर्णोद्धार की दरकार
वार्ड में बने बरसों पुराने रघुनाथ मंदिर का रख रखाव नहीं होने से वो जर्जर अवस्था में पहुंच चुका  है। वार्डवासियों का कहना है कि इस मंदिर का रख रखाव करें तो लोगों को पूजा अर्चना में परेशानी नही होगी। काफी सालों से मंदिर जीर्ण क्षीण अवस्था में पड़ा हुआ है। कई बार स्थानीय पार्षद जनप्रतिनिधियों को इसके बारे में अवगत कराया लेकिन विकास कार्य नहीं हुआ। 
- संजय कुमार, खण्ड गांवडी निवासी

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सुलभ कॉम्पलेक्स में नहीं है सुविधा
वार्ड के सुलभ कॉम्पलेक्स में नियमित सफाई नहीं होती है। इसके दरवाजे टूटे हुए है। पानी की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है। रख रखाव नहीं होने से भवन खस्ताहाल हो रहा है। लोगों का कहना है कि इसको ठीक कराया जाए तो वार्डवासियों को सुविधा मिले। बनाने के बाद इस पर ध्यान नहीं दिया है। 
- सिद्धांत, खण्ड गांवडी निवासी

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