रीको एरिया होने से निगम नहीं करवा रहा सफाई, मुख्य मार्गों पर हो रही दिन-रात सफाई
अंदरूनी इलाकों व वार्डों में छायी गंदगी
स्माल स्केल इंडस्ट्रीयल एरिया क्षेत्र में जगह-जगह पर मुख्य मार्ग पर ही कचरे का अम्बार ।
कोटा। स्मार्ट सिटी के साथ ही पर्यटन नगरी के रूप में विकसित हो रहे कोटा शहर में नगर निगम की ओर से मुख्य मार्गों पर तो दिन-रात सफाई करवाई जा रही है। जबकि अंदरूनी इलाकों में जगह-जगह पर गंदगी छायी हुई है। जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।शहर में पहले उत्तर व दक्षिण निगम व 150 वार्ड होने से सफाई व्यवस्था में सुधार के प्रयास तो किए गए लेकिन उस समय भी उतनी सफलता नहीं मिल पाई थी। निगम की ओर से हर साफ सफाई पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी शहर स्वच्छता में अपनी छवि नहीं सुधार पाया था। हालांकि वर्तमान में निगम बोर्ड का कार्यकाल समाप्त होने के बाद जनप्रतिनिधियों का हस्तक्षेप तो समाप्त हो गया लेकिन व्यवस्थाएं पहले जैसी है। अब नगर निगम की कमान अधिकारियों के हाथ में है। निगम आयुक्त के मार्ग दर्शन में काम किया जा रहा है।
शहर में इन दिनों जहां सुबह के समय तो शहर के मुख्य मार्गों पर नियमित सफाई हो रही है। वहीं रात के समय भी कर्मचारी सफाई कर रहे है। अधिकारियों की निगरानी में काम किया जा रहा है। जिससे रात को दुकानों का कचरा सुबह तक नहीं रहता। वहीं सुबह का कचरा रात तक नहीं रहता। वहीं शहर के कई अंदरूनी इलाकों व वार्डों में अभी भी गंदगी का आलम बना हुआ है।
यहां कचरा डालना मना है, फिर भी डल रहा
स्माल स्केल इंडस्ट्रीयल एरिया क्षेत्र में जगह-जगह पर मुख्य मार्ग पर ही कचरे का अम्बार लगा हुआ है। यहां इंडस्ट्रीयल एरिया होने से बड़ी संख्या में लोगों को आना-जाना तो लगा ही रहता है। साथ ही यहां कई लोग परिवार समेत रहते भी है। उसके बाद भी मुख्य मार्ग पर जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए है। कचरा भी इतना अधिक है जिसे देखकर लगता है मानो कई दिन से सफाई ही नहीं हुई हो। ऐसा एक जगह पर नहीं कई जगह पर है।हालत यह है कि ट्रांसफार्मर के नजदीक भी इतना अधिक कचरा व मलबा पड़ा है जिससे वहां आग लगने पर बड़ा हादसा भी हो सकता है। हालांकि यहां ट्रांसफार्र्मर की सुरक्षा के लिए लगी जाली के बोर्ड पर लिखा हुआ है कि यहां कचरा डालना मना है। उसके बाद भी वहां कचरा डाला जा रहा है। जिससे वहां से निकलने वालों और आस-पाद दुकानदारों को गंदगी के साथ ही बीमारियों का भी खतरा बना हुआ है।
रीको और मंडी एरिया में अधिक गंदगी
शहर में वैसे तो कई जगह पर गंदगी के ढेर लगे हुए देखे जा सकते है। फिर चाहे वह कचरा पॉइंट हो या मुख्य मार्ग। उसके अलावा कोटा दक्षिण क्षेत्र में छावनी रामचंद्रपुरा, स्माल स्केल इंडस्ट्रीयल एरिया व थोक फल सब्जीमंडी व नई धानमंडी इलाके में अधिक गंदगी नजर आ रही है। रीको और मंडी एरिया होने से यहां कचरा अधिक डल रहा है लेकिन उसकी तुलना में सफाई नहीं हो रही है। जबकि यहां कई दुकानें, शोरूम व मकान तो ही है। साथ ही मुख्य मार्ग होने से दिनभर लोगों का आवागमन भी रहता है।
सफाई निगम का काम
लोगों का कहना है कि शहर में साफ सफाई करवाने का काम नगर निगम का है। आमजन को पता नहीं है कि एरिया किसका है। लेकिन मेन रोड पर कचरा पड़ा होने से गंदगी व दुर्गंध का सामना तो आमजन को ही करना पड़ रहा है। सफाई निगम करवाए या अन्य विभाग लेकिन शहर में कम से कम मुख्य मार्गों से तो कचरा नियमित उठना ही चाहिए। जिससे बीमारियों का खतरा भी नहीं रहे। कचरा पड़ा होने से वहां आवारा मवेशियों का भी जमघट लगा रहता है।
रीको व मंडी एरिया में निगम नहीं करवाता सफाई
नगर निगम कोटा की स्वास्थ्य अधिकारी रिचा गौतम ने बताया कि नगर निगम की ओर से मुख्य मार्गों के साथ ही वार्डों में भी निगम के स्थायी व संवेदक के कर्मचारियों से नियमित सफाई करवाई जा रही है। इसके अलावा भी जहां से सफाई नहीं होने व कचरा पड़ा होने की शिकायत प्राप्त होती है तो वहां टीम भिजवाकर सफाई करवाई जा रही है।उन्होंने बताया कि स्माल स्केल इंडस्ट्रीयल एरिया रीको के अधीन आता है। यहां कचरा पड़ा होने की सूचना पर वे भी मौका देखने गई थी। लेकिन यह रीको का एरिया होने से यहां रीको वाले ही सफाई करवाते है। इसी तरह से मंडी में मंडी समिति की ओर से सफाई करवाई जाती है। इस कारण से इन दोनों जगहों पर निगम की ओर से सफाई नहीं करवाई जाती।
रीको एरिया में रीको ही करवाता है सफाई
इधर रीको के अधिकारी वी.के. विजय ने बताया कि रीको एरिया में साफ सफाई रीको की ओर से ही करवाई जाती है। इसके लिए अलग से टीम लगाई हुई है। लेकिन फिर भी यदि कहीं अधिक कचरा है और समय पर कचरा नहीं उठ रहा है तो उसे दिखवाकर सफाई करवा दी जाएगी।

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