दशहरा मेले में स्वागत सत्कार पर ही निगम खर्च करेगा 7 लाख रुपए

3.39 लाख की मालाएं व बुके और 3.36 लाख रुपए हाउस कीपिंग पर होंगे खर्च

दशहरा मेले में स्वागत सत्कार पर ही निगम खर्च करेगा 7 लाख रुपए

नगर निगम की ओर से आयोजित होने वाले दशहरा मेले के दौरान बजट तो 8 करोड़ रुपए का है लेकिन मेले में हर छोटे से छोटे काम पर लाखों रुपए खर्च होंगे। मेले के दौरान स्वागत सत्कार पर ही करीब 6.50 लाख रुपए से अधिक का खर्चा होगा।

कोटा । नगर निगम की ओर से आयोजित होने वाले दशहरा मेले के दौरान बजट तो 8 करोड़ रुपए का है लेकिन मेले में हर छोटे से छोटे काम पर लाखों रुपए खर्च होंगे। मेले के दौरान स्वागत सत्कार पर ही करीब 6.50 लाख रुपए से अधिक का खर्चा होगा। नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण द्वारा संयुक्त रूप से मेले का आयोजन किया जाएगा। 26 सितम्बर से शुरू होने वाला मेला 21 अक्टूबर तक चलेगा। मेले के दौरान होने वाली हर व्यवस्था पर खर्चा होगी। जिसमें से अधिकतर काम व खर्चा टेंडर के माध्यम से किया जाएगा। इसका मकसद कम से कम खर्च में अच्छे से अच्छा काम कराया जाना है। नगर निगम द्वारा हाल ही में निर्माण अनुभाग के माध्यम से 19 कामों के टेंडर जारी किए गए थे। करीब 2 करोड़ रुपए के उन टेंडरों में मेले के दौरान फूल मालाओं का भी टेंडर शामिल है। यह टेंडर 3 लाख रुपए का था। जिसमें विभिन्न सांस्कूतिक कार्यक्रमों व प्रतियोगिताओं प्रतिदिन और अन्य उत्सवों व आयोजनों पर फूल माला, बुके व फूल पत्ती की व्यवस्था का टेंडर  3.39 लाख रुपए का हुआ है। इसके साथ ही दशहरा मैदान में पक्की दुकानों, श्रीराम रंगमंच व विजयश्री रंगमंच पर हाउस कीपिंग का कार्य 3.68 लाख रुपए का था। जो 3 लाख 36 हजार 250 रुपए में हुआ है। इस तरह से इन दोनों कामों पर ही निगम द्वारा करीब 6.50 लाख से अधिक का खर्चा किया जाएगा। 

आतिशबाजी का दोबारा किया टेंडर
नगर निगम द्वारा दशहरा मेले के अवसर पर ग्रीन आशितबाजी करवाने का 6 .08 लाख रुपए का टेंडर किया गया था। लेकिन पहली बार में किसी भी फर्म ने टेंडर में हिस्सा नहीं लिया। इस पर निगम ने इसका दोबारा से टेंडर जारी किया है। इसी तरह से मैदान में झूले, कच्ची भूमि पर दुकानों के ले आउट व नक् शे प्रिंट का 1.30 लाख रुपए का टेंडर जारी किया था। जिसमें भी किसी फर्म ने हिस्सा नहीं लिया। जिसका भी दोबारा से टेंडर किया गया है। वहीं कई टेंडर में रेट बिलो है तो कई में अप है। उनमें नेगोशिएशन किया जा रहा है। 

इनका कहना है
मेले के दौरान होने वाले कामों के टेंडर जारी किए हैं। उनमें सभी तरह के काम शामिल हैं। आयोजनों के दौरान काम आने वाले फूल माला व बुकों और हाउस कीपिंग का भी टेंडर किया गया था। जिस पर निर्धारित राशि में ही खर्चा किया जाएगा। इसका टेंडर दर जारी की गई है। यदि मेले में वह सामग्री काम नहीं आई तो उसका उपयोग बाद में भी किया जा सकेगा। 
- ए.क्यू कुरैशी, मेला प्रभारी कोटा दक्षिण

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