सोनोग्राफी रूम में लटका है ताला, धूल खा रही 16 लाख की मशीन
महिलाओं को मशीन आने के बाद भी उपचार के लिए जाना पड़ रहा कोटा
सुल्तानपुर के अस्पताल में करीब ढाई वर्ष पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के द्वारा सोनोग्राफी मशीन लगवा दी गई थी
सुल्तानपुर। सुल्तानपुर के अस्पताल में करीब ढाई वर्ष पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के द्वारा सोनोग्राफी मशीन लगवा दी गई थी। लेकिन कुछ दिनों तक ही व्यवस्था सुचारू चल पाई। उसके बाद पूर्व में भी सोनोलॉजिस्ट का स्थानांतरण हो जाने के कारण रोगियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था। वर्तमान में भी करीब 19 माह से सोनोग्राफी का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि सोनोलॉजिस्ट उपलब्ध नहीं होने के कारण महिलाओं को उपचार कराने के लिए 40 किलोमीटर दूर कोटा शहर जाना पड़ रहा है। ब्लॉक क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल मेडिकल कॉलेज कोटा के अधीन आने वाली सीएचसी सोनोग्राफी मशीन को लगाए हुए करीब ढाई वर्ष का समय हो गया है। लेकिन आम जनता को कुछ समय ही सोनोग्राफी मशीन का लाभ मिल सके। उसके बाद वापस सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। सोनोलॉजिस्ट के अभाव में सोनोग्राफी सेंटर पर ताला लगा हुआ है। अस्पताल में प्रतिदिन करीब दो दर्जन मरीज ऐसे आते हैं जिन्हें सोनोग्राफी की आवश्यकता होती है, उन्हें कोटा या फिर निजी अस्पतालों में जाकर अपना उपचार कराना पड़ता है। चिकित्सालय प्रशासन द्वारा इस मामले में कई बार उच्चाधिकारियों को सोनोलॉजिस्ट लगवाने के लिए अवगत करा दिया गया है। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। सोनोलॉजिस्ट के अभाव में करीब 19 माह से सोनोग्राफी सेंटर पर ताला लगा हुआ है। जिससे रोगियों को मोटी रकम चुका करके अपना उपचार कराने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। गंभीर हालत में प्रसव के लिए भर्ती होने वाली महिलाओं को भी बिना सोनोग्राफी जांच के ही 40 किलोमीटर दूर कोटा जाना मजबूरी बन गया है।
काफी संघर्ष के बाद मिली थी सोनोग्राफी मशीन
सोनोग्राफी मशीन की सुविधा को लेकर के युवा शक्ति के द्वारा आंदोलन चलाया गया था। जिसमें युवाओं के साथ ही नगर वासियों एवं महिलाओं ने भी आंदोलन को सफल बनाने के लिए योगदान दिया था। जिसके फलस्वरूप लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के द्वारा ग्रामीणों की मांग पर एवं नगर के लोगों की मांग पर सोनोग्राफी मशीन की घोषणा कर सीएचसी में मशीन उपलब्ध करवाई थी। लेकिन 19 माह बाद भी इसे नियमित रूप से शुरू नहीं कराया जा सका है। स्थिति यह है कि 16 लाख से अधिक राशि की मशीन धूल खा रही है। इस मामले में संबंधित अधिकारियों का कहना है कि विभाग के पास सोनोलॉजिस्ट नहीं है। लेकिन सोनोलॉजिस्ट लगाने के लिए जनप्रतिनिधियों का भी कोई ध्यान नहीं है। जबकि सीएचसी मेडिकल कॉलेज कोटा के अधीन आता है। जहां प्रशासन और जनप्रतिनिधि चाहे तो प्रतिनियुक्ति पर ही सोनोलॉजिस्ट लगा कर नगर वासियों एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को राहत पहुंचा सकते हैं।
इनका कहना
सोनोग्राफी मशीन की सुविधा नहीं मिलने के कारण रोगियों को 40 किलोमीटर दूर कोटा जाना पड़ता है। सोनोग्राफी मशीन की सुविधा सुल्तानपुर नगर के अस्पताल में होने के बावजूद भी आपातकालीन स्थिति में भी सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है। जिसके कारण रोगियों को परेशानी होती है।
- रवि शर्मा, वार्ड पार्षद
पूर्व में सांसद ओम बिरला द्वारा सोनोग्राफी मशीन लगा दी गई थी। लेकिन उसका संचालन सुचारु रूप से नहीं होने के कारण मरीज को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
- संदीप शर्मा, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष
सोनोग्राफी मशीन होने के बावजूद सुल्तानपुर ब्लॉक के रोगियों को या तो निजी अस्पतालों में आर्थिक खर्चा करके सोनोग्राफी करनी पड़ रही है। अन्यथा उन्हें इलाज के लिए कोटा जाना पड़ता है।
- अजहरुद्दीन खान, युवा नेता, कांग्रेस
सुल्तानपुर चिकित्सालय में मरीजों को हरसंभव चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। साथ ही मरीजों को निशुल्क दवाइयां देकर के उपचार किया जा रहा है। सोनोलॉजिस्ट के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया हुआ है। सोनोलॉजिस्ट का स्थानांतरण हो जाने से समस्या उत्पन्न हुई है। इस मामले में उच्च अधिकारियों को लिखित में अवगत कराया जा रहा है।
- डॉक्टर श्याम मालव, सीएचसी प्रभारी
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