तीसरी आंख को उपचार की दरकार, बजट का इंतजार
थोक फल-सब्जी मंडी में दो माह से सीसीटीवी कैमरे खराब
ग्राहकों और दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कोटा। शहर के धानमंडी क्षेत्र स्थित थोक फल-सब्जी मंडी में काफी समय से 32 सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हुए हैं। सीसीटीवी कैमरे खराब होने से दुकानदार और ग्राहक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। थोक फल सब्जी मंडी में करीब 150 दुकानें है और हर माह करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। इसके बावजूद मंडी में सीसीटीवी कैमरों को अभी तक ठीक नहीं करवाया गया है। मंडी प्रशासन की ओर से कैमरों की मरम्मत के लिए करीब ढाई लाख के बजट की फाइल कृषि निदेशालय को भेज रखी है। करीब दो माह बाद भी फाइल को बजट को हरी झंडी को नहीं मिल पाई है। इस कारण अभी तक कैमरे नहीं ठीक नहीं हो पाए हैं।
मंडी परिसर की कैसे हो मॉनिटरिंग
जानकारी के अनुसार यह शहर की प्रमुख फल सब्जीमंडी है और इससे हजारों किसान एवं कई राज्यों के व्यापारी जुड़े हुए हैं। ऐसे में थोक फलसब्जी मंडी में सुरक्षा की दृष्टि से 32 सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं। इसके लिए मंडी के दुकानदारों की ओर राशि उपलब्ध कराई गई थी। करीब दो माह पहले सीसीटीवी कैमरे के पैनल को चूहे ने नुकसान पहुंचा दिया था। इसके बाद सभी कैमरे बंद पड़े हुए हैं। मंडी परिसर में चूहों की भरमार है। ऐसे में पैनल को चूहों ने खराब कर दिया है। इससे अब ग्राहकों और दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ढाई लाख का बना एस्टीमेट, मंजूरी के लिए भेजा
जानकारी के अनुसार मंडी में लगे 32 कैमरों का संचालन एक पैनल के माध्यम से होता है। दो माह पहले चूहों ने पैनल के तारों को कुतर दिया था। इससे कैमरे बंद हो गए। मंडी प्रशासन ने पैनल को दिखवाया तो उसके ठीक करने के लिए ढाई लाख का खर्चा बताया गया। इसके बाद मंडी प्रशासन ने ढाई लाख का एस्टीमेट बनवाकर कृषि निदेशालय जयपुर को भेज दिया। अब दो माह बाद निदेशालय से इसकी स्वीकृति नहीं मिल पाई है। बजट के अभाव में अभी तक कैमरे ठीक नहीं हो पाए है।
कैमरों के अभाव में वारदातों का खतरा
यहां सब्जी मंडी में वाहन चोरी का खतरा बना रहता है। मंडी में सुबह 3 बजे से ही किसान सब्जी लाने शुरू हो जाते है। किसान वाहनों को पार्किंग के अभाव में मंडी परिसर में ही इधर-उधर खड़े कर देते है। ऐसे में चोर मौका पाकर वाहन चोरी करने का प्रयास करते हैं। कुछ माह पहले एक किसान की मंडी में खड़ी बाइक को अज्ञात जनों ने चोरी करने का प्रयास किया था। सही समय पर पता लगने के कारण चोर सफल नहीं हो पाया और मौके से फरार हो गया। हाड़ौती की सबसे बड़ी फल सब्जीमंडी होने के कारण यहां पर काफी संख्या में किसान अपना माल बेचने के लिए आते हैं। इसलिए यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से कैमरों का शुरू होने बेहद जरूरी है।
इनका कहना है
सुबह के समय मंडी में काफी भीड़ रहती है। इस दौरान जेबकट भी घूमते रहते हैं। मंडी के कैमरे खराब होने से जेबकटी का अंदेशा ज्यादा बना रहता है। मंडी प्रशासन को जल्द से जल्द खराब कैमरों को ठीक करवाना चाहिए, ताकि ग्राहकों को कोई परेशानी नहीं हो।
- रामलाल मीणा, ग्राहक
मंडी में सीसीटीवी कैमरों की जरूरत है। तड़के साढ़े 3 बजे से मंडी में आवाजाही शुरू हो जाती है। हर पल अपराधिक घटनाओं को लेकर भय रहता है। सीसीटीवी कैमरे शुरू होने से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
- शब्बीर वारसी, थोक व्यापारी
थोक मंडी में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं। चूहों के कारण इसका पैनल खराब हो गया था। कैमरों को ठीक करवाने का एस्टीमेट बनवाकर कृषि निदेशालय को भिजवा रखा है। जल्द ही इसकी मंजूरी मिलने वाली है। इसके बाद कैमरे चालू हो जाएंगे।
- विश्वजीत सिंह, सचिव, थोक फल-सब्जी मंडी कोटा
Comment List