उधड़ी सड़कें दे रही जख्म, गंदगी से बीमारी का खतरा
कोटा उत्तर वार्ड 69 - कम दबाव से हो रही जलापूर्ति, नालियों की नहीं हो रही सफाई, सड़कों पर गहरे गड्ढेÞ, जगह-जगह बिखरी पड़ी गिट्टियां
शहर के अंदरुनी इलाकों में विकास के लिए नगर निगम गंभीर नहीं है। वार्डों में आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। जगह-जगह गहरे गड्ढे और उनमें भरा बरसाती पानी बाशिंदों को जख्म दे रहे हैं।
कोटा। शहर के अंदरुनी इलाकों में विकास के लिए नगर निगम गंभीर नहीं है। वार्डों में आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। जगह-जगह गहरे गड्ढे और उनमें भरा बरसाती पानी बाशिंदों को जख्म दे रहे हैं। बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से कीचड़ व गंदगी की समस्या हो गई। वहीं, मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया। इतना ही नहीं, सीवरेज लाइन डालने के लिए आरयूआईडीपी ने सड़कों को उधेड़ रख दिया। बच्चों को घर से स्कूल पहुंचाना व वापस घर लाना काफी जोखिमभरा है। नालियों की सफाई नहीं हो रही। सड़कों के अभाव में कॉलोनियों में पानी भरा रहता है। बरसात के समय घर बाहर निकलना तक मुश्किल हो जाता है। रोड लाइटों के अभाव में शाम को ही अंधेरा पसर जाता है। खाली प्लॉटों में गंदगी का ढेर लगा है। दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो गया। कोटा उत्तर नगर निगम के वार्ड 69 के हालातों से दुखी बाशिंदोें ने कुछ इस तरह पीड़ा बयां की।
पानी के लिए रहती मारामारी
वार्ड में पानी की समस्या है। मोटर के बिना नलोें में पानी नहीं आता। जरूरत के मुताबिक पानी एकत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। वहीं, छतों पर रखी टंकियां भरने के लिए रात दिन मोटर चलानी पड़ती है, जिससे बिजली का बिल अधिक बढ़ रहा है। हाल यह हैं, घर की दहलीज पर लगे नलों में भी पानी नहीं आता। रात को सोने से पहले पानी का जुगाड़ करना मजबूरी हो गई है। पार्षद को इस संबंध में शिकायत की थी लेकिन ध्यान नहीं दिया।
-जीतू कोली, वार्डवासी
गंदगी का लग रहा ढेर
सड़क किनारे गंदगी का ढेर लगा हुआ है। सफाईकर्मी कॉलोनियों में नहीं आते। बरसात में कचरा सड़ता है, दुर्गंध से लोगों का यहां से निकलना तक मुश्किल हो रहा है। वहीं, खाली प्लॉट कचरा प्वाइंट बन गए हैं। जहां बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगी होने से जहरीले जीव जंतुओं का खतरा बना रहता है। सड़कों पर पानी जमा होने से खतरनाक बीमारियों का लार्वा पनप रहा है। पार्षद से शिकायत करते हैं तो ध्यान नहीं दिया जाता।
-भीमराज मिमरोट, वार्ड 69 निवासी
सड़ रही नालियां, नहीं होती सफाई
कॉलोनियों में नालियों की नियमित सफाई नहीं होती। बरसात में इलाके का कचरा बहकर नालियों में जमा हो गया। जिससे पानी की निकासी नहीं हो रही। घरों से निकलने वाला गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर फैला रहता है, जिसमें मच्छर पनप रहे हैं। मौसमी बीमारियों का खतरा रहता है। सफाईकर्मी नियमित रूप से नहीं आते। लंबे समय से नालियों की सफाई नहीं हुई। पार्षद से शिकायत की लेकिन फायदा नहीं हुआ।
- प्रेम विजयवर्गीय, वार्डवासी
क्षतिग्रस्त सड़कें बढ़ा रही दर्द
इलाके की सभी सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही है। बरसों से मरम्मत नहीं हुई। जगह-जगह गहरे गड्ढे हो रहे हैं। गड्ढों से वाहन गुजरने के दौरान लगते झटकों से कमर व घुटनों का दर्द बढ़ रहा है। वहीं, वाहनों का अनावश्यक मेंटिनेंस बढ़ रहा है। बरसाती पानी की वजह से गड्ढे दिखाई नहीं देते, जिससे कई बार बाइक सवार हादसे का शिकार हो चुके हैं। पार्षद से सड़कों की मरम्मत करवाने को कहते हैं लेकिन ध्यान नहीं दिया जाता। शिकायत किससे करें, कोई सुनने वाला नहीं हैं।
-रामचरण बैरवा, वार्ड 69 निवासी
वार्ड की जनसंख्या करीब साढ़े पांच हजार है, जिसके मुकाबले में संसाधन नहीं है। वार्ड में 8 सफाईकर्मी लगे हैं,जबकि जरूरत 20 की है। ऐसे में सफाई ठीक से नहीं हो पाती। वहीं, कचरा संग्रहण के लिए दो टीपर लगे हैं, लेकिन वो भी कभी-कभी आते हैं। बारिश के बाद वार्ड में सीसी सड़कें बनाई जाएंगी। इसके अलावा जिन इलाकों में पानी की समस्या है, जलदाय विभाग के अधिकारियों से बात कर जलापूर्ति में सुधार करवाएंगे।
- ममता कंवर, पार्षद वार्ड 69
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