जाखेड़ा गौशाला की 100 से अधिक गायों की मौत
ग्रामीणों में रोष, घटिया चारा व देखरेख नहीं करने का लगाया आरोप
निकटवर्ती ग्राम जाखेड़ा में संचालित दो गौशाला में पिछले कुछ दिनों के अंतराल में लगभग 100 से भी अधिक गायों की मौत हो चुकी है और गायों के मरने का सिलसिला आज दिन तक जारी है। शनिवार को गायों की मौत के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने से लोगों में रोष पनप गया और गौभक्तों ने इसे संचालकों द्वारा जानबूझ कर बरती गई घौर लापरवाही बताया। साथ ही इसकी जांच करवा कर दोषी लोगो के खिलाफ सख्त कार्रवाही की मांग की ।
डेगाना। निकटवर्ती ग्राम जाखेड़ा में संचालित दो गौशाला में पिछले कुछ दिनों के अंतराल में लगभग 100 से भी अधिक गायों की मौत हो चुकी है और गायों के मरने का सिलसिला आज दिन तक जारी है। लेकिन इस पर किसी ने भी ध्यान नहीं देकर मृत गायों को दफना कर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया गया। शनिवार को गायों की मौत के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने से लोगों में रोष पनप गया और अनेक गौभक्तों ने इसे संचालकों द्वारा जानबूझ कर बरती गई घौर लापरवाही बताया। साथ ही इसकी जांच करवा कर दोषी लोगो के खिलाफ सख्त कार्रवाही की मांग की गई।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार गायों के मौत के पीछे घटिया और हल्के किस्म का चारा होना बताया जा रहा है, जो गायों के लिए आहार की जगह जहर बन गया और गौशाला की शारीरिक रूप से कमजोर थकी हारी गाये इस चारे को पचा नहीं पाई और एक एक कर मौत का ग्रास बनती गई। आश्चर्य इस बात का रहा कि इतनी बड़ी संख्या में हो रही गायों की मौत के पीछे का कारण जानने के बजाय गौशाला के संचालकों ने बिना किसी चिकित्सक को अथवा प्रशासन को जानकारी दिये बिना ही गायों को गौशाला के आस पास ही खड्डा खोद कर दफना दिया गया। लेकिन शुक्रवार को अचानक कई गायों की मौत होने के समाचार मिलने पर ग्रामीणों ने गायों की मौत के फोटो और वीडियो बनाकर वायरल किए तब जाकर लोगों के अलावा प्रशासन तक ये बात पहुंची। अब जिला और स्थानीय प्रशासन के साथ पशुपालन महकमा भी चेता और गायों की मौत होने के कारणों का पता लगाने मे जुट गया है। दूसरी ओर पशु चिकित्सक श्रीकांत खोडवें भी शनिवार को अपनी टीम के साथ जाखेडा गौशालाओं में पहुंचे जिन्होंने बताया कि मृत गायों का पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिसके बाद ही गायों की मौत का असली कारणों को पता लगेगा। जानकारी के अनुसार जाखेड़ा में दो गौशाला है। जिसमें एक को नागपुर प्रवासी जाखेडा का मालु परिवार तथा दूसरी ओर जाखेड़ा के ग्रामीणों द्वारा चलाई जा रही है। गायों की मौते दोनों ही गौशालाओं में लगातार हो रही है। इसमें पशुपालन विभाग की भी घौर लापरवाही सामने आ रही है। पूर्व मंत्री अजय सिंह किलक ने पूरे मामले की विस्तृत जांच करवा कर दोषी को दंडित कर गायों को न्याय दिलाने की मांग की है। सूत्रों के अनुसार गायों की इतनी बड़ी मात्रा में हुई मौतों का कारण प्रथम दृष्टया दूषित चारा खाना से हुई है। बाकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता लगेगा।
इनका कहना है
जाखेडा की गौशालाआें में संचालकों की लापरवाही के चलते एक साथ सौ से भी अधिक गायों की मौत होना दुखद समाचार है। जिला कलक्टर को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराने तथा गायों की मौत के जिम्मेवार लोगों तथा घटिया किस्म का चारा लाकर गायों को खिलाने के इस कृत्य में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाही करने की मांग की है। गौशाला में अनुदान को लेकर भी भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है गौशाला में गाय कम है और मिली भगती से अनुदान ज्यादा गायों का उठाया जा रहा है। -अजय सिंह किलक पूर्व मंत्री
मीडिया के जरिए आज जाखेड़ा की गौशाला में गायों की मौतें होने के समाचार मिला है। जिस पर पशुपालन विभाग व जिला प्रशासन को सूचित कर मामले की जांच करने तथा गौशाला में शेष रहे गौवंश को बचाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए है। साथ ही मृत गौवंश का पोस्टमार्टम करवा कर मौत के कारणों को पता लगाने के निर्देश दिए हैं। -विजयपाल मिर्धा, विधायक डेगाना
पिछले 25 वर्षो से हमारे परिवार द्वारा गांव में गौशाला का खर्च उठाया जा रहा है। गौशाला में लगभग 400 गायों की सेवा की जा रही है। गायों की सेवा में खर्च होने वाली राशि हमारे परिवार द्वारा भेजी जाती है। हाल ही 25 लाख रुपए चारा पानी के लिए दिए थे। इस समय हमारी भी आर्थिक स्थिति खराब है। गौशाला को स्थानीय लोग ही संभालते है। मुझे गायों की मौत होने के दुखद समाचार मिले थे। मालु ने बताया कि आजकल गौशाला की आथर््ििक स्थिति भी कमजोर है और सरकार द्वारा अनुदान भी समय पर नहीं मिल रहा है। जिससे स्थिति और खराब हुई है। -लालचंद मालु नागपुर प्रवासी जाखेडा
सरकार द्वारा डेगाना की गौशालाओं को समय पर अनुदान नहीं दिया जा रहा हे। आर्थिक स्थिति खराब है। चारा महंगा होने से खरीद पाना मुश्किल है। जाखेडा ही नहीं अन्य गौशालाओं में भी बिना चारा पानी के गायों की स्थिति खराब है। ऊपर से भीषण गर्मी व पौष्टिक चारे के अभाव में गायों की लगातार मौतें हो रही है। गौवंश को बचाने के लिए सरकार से आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। -गिरवर सिंह, गौशाला तहसील अध्यक्ष
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