नीट का पेपर बेचने की आशंका में कांस्टेबल डिटेन : साथियों से पूछताछ, सूचना पर एक दिन पूर्व सक्रिय हो गई थी एसओजी
मोबाइल डेटा से खुला फर्जीवाड़े का राज
चैटिंग, कॉल रिकॉर्डिंग और डिजिटल लेन-देन से स्पष्ट हुआ कि ये लोग पहले से रेकी कर ऐसे अभ्यर्थियों को निशाना बनाते थे, जो नीट जैसी परीक्षाओं में असफल होने के डर से लालच में आ सकते थे।
राजसमंद। जयपुर एसओजी की टीम ने आयोजित नीट की परीक्षा का पेपर बेचने की सूचना पर राजसमंद से एक कांस्टेबल को हिरासत में लिया है। अब कांस्टेबल से पूछताछ के बाद ही इसका खुलासा होगा कि उसने पेपर बेचा या नहीं। कांस्टेबल वर्तमान में जयपुर मेट्रो में कार्यरत है। जानकारी के अनुसार कांस्टेबल हरदास पूनिया नाथद्वारा में किसी काम से आया था। काम निपटाने के बाद वह राजसमंद पुलिस लाइन मेंमित्रों से मिलने के लिए पहुंचा था।
इस बीच, उसका पीछा कर रही एसओजी टीम ने उसके मोबाइल लोकेशन को ट्रैक कर धर दबोचा। हालांकि एसओजी ने मामले में अब तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। अधिकारियों के अनुसार कांस्टेबल ने अपने दो साथियों के साथ अभ्यर्थी छात्र और उसके माता-पिता को गुरुग्राम बुलाया था। पेपर देने का झांसा देकर उन्हें घंटों एक स्थान पर बैठाए रखा और पैसों का दबाव बनाने लगा। संदेह होने पर पीड़ित परिवार ने सीधे एसओजी से संपर्क किया।
मोबाइल डेटा से खुला फर्जीवाड़े का राज
पुलिस ने तीनों आरोपियों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं। चैटिंग, कॉल रिकॉर्डिंग और डिजिटल लेन-देन से स्पष्ट हुआ कि ये लोग पहले से रेकी कर ऐसे अभ्यर्थियों को निशाना बनाते थे, जो नीट जैसी परीक्षाओं में असफल होने के डर से लालच में आ सकते थे। प्रारंभिक जांच में इस गिरोह की जड़ें राजस्थान के कई जिलों से जुड़ी प्रतीत हो रही हैं। राजस्थान एसओजी ने बताया कि यह पूरा मामला एक सुनियोजित ठगी का हो सकता है। आरोपियों के पास से कोई असली पेपर नहीं मिला है, यानी छात्र-परिवार को केवल झांसा देकर ठगने की मंशा थी।
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