Demonology, Drugs and Depression की आंतरिक लड़ाई पर बनाई फिल्म
फिल्म के निर्माता मुकुल खंडिया ने बताया कि यह कहानी एक लड़की आकांक्षा के बारे में है जो आंतरिक संघर्षों से जूझ रही है।
अंत में पता चलता है की वो किसी बाहर की शक्ति से जो डेमोनोलॉजी से जुड़ी है उसमें समा गई और खो गई।
उदयपुर। राजस्थान में उदयपुर के नौजवानों ने डेमोनोलॉजी, ड्रग्स एवं डिप्रेशन की आंतरिक लड़ाई को लेकर एक लघु फिल्म रिलीज की है।
फिल्म के निर्माता मुकुल खंडिया ने बताया कि यह कहानी एक लड़की आकांक्षा के बारे में है जो आंतरिक संघर्षों से जूझ रही है। वह खुद से लड़ रही है, जद्दोजहद का सामना करती है। ड्रग्स का इस्तेमाल करती है और उसमें एक ऐसा डर है कि दुनिया उसके खिलाफ है। उसका रवैया और जलन उसे निगल लेता है। उसे पहले ही नतीजे पूर्वानुमानित करने और निर्णय लेने की अनुमति देते है।
वह दूसरों की सुंदरता और खुशी में ईष्या करने लगती है, जिससे वह खुद को चोट पहुँचाती है। उसने विचार किया और एक अनुमानित प्रतिद्वंद्वी (रेंडम गर्ल जो की काल्पनिक है) को नुकसान पहुंचाने के लिए वास्वतिकता और कल्पना की रेखा का मिलान कर दिया। अंत में पता चलता है की वो किसी बाहर की शक्ति से जो डेमोनोलॉजी से जुड़ी है उसमें समा गई और खो गई।
इस फिल्म के निर्माता एवं लेखक मुकुल खांडिया, स्कीनप्ले राइटर्स अरशद कुरैशी एवं मुकुल खांडिया, फिल्म की मुख्य भूमिका में कृष्णा शर्मा, करन सिंह राजपुरोहित, रिया नागदेव, उमंग सोनी, दिव्यांश डाबी, हर्ष दुबे, प्रणय पंड्या, सतीश खोखर, प्रमोद रैगर एवं कैलाश जांगिड़ है।
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