उदयपुर से उदय होगा कांग्रेस की उम्मीदों का सूरज
कांग्रेस का नव संकल्प शिविर आज से
कांग्रेस का नव संकल्प शिविर शुक्रवार से होगा जिसमें देशभर से जुटे 430 से अधिक कांग्रेस पदाधिकारी सामाजिक समरसता, अर्थव्यवस्था, कृषि-किसान आदि छह मुद्दों पर चिंतन-मंथन कर आगे की रणनीति तय करेंगे, जो कांग्रेस देश की वर्तमान परिस्थितियों से उबरने एवं पिछले कुछ समय से चुनाव में लगातार विफलता से बाहर आने की राह दिखाएगा।
उदयपुर। कांग्रेस का नव संकल्प शिविर शुक्रवार से शुरू हो गया है। जिसमें देशभर से जुटे 430 से अधिक कांग्रेस पदाधिकारी सामाजिक समरसता, अर्थव्यवस्था, कृषि-किसान आदि छह मुद्दों पर चिंतन-मंथन कर आगे की रणनीति तय कर रहे हैं, जो कांग्रेस देश की वर्तमान परिस्थितियों से उबरने एवं पिछले कुछ समय से चुनाव में लगातार विफलता से बाहर आने की राह दिखाएगा। कुल मिलाकर उदयपुर से कांग्रेस की नई उम्मीदों का सूरज उदय होगा। शुक्रवार से 15 मई तक चलने वाले इस शिविर के निष्कर्ष राष्ट्रीय स्तर पर लागू किए जाएंगे।
चिंतन शिविर को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वर्तमान में देश की सरकार और सत्ताधारी दल ने देश के प्रजातंत्र, संविधान व 140 करोड़ देशवासियों के अधिकारों पर हमला बोल रखा है। देश प्रजातांत्रिक, आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से संक्रमण काल से गुजर रहा है। यही कारण है कि 70 साल पुरानी कांग्रेस को आत्म चिंतन, आत्म मंथन और आत्मावलोकन करना पड़ा है। उधर, शिविर को लेकर देशभर से कांग्रेसजन व चिंतक गुरुवार को उदयपुर पहुंचे, जबकि राहुल गांधी, सोनिया गांधी व प्रियंका गांधी शुक्रवार सुबह उदयपुर पहुंचें।
इसलिए पड़ी ‘चिंतन’ की आवश्यकता
कारण. 1 : आर्थिक असमानता
- 115 देशों के ग्लोबल हंगर इंडैक्स में भारत पिछड़कर 101वें पायदान पर पहुंचा।
- 142 सबसे बड़े अमीरों की संपत्ति तो एक साल में 30 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई, पर देश के 84 फीसदी घरों की आय घट गई।
- 15 लाख हर खाते में आना तो दूर बचत का पैसा भी लूट गया।
- 75 साल में रुपए की कीमत में सबसे बडी गिरावट। आज 1 अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत 77.56 हो गई है।
कारण. 2 : महंगाई
- 2014 में 410 रुपए में मिलने वाला गैस सिलेंडर अब 1000 रुपए हो गया है।
- पेट्रोल 71 रुपए लीटर था, जो वर्तमान में 118 रुपए जा पहुंचा है, इसी तरह डीजल भी 56 रुपए लीटर से 98 रुपए हो गया है।
- पेट्रोल-डीजल पर टैक्स लगाकर मोदी सरकार ने 27 लाख करोड कमाए, जनता खाली ही रही।
- पेट्रोल से परिवहन तो डीजल के महंगे होने से किसानों की कमर टूट गई है।
कारण. 3 : बेरोजगारी
75 सालों में पहली बार बेरोजगारी दर सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 8 प्रतिशत पार कर चुकी है। सरकारी उपक्रमों में 30 लाख से ज्यादा पद खाली पडेÞ हैं। सेनाओं में 2.55 लाख पद खाली हैं। 2 करोड़ रुपए सालाना रोजगार देना तो दूर करोड़ों रोजगार चले गए। एमएसएमई में तालाबंदी की कगार पर पहुंचे उद्योग।
कारण. 4 : आदिवासियों पर कुठाराघात
वर्तमान सरकार ने दलित व आदिवासी सब प्लान खत्म कर दिया है। उनके आरक्षण व दलित पक्षधर कानूनों पर हमला बोला जा रहा है। पीएसयू बेचकर इस वर्ग के आरक्षण समाप्त किए जा रहे हैं।
कारण. 5 : सीमा विवाद
चीन ने दुस्साहस कर लद्दाख में कब्जा कर रखा है। अरुणाचल की सीमा पर अतिक्रमण कर चीन आए दिन नए ठिकाने बना रहे हैं। डोकलाम में चीन द्वारा सडक निर्माण, तोपखाने व सैनिक ठिकानों का निर्माण कर वर्तमान सरकार को सीधी चुनौती दी है। जबकि, मोदी सरकार चीनी एप को बैन कर झूठी वाहवाही लूट रही।
(जैसा की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, रणदीप सुरजेवाला व गोविंदसिंह डोटासरा ने बताया)
70 सालों पर भारी रहे आठ साल
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि 70 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी पर मोदी सरकार के आठ साल भारी पड़े है। इस अवधि में संविधान की धज्जियां उड़ाई गई है, देश में तनाव पैदा किया गया है, तो राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में आई है व महंगाई बढ़ी है तो सामाजिक समरसता घटी है। बावजूद इसके भी हमसे पूछा जाता है कि कांग्रेस ने 70 सालों में क्या किया? कांग्रेस मुक्त का सपना देखने वाले एक दिन खुद मुक्त हो जाएंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर नहीं होगी चर्चा
चिंतन शिविर देश और कांग्रेस के लिए नई शुरुआत मानी जा रही है। इसको लेकर यह जानकारी दी जा रही है कि इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भी निर्णय लिया जाएगा, तो यह भ्रामक जानकारी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर प्रक्रिया जारी है। अगस्त में चुनाव होगा तथा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया जाएगा। हालांकि कांग्रेसजन चाहते हैं कि राहुल गांधी ही अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष हो। यह संकेत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को यहां पत्रकार वार्ता में दिया। उन्होंने कहा कि नए अध्यक्ष को लेकर प्रक्रिया जारी है। अगस्त तक का इंतजार करना होगा। इस अवधि में सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। बता दें, कांग्रेस के 13-15 मई तक उदयपुर में होने वाले नव संकल्प शिविर को लेकर यह कयास लगाए जा रहे थे कि इस शिविर में कांग्रेस के नए राष्टÑीय अध्यक्ष को लेकर भी निर्णय किया जाएगा।
नव संकल्प शिविर : एक झलक
430 : से अधिक कांग्रेसी चिंतक लेंगे हिस्सा।
50 : फीसदी होंगे 50 साल से अधिक आयु वर्ग के।
21 : फीसदी महिलाएं चिंतक होंगी शामिल।
29 : फीसदी में शामिल होंगे युवा एवं अन्य।
03 : दिवसीय होगा नव संकल्प शिविर।

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