अरुणाचल भारत का हिस्सा : चीन ने भारतीय ब्लॉगर को लिया हिरासत में, 15 घंटे पानी भी नहीं दिया
घटना 16 नवंबर 2025 को हुई
चीन ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताने पर भारतीय ब्लॉगर अनंत मित्तल को करीब 15 घंटे हिरासत में रखा। उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने का आरोप है। यह घटना 16 नवंबर 2025 को हुई। इससे पहले भी अरुणाचल की एक भारतीय महिला को शंघाई एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया था।
बीजिंग। अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताने पर चीन में भारतीय ब्लॉगर अनंत मित्तल को करीब 15 घंटे तक हिरासत में रखा गया। इस दौरान उसे खाना और पानी नहीं देकर मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया। अरुणाचल को लेकर पिछले एक महीने में यह दूसरी बार है जब चीन ने बदमाशी की है। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली एक भारतीय नागरिक को शंघाई एयरपोर्ट पर हिरासत में रखा गया था। भारतीय ब्लॉगर ने एक वीडियो बनाकर अब इसकी जानकारी दी है। उसने कहा है कि चीन के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 15 घंटे से ज्यादा समय तक उसे हिरासत में रखा गया। यह घटना 16 नवंबर 2025 को हुई, जब दिल्ली के रहने वाले ऑन रोड इंडियन नाम के एक यूट्यूबर चीन के लिए निकले और फिर उन्हें हिरासत में रखा गया।
ब्लॉगर अनंत मित्तल के मुताबिक उन्हें इसलिए हिरासत में लिया गया क्योंकि उन्होंने अपने एक ब्लॉग में अरुणाचल प्रदेश का जिक्र किया था, जो भारत का एक अभिन्न अंग है। ब्लॉगर ने उसी महिला का जिक्र किया, जिस शंघाई एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया, जो अरुणाचल की रहने वाली थीं। ब्लॉगर का कहना है कि उन्होंने अपने एक वीडियो में उस महिला का समर्थन किया था और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताया था, इसीलिए उन्हें चीन में हिरासत में ले लिया गया था।
भारतीय पासपोर्ट को मान्यता देने से इनकार :
नवंबर में अरुणाचल की रहने वाली एक भारतीय नागरिक को शंघाई के पुडोंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने करीब 18 घंटे तक हिरासत में रखा था। उसके भारतीय पासपोर्ट को मान्यता देने से इनकार कर दिया था, क्योंकि उसका जन्मस्थान अरुणाचल प्रदेश था। एक वीडियो जारी करते हुए व्लॉगर ने बताया कि जैसे ही वह इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा, अधिकारी ने उसका पासपोर्ट जांचा और सिस्टम में कुछ देखने के बाद उस पर एक स्टिकर लगा दिया। इसके बाद अन्य अधिकारियों को बुलाया गया और उसे एक अलग जगह ले जाया गया। ब्लॉगर ने बताया कि वहां पहले दो घंटे तक कोई जानकारी नहीं दी गई, जिससे वह डर गया। बाद में दो चीनी अधिकारी उसे एक अलग कमरे में ले गए, उसके मोबाइल और उसके दूसरे उपकरण जब्त कर लिए। व्लॉगर ने कहा कि उसे शक होने लगा कि अरुणाचल प्रदेश को लेकर उसकी बातों को चीन ने अपने खिलाफ माना है।

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