पाकिस्तान में इमरान खान पर देशद्रोह के मुकदमे की तैयारी, पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर बैन लगाने की कवायद शुरू
पीटीआई पर संभावित बैन, असीम मुनीर–सरकार की साझा रणनीति
पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने और उनकी पार्टी पीटीआई पर प्रतिबंध की तैयारी तेज हो गई है। सरकार और सैन्य नेतृत्व मानते हैं कि इमरान की नीतियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और आतंरिक स्थिरता को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचाया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान का चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस यानी सीडीएफ बनते ही असीम मुनीर ने इमरान खान का पाकिस्तान से नामोनिशान मिटाने की पहल कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने और उनकी राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ)पर बैन लगाने की तैयारी हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक असीम मुनीर, जो अब पाकिस्तान के सबसे ज्यादा शक्तिशाली शख्स बन चुके हैं, उन्हें इमरान खान को लेकर शहबाज शरीफ का साथ हासिल है।
एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार, सैन्य लीडरशिप के साथ मिलकर मानती है कि इमरान खान के व्यवहार ने कई मर्यादाओं का उल्लंघन किया है। जिसमें नेशनल सिक्योरिटी के कथित उल्लंघन से लेकर पाकिस्तान के डिप्लोमैटिक रिश्तों और अंदरूनी सिक्योरिटी के माहौल को अस्थिर करने वाले काम शामिल हैं। इसीलिए अब इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा।
इमरान के पास गोपनीय जानकारी से मुनीर चिंतित
सूत्रों के हवासे से रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकारियों को लगता है कि प्रधानमंत्री रहने की वजह से इमरान खान के पास पाकिस्तान की काफी संवेदनशील रणनीतिक जानकारियां हैं, जिसमें न्यूक्लियर से जुड़ी जानकारी और सरकारी सीक्रेट्स शामिल हैं। उनका आरोप है कि उनका पॉलिटिकल विरोध, सरकारी संस्थाओं के प्रति टकराव वाला रवैया और उनके पास क्लासिफाइड जानकारी होने से पाकिस्तान मुश्किल में पड़ सकता है। सूत्रों का कहना है कि इस वजह से सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं और इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह का चार्ज लगाने पर चर्चा हो रही है।
तालिबान को लेकर रवैया नरम होने का आरोप
सूत्रों का दावा है कि इमरान खान का पीटीआइ और अफगान तालिबान को लेकर रवैया नरम रहा है। इमरान खान की सरकार ने ही 2021-22 में टीटीपी के लड़ाकों को पाकिस्तान में बसाने की नीति अपनाई थी। जिस कारण आतंकी घटनाओं में 600 प्रतिशत तक का इजाफा दर्ज किया गया है। इसीलिए पाकिस्तान में बढ़ चुके आतंकवाद के पीछे इमरान खान की नीतियां काफी जिम्मेदार हैं। सूत्र बताते हैं कि यह मुद्दा भी इमरान खान के खिलाफ संभावित केस बनाने में केंद्रीय भूमिका निभा रहा है, क्योंकि सैन्य नेतृत्व इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ सीधे खिलवाड़ के रूप में देख रहा है।
इसके अलावा असीम मुनीर का मानना है कि इमरान खान ने चीन, सऊदी अरब और अमेरिका के साथ पाकिस्तान के संबंध खराब किए हैं। सरकारी सूत्रों के हवाले से न्यूज चैनल ने बताया है कि इमरान खान के बयानों और नीतियों के चलते अमेरिका, चीन और सऊदी अरब जैसे प्रमुख साझेदार देशों के साथ पाकिस्तान के संबंध बुरी तरह प्रभावित हुए। इमरान खान ने अपनी सरकार गिराने के पीछे अमेरिका का हाथ बताया, जिससे अमेरिका के साथ संबंध खराब हुए। जबकि कई परियोजनाओं में चीनी निवेशकों पर भ्रष्टाचार के आरोपों ने बीजिंग से रिश्ते बिगाड़े। इसी तरह, सऊदी नेतृत्व पर तीखी टिप्पणी और अतिरिक्त राहत पैकेज की मांग ने सऊदी को भी पाकिस्तान को लेकर नाराज कर दिया। इसीलिए अब इमरान खान पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की तैयारी हो रही है।

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