आप बात करा दीजिए... भारत से तनातनी कम करने के लिए ईरान की शरण में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ
22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान से फोन पर बात की है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान से फोन पर बात की है। इस दौरान शहबाज शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए ईरान की मदद की पेशकश का स्वागत किया। हाल ही में ईरान के विदेश मंत्री ने भारत और पाक से बातचीत कर स्थिति सामान्य करने का ऑफर दिया है।
कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस हमले में आतंकियों ने गोलियां बरसाकर 26 लोगों को मार डाला था। इस घटना के बाद भारत-पाक में युद्ध जैसी स्थिति बनती दिख रही है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पहलगाम हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और सभी पाकिस्तानियों को देश छोड़ने के लिए कहा है। वहीं पाकिस्तान ने भारतीय उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है और शिमला समझौता तोड़ने की धमकी दी है। दोनों देशों की ओर से बेहद तीखी बयानबाजी भी देखने को मिल रही है। ऐसे में ईरान ने मध्यस्थता के लिए हाथ बढ़ाया है।
हम खुद आतंक से पीड़ित : शरीफ
पाकिस्तान ने एक बार फिर पहलगाम हमले में शामिल होने से इनकार किया है। शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान पहलगाम में हुए हमले की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच में हर तरह की मदद के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पिछले दो दशकों में आतंकवाद का सबसे बड़ा शिकार रहा है, जिसमें हजारों नागरिकों की जान गई है और सरकार ने इस खतरे से निपटने के लिए अरबों डॉलर खर्च किए हैं। ऐसे में हम पीड़ित हैं, हमें हमलावर कहना ठीक नहीं है।
ईरान ने की तनाव कम करने की अपील :
ईरान ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में मध्यस्थता करने की पेशकश की है। शहबाज शरीफ ने इसके लिए ईरानी राष्ट्रपति का धन्यवाद किया और उनको पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा ही क्षेत्र में शांति के पक्ष में रहा है। अगर ईरान इस मामले में कोई भूमिका निभाना चाहता है तो पाकिस्तान उसका स्वागत करेगा। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने ट्वीट करते हुए कहा है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ईरान के पड़ोसी हैं। दोनों देशों के साथ ईरान के पुराने संबंध हैं। ईरान पड़ोसी होने के नाते दोनों देशों को अपनी प्राथमिकता में रखता है। भारत और पाकिस्तान फिलहाल मुश्किल वक्त में है। ईरान इस मुश्किल समय में दोनों देशों के बीच समझ बढ़ाने के लिए तैयार है।

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