नौसेना जवान मुनेश कुमार पंचतत्व में विलीन, गांव बिरोल में सैन्य सम्मान के साथ हुई अंत्येष्टि

छह बहिनों ने इकलौते भाई को और पत्नी ने अपने पति को किया अंतिम प्रणाम।

नौसेना जवान मुनेश कुमार पंचतत्व में विलीन,  गांव बिरोल में सैन्य सम्मान के साथ हुई अंत्येष्टि

कस्बे के बिरोल गांव में मंगलवार को ज्यूं ही मुनेश कुमार का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। पत्नी किरण देवी का रो रो कर हाल बुरा हो गया। मुनेश कुमार राड नौसेना में था पिछले दो साल से ड्यूटी के दौरान जिंदगी और मौत से लड़ रहा था सोमवार सुबह 27 जून को उन्होंने अंतिम सांस ली।

नवलगढ़। कस्बे के बिरोल गांव में मंगलवार को ज्यूं ही मुनेश कुमार का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। पत्नी किरण देवी का रो रो कर हाल बुरा हो गया। मुनेश कुमार राड नौसेना में था पिछले दो साल से ड्यूटी के दौरान जिंदगी और मौत से लड़ रहा था सोमवार सुबह 27 जून को उन्होंने अंतिम सांस ली मुनेश 6 बहिनों का इकलौता भाई था इनके दो पुत्र हैं पत्नी किरण भी राजस्थान पुलिस में तैनात है। मुनेश अपनी बटालियन में होनहार ओर बहादुर बताया जाता था।

मंगलवार को झुन्झुनू जिले के नवलगढ़ तहसील के पैतृक गांव बिरोल में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम ससंस्कार किया गया। भारत माता की जय मुनेश कुमार अमर रहे के नारों से आस-पास का माहौल गूंजने लगा। नौ सेना की टीम ने मुनेश को गार्ड आॅफ  आॅनर दिया। वहीं नौ सेना के अधिकारियों ने मुनेश कुमार की पत्नी को तिरंगा सौंपा। इस मौके पर सेना के अधिकारियों व स्थानीय लोगों ने पुष्प चक्र चढ़ा कर नमन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के हजारों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी।

अंतिम विदाई के दौरान गौरव की बात यह थी कि शहीद पत्नी श्मशान घाट जाकर पहले तो भारत माता की जय बोली फिर पति को अंतिम प्रणाम कर फक्र से विदाई दी। इस समय सब की आंखे नम हो गई। फिर सेना के अधिकारियों ने पत्नी किरण को तिरंगा भेट किया। शहीद के पिता गोपाल राम का निधन पहले ही हो चुका था माता चावली देवी जवान बेटे का शव देखकर सुदबुद खो बैठी उनकी बूढ़ी आंखे दबदबा गई और कहने लगी बेटा मेरी अर्थी को कंधा कोन देगा मेरे से पहले दुनिया छोड़ दी।

शहीद मुनेश के दो पुत्र एक 13 और दूसरा 10 साल का है।इस मौके पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी परेवज हुसैन, नवलगढ़ तहसीलदार ज्वालासहाय मीणा, नवलगढ चैयरमैन शोएब खत्री, पालिका उपाध्यक्ष कैलाश चोटिया, विधायक भाई सुरेश शर्मा, पबाना सरपंच विजेन्द्रसिंह डोटासरा, बिरोल सरपंच प्रतिनिधि नरेन्द्र कडवाल, पूर्व सरपंच घासीराम सैनी, पंचायत समिति सदस्य प्रताप पूनिया, भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश गजराज, भाजपा जिला महामंत्री योगेन्द्र मिश्रा, पूर्व पार्षद विजेन्द्र सिंह सुण्डा, मेजर रामलाल साखनिया, मेजर जय राम सिंह सहित अनेक लोगो ने पुष्प चढ़ाकर नमन किया। बडे बेटे ने मुखागिन दी। इस मौके पर आसपास के हजारों लोगों ने अंतिम संस्कार में भाग लिया। इससे पूर्व नवलगढ़ से गांव बिरोल तक तिरंगा रैली निकाली।

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