राजस्व मंडल की पूर्व अतिरिक्त राजकीय अधिवक्ता गिरफ्तार
रिश्वत लेकर फैसले लिखने के बहुचर्चित मामले में एसीबी की कार्रवाई
अजमेर। राजस्व मण्डल में रिश्वत लेकर फैसले लिखने के एसीबी में दर्ज बहुचर्चित मामले की जांच करते हुए एसीबी मुख्यालय की इंटेलिजेन्स यूनिट ने गुरुवार को अजमेर में एक और आरोपी तत्कालीन अतिरिक्त राजकीय अधिवक्ता पूनम माथुर को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उन्हें शुक्रवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। अनुसंधान अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीपी शर्मा गुरुवार सुबह टीम के साथ पूनम माथुर के शास्त्री नगर स्थित मकान पर पहुंचे। टीम माथुर को पूछताछ के लिए एसीबी इंटेलिजेन्स यूनिट के कायड़-जनाना रोड स्थित कार्यालय ले गई। वहां शर्मा ने करीब दो घंटे तक उनसे गहन पूछताछ की। इसमें वे अपने पर लगे आरोपों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। इसके बाद एसीबी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद उनका जेएलएन अस्पताल में मेडिकल मुआयना कराया और अग्रिम अनुसंधान के लिए उन्हें टीम जयपुर ले गई।
जयपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा
एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी के निर्देशन में कार्रवाई करने वाले एएसपी ने बताया कि आरोपी पूनम माथुर को शुक्रवार को एसीबी की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। उन्हें एसीबी ने एसीबी के प्रकरण संख्या 120/21 विरूद्ध सुनील शर्मा, निलम्बित सदस्य राजस्व मण्डल अजमेर व अन्य में गिरफ्तार किया है।
सरकार के खिलाफ फैसले कराने का आरोप
आरोपी पूनम माथुर पर राजकीय अधिवक्ता के रूप में राज्य सरकार की ओर से पैरवी करने के नाम पर आरोपीगणों व सदस्यों से मिलीभगत कर प्रकरण में रिश्वत लेकर राज्य सरकार के विरुद्ध फैसले कराने के गंभीर आरोप हैं।
एक नजर मामला
उल्लेखनीय है कि मामले में 9 अपै्रल 2021 को एसीबी ने कार्रवाई करते हुए राजस्व मण्डल के तत्कालीन सदस्य सुनील शर्मा व भंवरलाल मेहरडा तथा बिचौलिया (दलाल) वकील शशिकान्त जोशी को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ आरोप पत्र न्यायलय में दाखिल कर शेष अभियुक्तगणों के विरुद्ध अनुसंधान लम्बित रखा गया था। शर्मा के अनुसार मामले में अब तक कुल 6 आरोपियों को एसीबी गिरफ्तार कर चुकी है।
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