नागालैंड में सुरक्षा बलों से मुठभड़ में 10 नागरिकों की मौत, 1 जवान शहीद
घटना पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल
कोहिमा। नागालैंड के ओटिंग गांव में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में ऐसे कम से कम 10 नागरिकों की मौत हो गई है, जिन पर एनएससीएन (के) के अंडरग्राउंड कैडर होने का शक था। सुरक्षा बलों के इस अभियान के दौरान एक जवान शहीद हुआ है और 20 अन्य घायल भी हुए हैं। सेना ने घटना की पुष्टि करते हुए रविवार को जारी एक बयान में कहा कि विद्रोहियों की गतिविधियों की खुफिया जानकारी के आधार पर नागालैंड में मोन जिले के तिरु नामक इलाके में एक विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई गई थी।
बयान में कहा गया कि इस घटना और उसके परिणाम पर हमें खेद है। लोगों की जान जाने के इस दुर्भाग्यपूर्ण कारण की गहराई से जांच की जाएगी और कानून के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। सेना ने बताया इस घटना में सुरक्षा बलों को भी गंभीर चोटें आई हैं, और एक जवान शहीद भी हो गया है। यह घटना मोन जिले में तिजित अनुमंडल के लोंगखाओ इलाके में शनिवार की शाम करीब चार बजे की है।
एक स्थानीय संगठन के अनुसार, इस सुरक्षा अभियान के बाद से कई लोग लापता हैं। उन्होंने बताया कि तिरू क्षेत्र से एक पिकअप ट्रक में सवार होकर कुछ दिहाड़ी मजदूर कोयला खदान से घर लौट रहे थे और तभी सुरक्षा बलों ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया। सेना के जवानों ने इन पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं। बताया जा रहा है कि सुरक्षा बल के जवान एनएससीएन (के) कैडरों की तलाशी में जुटे हुए थे। एनएससीएन (के) नागालैंड का एक विद्रोही समूह है, जिसका नेतृत्व युंग आंग द्वारा किया जाता है।
घटना में कम से कम 10 नागरिकों की मौत होने की बात कही जा रही है। हालांकि, स्थानीय संगठनों ने 14 नागरिकों के लापता होने की जानकारी दी है। उनका कहना है कि उन्होंने सेना के जवानों कसे देर रात शवों को ले जाते हुए भी देखा है।
इस बीच, सेना के सूत्रों ने कहा कि वे अभी भी इलाके में मौजूद हैं और एनएससीएन (के) कैडरों की तलाशी में जुटे हैं। घायल जवानों को असम के डिब्रूगढ़ जिले के दिनजान आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दौरान इलाके में तनाव का माहौल है और कई अलग-अलग संगठन नागरिकों की इस तरह से हुई हत्या का विरोध कर रहे हैं। यहां सुरक्षा बलों पर भी हमला बोला गया है और सुरक्षा वाहनों में आग लगा दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, मौके पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे हुए हैं और नागरिकों की हत्या की जांच की जा रही है।
घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने ट्वीट किया है कि ओटिंग, मोन में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद निंदनीय है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं। उच्च स्तरीय एसआईटी मामले की जांच करेगी और देश की कानून व्यवस्था के अनुसार न्याय दिलाएगी। सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील है।
वहीं इस घटना पर राहुल गांधी ने सवाल उठाएं है, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने दुख व्यक्त किया है।
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