म्यूजियम में बसा जापान, अरब, स्वीडन सहित अन्य देशों की गुड़ियाओं का संसार
एक साल से अधिक समय गुजरा, म्यूजियम अभी तक बंद, ताले में कैद 600 से अधिक ‘गुड़िया’
जयपुर। त्रिमूर्ति सर्किल स्थित राजकीय सेठ आनन्दीलाल पोद्दार बधिक उ.मा.विद्यालय परिसर स्थित डॉल म्यूजियम में जापान, अरब, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, अफगानिस्तान, ईरान, अमेरिका, ब्रिटेन सहित अन्य देशों से लाई गई डॉल्स हैं। इनके जरिए विजिटर्स को हमारे देश के अलग-अलग राज्यों सहित अन्य देशों की सांस्कृतिक झलक भी देखने को मिलती है, लेकिन ये सभी डॉल्स करीब एक साल से ताले में बंद हैं। कोरोना काल में स्कूल के साथ ही ऐहतियात के तौर पर इसे भी बंद किया था, परंतु अभी तक इसे पुन: पर्यटकों के अवलोकनार्थ नहीं खोला गया है। इसके पीछे एक कारण फॉल सीलिंग गिरना भी बताया जा रहा है। स्कूल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार बारिश के मौसम में म्यूजियम की छत की फॉल सीलिंग गिर गई थी। यहां 650 से अधिक डॉल्स हैं। इसके अतिरिक्त इसमें स्पाइडर मैन, डॉर्थ मॉल, बैटमैन, हल्क, हान, सोलो जैसी गुड़िया भी हैं। वहीं इसमें जापान की मशहूर गुड़िया हिना मास्तुराई डॉल भी है।
बरसात के समय डॉल म्यूजियम की छत की फॉल सीलिंग गिर गई थी, ऐहतियातन इसे बंद कर दिया था। दो-तीन दिन में पर्यटकों के लिए फिर से खोल दिया जाएगा।
-भरत जोशी, प्रिंसिपल, राजकीय सेठ आनन्दी लाल पोद्दार बधिर उ.मा.विद्यालय
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