बीजेपी ने कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार पर साधा निशाना, सोशल मीडिया पर चलाया अभियान
प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ भाजपा ने ट्विटर पर हैशटैग गहलोत राज जंगलराज से अभियान चलाया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने ट्वीट कर अभियान का आगाज किया। पूनिया ने कहा कि देश के सबसे शांत प्रदेश को आज अपराधों में सिरमौर बना दिया है। मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री अशोक गहलोत के इस कार्यकाल की यही सबसे बड़ी उपलब्धि है।
जयपुर। प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ भाजपा ने ट्विटर पर हैशटैग गहलोत राज जंगलराज से अभियान चलाया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने ट्वीट कर अभियान का आगाज किया। पूनिया ने कहा कि देश के सबसे शांत प्रदेश को आज अपराधों में सिरमौर बना दिया है। मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री अशोक गहलोत के इस कार्यकाल की यही सबसे बड़ी उपलब्धि है। पूनिया ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जहां सरेआम रोटी मांगती एक भूखी गर्भवती महिला का सामूहिक बलात्कार होता हो, भरतपुर में दिनदहाड़े बीच सड़क पर गोली मार कर हत्या हो, जनता की सेवा करती सांसद पर पत्थर फेंका जाता हो, वह आज का राजस्थान है। एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री हैं, जो हमें आतंकवादियों से सुरक्षा देने में पूर्ण सफल रहे हैं और एक तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री है, जिनके राज में बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग, जनप्रतिनिधि कोई सुरक्षित नहीं है।
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि ढाई वर्ष पहले तक शांति प्रदेश के रूप में पहचाने जाने वाला राजस्थान अब अपराध का अड्डा बन गया है। यहां आए दिन हत्या, बलात्कार एवं डकैती जैसी घटनाएं सामने आ रही है, जिनसे राज्य की छवि धुमिल हो रही है। राजनीतिक द्वेषता में बदला लेने के लिए अपराधी सड़कों पर नहीं उतर सकते। अपनी नाकामियां छुपाने के लिए लोगों के जीवन को खतरे में डालना बंद करें और कार्रवाई करें। यह आपकी जिम्मेदारी है।
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान की कानून व्यवस्था चरमरा गई, लगता नहीं की कानून का राज है। जंगलराज है और जनप्रतिनिधि से लेकर आमजन तक कोई सुरक्षित नहीं है। कटारिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार कुप्रबंधन का प्रमाण बन चुकी है, जनता को ना न्याय मिल पा रहा है ना ही सुरक्षा। राजस्थान में लचर कानून व्यवस्था के कारण अपराधियों के हौसलें बुलंद हैं। महिलाओं व मासूम बच्चियों के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाएं रिकॉर्ड तोड़ रही है। लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा हैं कि गहलोत सरकार को महिलाओं की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। राजस्थान में दलितों पर लगातार हमले हो रहे हैं। महिलाओं के संग एंबुलेंस में बलात्कार हो रहे हैं। क्या प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की संवेदना राजस्थान के लिए शून्य हो चुकी है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हनुमानगढ़, अजमेर, नागौर, भरतपुर, अलवर, सीकर, बाड़मेर, धौलपुर, सिरोही, बीकानेर, चुरू, जोधपुर। गहलोत सरकार ने सब को एक ही उपहार दिया हिंसा, हत्या और बलात्कार। न महिलाएं सुरक्षित हैं, न बच्चे। न सांसद सुरक्षित है, न तहसीलदार। न सड़क पर गरीब सुरक्षित है, न गाड़ी में बैठे लोग। युवराज की बेतुकी बातों को गंभीरता से लेने वाली राजस्थान सरकार राज्य की बेटियों, बहनों की चीख को, हिंसा के शिकार लोगों के आंसुओं को, विफल प्रशासन से त्रस्त पीड़ितों को गंभीरता से कब लेगी?
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार कुप्रबंधन का प्रमाण बन चुकी है। जनता से जुड़े हर मामले में सरकार की स्वार्थ-सिद्धि नीतियों की पोल खुल गई है। इसे जनता की दु:ख तकलीफ से कोई सरोकार नहीं। इसकी वजह से प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं और जनता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति मृत प्राय: है, जहां अपराधी बेखौफ होकर पुलिस प्रशासन को बार-बार खुली चुनौती दे रहे हैं, उन पर जानलेवा हमला करने से नहीं चूक रहे हैं। पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है और आमजन दहशत के साये में जीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाएं पूर्णत: असुरक्षित है। अपहरण, बालात्कार, हत्याएं और मारपीट की घटनाएं आम हो चुकी है लेकिन बड़े-बड़े वादे करने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यह दिखाई नहीं देता है। बेटियों को खोखले वादे नहीं कड़े सुरक्षा इंतजाम चाहिए। ताकि वह सुरक्षित और बेखौफ रह सके।
Comment List