खस्ताहाल सड़क दे रही राहगीरों को दर्द
बजट के अभाव में अधूरा पड़ा था कार्य
ठेकेदार द्वारा कोई संकेत चिन्ह नहीं लगाने कारण वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
रायपुर। रायपुर चंवली ,कोटा इंदौर, मार्ग से हिम्मतगढ़ धरोनिया 20 किलोमीटर तक साढ़े 4 साल से बन रहे एमडीआर श्रेणी के सीसी रोड पर काम अधूरा पड़ा था। इसकी वितरित स्वीकृति आने के बाद दोबारा अधूरा काम शुरू हो जाएगा। डिवीजन बनाकर विभाग में भेज रखा था, लेकिन वित्तीय स्वीकृति के भाव में अधूरा काम पूरा नहीं हो रहा था। जिसके चलते अधूरे सड़कों पर निर्माण कार्य सूचना बोर्ड नहीं लगाने के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो कई वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे है। बारिश के दिनों में हिम्मतगढ़ डैम पर जाने वाले पर्यटकों को भी इस रोड का फायदा नहीं मिला है । यह सड़क बन जाती तो चंवली से पिड़ावा जाने के लिए वाहन चालकों को मध्यप्रदेश सोयत होकर नहीं जाना पड़ता । जिसके कारण उनको अतिरिक्त 6 किलोमीटर ज्यादा जाना पड़ता है। चंवली से धरोनीया तक 15 गांव के ग्रामीणों को पिडावा व झालावाड जाने के लिए एमएमडीआर सड़क निर्माण प्रारंभ हुई थी तो ग्रामीणों में खुशी झलक रही थी, लेकिन 4 साल बाद भी इसका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा रहने से एम डीआर सड़क का लाभ जनता को नहीं मिला है। एमडीआर श्रेणी के सी सी रोड का वाहन चालकों का उपयोग नहीं हो पा रहा है। ठेकेदारों की लापरवाही व अधिकारियों की उदासीनता के चलते ठेकेदार ने कई जगह पुलों का निर्माण अधूरा छोड़ रखा है। तेलियाखेड़ी, हिम्मतगढ़, धरोनिया ,बानोर गांव के समीप बन रही पुलिया का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है, तो कई जगह सीसी रोड के पास पटरी नहीं बनाने के कारण रात्रि में वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं । ठेकेदार द्वारा कोई संकेत चिन्ह नहीं लगाने कारण वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। कोटा इंदौर हाइवे से चंवली रोड पर वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। 2018 मे संवेदक द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया था। जिसकी नवंबर 2019 मे 38 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य पूरा होना था। कछुआ चाल से चलते हुए ठेकेदार द्वारा पुलिया सीसी रोड का काम भी बीच में अधूरा पड़ा है। पुलिया का निर्माण अधुरा नहीं होने कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
4 साल में भी ठेकेदार ने एमडीआर सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया। जिससे वाहन चालकों को पिड़ावा जाने के लिए इस सड़क का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी रात को अधूरे पड़े सीसी रोड पर कोई चिन्ह नहीं लगाने के कारण वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
- रामकरण दांगी, पूर्व प्रधान
पुलिया निर्माण में दुबारा बजट के लिए डेविसन बनाकर जयपुर भेजा था। जिसकी वित्तिय स्वीकृति आ गई है। शीघ्र ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
- ऋषिकेश मीणा, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी
Comment List