छूट का गुड़ ऐसा कि 80 फीसदी जमा ही नहीं करवाते यूडी टैक्स
फायर एनओसी में भी यूडी टैक्स की अनिवार्यता की समाप्त
कम्पनी के अनुसार नया सर्वे होने से पहले कोटा उत्तर में कुल 22 सौ करदाता थे जो वर्तमान में 78 सौ हो गए।
कोटा। नगर निगम की ओर से वसूल किए जाने वाले नगरीय विकास कर(यूडी टैक्स) को जमा करवाने में लोगों की रूचि ही नहीं दिख रही है। यही कारण है कि शहर में यूडी टैक्स के दायरे में आने वालों में से मात्र 20 फीसदी लोग ही टैक्स जमा करवा रहे हैं। 80 फीसदी इस पर ध्यान तक नहीं देते। अब तो फायर एनओसी में भी यूडी टैक्स की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। यूडी टैक्स वसूली का काम पहले जहां नगर निगम का राजस्व अनुभाग करता था। वहीं अब दोनों ही नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण में यह काम निजी फर्म कर रही है। पहले फरवरी 2022 से नगर निगम दक्षिण का और अब फरवरी 2023 से कोटा उत्तर निगम में टैक्स वसूली का काम निजी फर्म को दिया गया है। नगर निगम के राजस्व अनुभाग द्वारा यूडी टैक्स का लक्ष्य पूरा नहीं होने के कारण यह काम निजी फर्म को दिया गया। हालांकि निजी फर्म ने कोटा दक्षिण निगम में गत वित्त वर्ष में यूडी टैक्स लक्ष्य से अधिक जमा किया। लेकिन उसके बाद भी वह टैक्स मात्र 15 से 20 फीसदी लोगों ने ही जमा कराया था।
7 हजार में से 15 सौ ने किया था टैक्स जमा
नगर निगम कोटा दक्षिण का यूडी टैक्स का वित्तीय वर्ष 2022-23 का लक्ष्य 7 करोड़ रुपए था। जिसके मुकाबले निजी फर्म ने 8.54 करोड़ रुपए टैक्स जमा किया था। कई वर्ष बाद लक्ष्य से अधिक टैक्स तो जमा हो गया लेकिन वह भी मात्र 15 से 20 फीसदी लोगों से ही। निजी फर्म द्वारा कोटा दक्षिण में किए गए सर्वे में उस समय करीब 7 हजार प्रोपर्टी टैक्स के दायरे में आई थी। जिनमें से मात्र 1474 ने भी टैक्स जमा कराया था। जबकि अप्रैल 2023 से अगस्त तक 1025 कर दाताओं से 3.17 करोड़ रुपए जमा किए जा चुके हैं। वहीं कोटा उत्तर में फरवरी-मार्च 2023 में 319 कर दाताओं ने 2.66 करोड़ रुपए और अप्रेल 2023 से अगस्त तक 508 कर दाताओÞ से 3.43 करोड़ टैक्स जमा हो चुका है। निजी कपनी से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटा उत्तर में करीब तीन गुना व कोटा दक्षिण में पहले से चार गुना तक कर दाता बढ़ गए हैं। कम्पनी के अनुसार नया सर्वे होने से पहले कोटा उत्तर में कुल 22 सौ करदाता थे जो वर्तमान में 78 सौ हो गए। वहीं कोटा दक्षिण में 4 हजार की तुलना में करीब 19 हजार कर दाता हो गए हैं।
छूट का लालच डाल रहा अडंगा
सूत्रों के अनुसार यूडी टैक्स के दायरे में आने वाली हर प्रोपर्टी का वित्तीय वर्ष के अंत तक जमा करवाना आवश्यक होता है। कर जमा नहीं करवाने वालों को सरकार की ओर से हर साल मार्च में छूट योजना का लाभ दिया जाता है। जिसके लालच में कई लोग कर जमा नहीं करवाते हैं। हर साल जहां 31 मार्च तक ही छूट का लाभ मिलता था। वहीं इस बार इसे 30 तिसम्बर तक बढ़ाया हुआ है। सूत्रों के अनुसार इस कारण भी टैक्स कम जमा करवा रहे हैं।
फर्म के पास वसूली, निगम के पास कार्रवाई का अधिकार
इधर निजी फर्म के प्रतिनिधियों के अनुसार फर्म के पास केवल सर्वे कर यूडी टैक्स वसूल करने तक का अधिकार है। यदि कोई टैक्स जमा नहीं करवा रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई व सीजिंग का अधिकारी नगर निगम के पास है। निगम ने मार्च 2022 में ही सीजिंग की कार्रवाई की थी।
फायर एनओसी से भी अनिवार्यता समाप्त
एक तरफ तो पहले ही बहुत कम लोग यूडी टैक्स जमा करवा रहे हैं। उसे देखते हुए स्वायत्त शासन विभाग कीओर से पूर्व में फायर एनओसी लेने वालों के लिए यूडी टैक्स जमा करवाना अनिवार्य कर दिया था। आवेदन के साथ ही यूडी टैक्स की रसीद लगाने के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ती थी। लेकिन अब विभाग ने इस अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। जिससे भी लोग टैक्स जमा नहीं करवा रहे हैं।
अनिवार्यता समाप्त लेकिन टैक्स जमा करवाना होगा
नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि फायर एनओसी के लिए यूडी टैक्स की अनिवार्यता तो समाप्त कर दी है। लेकिन फिर भी फायर एनओसी के लिए आॅनलाइन आवेदन करने वालों को यूडी टैक्स जमा करवाने के लिए कहा जाता है। जिससे फायर एनओसी की संख्या बढ़ने के साथ ही सरकार को यूडी टैक्स से राजस्व भी मिलता रहे। हालांकि विभाग ने फायर एनओसी की फीस में भी बढ़ोेतरी की है।
फैक्ट फाइल
सर्वे से पहले कोटा उत्तर में कर दाता - 2200
सर्वे के बाद कोटा उत्तर में कर दाता - 7800
सर्वे से पहले कोटा दक्षिण में करदाता - 4018
सर्वे के बाद कोटा दक्षिण में करदाता - 19000
2022-23 में कोटा दक्षिण में करदाता - 7000
2022-23 में कोटा दक्षिण में कर जमा कराया - 1474 ने
2022-23 में कोटा दक्षिण में कर जमा हुआ - 8.54 करोड़ रुपए

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