सचिन पायलट संग बैठक के बाद बोले विधायक, पंजाब की तर्ज पर राजस्थान में भी सुनी जाए बात

सचिन पायलट संग बैठक के बाद बोले विधायक, पंजाब की तर्ज पर राजस्थान में भी सुनी जाए बात

सचिन पायलट खेमे की नाराजगी की चर्चाओं के बीच एक बार फिर राजस्थान की सियासत गर्मा गई है। गुरुवार को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के जयपुर आवास पर अचानक हलचल बढ़ गई। पायलट से उनके आवास पर उनके समर्थक विधायकों ने मुलाकात की है। पायलट से मुलाकात के बाद बाहर आए विधायकों ने बताया कि महंगाई को लेकर पार्टी के कल होने वाले प्रदर्शन को लेकर बातचीत हुई।

जयपुर। सचिन पायलट खेमे की नाराजगी की चर्चाओं के बीच एक बार फिर राजस्थान की सियासत गर्मा गई है। गुरुवार को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के जयपुर आवास पर अचानक हलचल बढ़ गई। पायलट से उनके आवास पर उनके समर्थक विधायकों ने मुलाकात की है। पायलट से मुलाकात के बाद बाहर आए विधायकों ने बताया कि महंगाई को लेकर पार्टी के कल होने वाले प्रदर्शन को लेकर बातचीत हुई। इसके अलावा वर्तमान ताजा राजनीतिक हालातों पर भी चर्चा हुई है। पायलट खेमे के विधायकों ने कहा कि सुलह कमेटी को 10 महीने से अधिक का समय हो गया है, अब पार्टी को बात सुननी चाहिए। मंत्रिमंडल विस्तार का काम भी जल्दी होना चाहिए। पंजाब की तर्ज पर राजस्थान में भी सचिन पायलट की बात सुनी जाए। पंजाब में 10 दिन में ही सिद्धू और कैप्टन की बात सुन ली, लेकिन राजस्थान में 10 महीने बाद भी कोई बात नहीं सुनी जा रही है।

मंत्रिमंडल का विस्तार जल्दी होना चाहिए: भाकर
लाडनूं विधायक मुकेश भाकर ने गुरुवार को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से उनके आवास पर मुलाकात की। मुलाकात के बाद विधायक मुकेश भाकर ने कहा कि महंगाई के खिलाफ कल होने वाले प्रदर्शन को लेकर बातचीत हुई। राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर अपने-अपने जिलों में कार्यक्रम करेंगे। सुलह कमेटी के सवाल पर कहा कि 10 महीने से अधिक का समय हो गया है, अब पार्टी को बात सुननी चाहिए। मंत्रिमंडल विस्तार का काम भी जल्द होना चाहिए।

हम लोग पायलट के साथ मजबूती से खड़े हैं: गावड़िया
परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया ने हम लोग पायलट साहब के साथ मजबूती से खड़े हैं। आलाकमान को कार्यकर्ताओं से जुड़े मसले सुलझाने चाहिए। नियुक्तियों में हो रही देरी से कार्यकर्ता हताश हो रहे हैं। हम कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में रहकर ही आवाज उठाएंगे। जिन लोगों का पार्टी के लिए योगदान है, उन्हें उनका हक मिलना चाहिए। आलाकमान ने जो वादे किए उन्हें पूरा करना चाहिए। पायलट ने पार्टी के लिए संघर्ष किया, उन्हें सुना जाना चाहिए था। जिस तरह से सिद्धू की बात सुनी गई। उसी तरह पायलट की आवाज सुनी जानी चाहिए थी।

पंजाब की तर्ज पर राजस्थान में भी सुनी जाए बात: सोलंकी
चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने भी भाकर और गावड़िया कि तरह बातें दोहराई और कहा कि अभी आलाकमान से मिलने का समय नहीं मांगा गया है। हमारा संघर्ष जारी है और जारी रहेगा। पायलट ने उन पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए मांगें उठाई हैं, जिन्होंने पार्टी के लिए अपना खून पसीना लगाया है। पायलट ने अपने लिए कोई पद नहीं मांगा है। वे तो शुरू से ही वो बातें उठा रहे हैं, जो उन्होंने पीसीसी अध्यक्ष रहते कार्यकर्ताओं से वादे किए थे। सोलंकी ने कहा कि पंजाब की तर्ज पर राजस्थान में भी सचिन पायलट की बात सुनी जाए। पंजाब में 10 दिन में ही सिद्धू और कैप्टन की बात सुन ली, लेकिन राजस्थान में 10 महीने बाद भी कोई बात नहीं सुनी जा रही है। कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियां मिलनी चाहिए। सत्ता का विकेंद्रीकरण भी जल्द होना चाहिए। हमारे कार्यकर्ताओं का मत करो, लेकिन अपने कार्यकर्ताओं को तो नियुक्तियां दे। पार्टी को सत्ता तक पहुंचाने वाला कार्यकर्ता दुखी है। मंत्रिमंडल का भी जल्द से जल्द विस्तार होना चाहिए, जिससे कि जनता के काम और ज्यादा हों।

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