हर साल 20 करोड़ रुपए का पेट्रोल डीजल फूंक रहा नगर निगम
गैराज के कुल बजट का आधा खर्चा हो रहा पेट्रोल-डीजल पर
नगर निगम कोटा दक्षिण की ओर से वर्तमान वित्त वर्ष 2023-24 के लिए व्यय का कुल बजट 571.95 करोड़ रुपए रखा गया है।
कोटा। नगर निगम की ओर से हर साल वाहनों में करीब 20 करोड़ रुपए का पेट्रोल-डीजल फूंका जा रहा है। नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण की ओर से गैराज अनुभाग के लिए पारित कुल बजट में से करीब आधी राशि तो पेट्रोल-डीजल पर ही खर्च हो रही है। नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण की ओर से हर साल आय और व्यय का पूरे वित्त वर्ष के लिए बजट पारित किया जाता है। जिसमें विभिन्न मदों से होने वाली आय और विभिन्न मदों में होने वाले खर्च का अलग-अलग ब्यौरा दिया जाता है। दोनों निगमों की ओर से पारित व्यय के बजट में गैराज अनुभाग में भी हर साल हर निगम 18 से 20 करोड़ रुपए र्ख कर रहा है। उस बजट में से करीब आधी राशि 8 से 10 करोड़ रुपए हर निगम पेट्रोल और डीजल पर ही खर्च कर रहा है। इस तरह से दोनों निगम हर साल करीब 20 करोड़ रुपए का पेट्रोल-डीजल फूंक रहे हैं।
कोटा उत्तर गैराज अनुभाग का बजट
नगर निगम कोटा उत्तर की ओर से वर्तमान वित्त वर्ष 2023-24 के लिए व्यय का कुल बजट 504.81 करोड़ रुपए का पारित किया गया था। जिसमें से सिर्फ गैराज अनुभाग का बजट 18.2 करोड़ रुपए था। उसमें से क्षेत्र के 70 वार्डों में सचालित होने वाले वाहनों के पेट्रोल और डीजल पर होने वाला व्यय 10 करोड़ रुपए प्रस्तावित किया गया था। निगम द्वारा हाल ही में हुई बजट की बोर्ड बैठक में दिए गए ब्यौरे के अनुसार दिसम्बर 23 तक गैराज के कुल बजट में से 9.36 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। उसमें भी पेट्रोल-डीजल पर 6.26 करोड़ रुपए तो खर्च हो चुके हैं। जबकि वित्त वर्ष समाप्त होने में अभी एक माह का समय शेष है। वहीं आगामी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कुल व्यय का बजट 591.63 करोड़ रुपए प्रस्तावित किया गया है। उसमें से गैराज अनुभाग का बजट वर्तमान वित्त वर्ष से दो करोड़ रुपए बढ़ाकर 20.50 करोड़ रुपए कर दिया है। उसमें से पेट्रो-डीजल पर होने वाला खर्च भी बढ़ाकर 12 करोड़ रुपए कर दिया गाय है।
गैराज में इन मदों पर भी होता है खर्च
निगम के गैराज अनुभाग में पेट्रोल-डीजल के अलावा अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन भत्तों पर 2 करोड़ रुपए,वर्दियों के लिए 2 लाख रुपए,वाहनों की मरम्मत के लिए 5 करोड़ रुपए और संविदा के वाहनों पर करीब 1 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं।
कोटा दक्षिण गैराज अनुभाग का बजट
नगर निगम कोटा दक्षिण की ओर से वर्तमान वित्त वर्ष 2023-24 के लिए व्यय का कुल बजट 571.95 करोड़ रुपए रखा गया है। जिसमें से सिर्फ गैराज अनुभाग पर होने वाला व्यय 20.12 करोड़ रुपए रखा गया है। गैराज के बजट में से क्षेत्र के 80 वार्डों में संचालित वाहनों के पेट्रोल-डीजल पर होने वाले खर्च का बजट 8 करोड़ रुपए रखा गया है। जिसमें से जनवरी 2024 तक गैराज बजट का कुल खर्च 10.52 करोड़ रुपए हुआ है। जबकि पेट्रोल-डीजल पर जनवरी 2024 तक 5 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। अभी वित्त वर्ष समाप्त होने में एक माह का समय शेष है। हालांकि आगामी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए गैराज अनुभाग अर पेट्रोल-डीजल के बजट को नहीं बढ़ाया गया है।
गैराज में इन मदों पर भी होता है खर्च
नगर निगम कोटा दक्षिण के गैराज अनुभाग में अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन भत्तों पर 5 करोड़ रुपए का बजट पारित किया गया था। जिसमें से जनवरी 2024 तक 3 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। वहीं वर्दियों के लिए 2 लाख रुपए,वाहनों की मरम्मत व्यय के लिए 6 करोड़ रुपए और संविदा के वाहनों के लिए 1.10 करोड़ रुपए खर्च होने का बजट रखा गया है।
इनका कहना है
पिछली कांग्रेस सरकार में नगर निगम में वाहनों की कमी को पूरा कर दिया गया है। बड़ी-बड़ी मशीनें नई क्रय की गई है। जिनमें रोड स्वीपर, जेटिंग मशीन, सीवर मशीन, जेसीबी, डम्पर, टिपर, फोगिंग मशीन व एंटी स्मॉग गन समेत अन्य वाहनों का बेड़ा है। निगम के 80 वार्ड हैं। जिनमें से अधिकतर वाहन रोजाना काम आते हैं। एक बार वाहन गैराज से निकलने पर उसमें पेट्रोल-डीजल खर्च होता ही ही है। कई वाहन पुराने हैं तो उनमें पेट्रोल -डीजल अधिक खर्च होता है। साथ ही वाहन चलने पर उनमें टूट-फूट होने पर मरम्मत भी करवानी पड़ती है।
- कपिल शर्मा, अध्यक्ष गैराज प्रबंधन समिति, नगर निगम कोटा दक्षिण
पहले की तुलना में वर्तमान में निगम के गैराज में वाहनों की संख्या काफी अधिक हो गई है। सफाई से लेकर अन्य मशीनरी पर्याप्त संख्या में है। निगम के 80 वार्डों में सफाई के लिए डम्पर से लेकर अन्य वाहन काम में आते हैं। ऐसे में वाहनों में पेट्रोल-डीजल खर्च होता ही है। बजट तो अनुमानित रखा जाता है। जिसमें से वर्ष में वास्तविक व्यय तो कभी भी पूरा नहीं होता।
- राजीव अग्रवाल, महापौर नगर निगम कोटा दक्षिण
नगर निगम का मुख्य काम शहर में साफ सफाई का है। सफाई से संबंधित सभी वाहन गैराज अनुभाग से ही संचालित होते हैं। ऐसे में निगम क्षेत्र के 70 वार्डों में से रोजाना हर वार्ड में 3 टिपर, कचरा उठाने केी लिए जेसीबी डम्पर, पानी के टैंकर, सीवरेज सफाई के लिए मशीनें, रोड स्वीपर मशीनें उपयोग में आती हैं। ऐसे में बड़ी मशीनों व वाहनों में पेट्रोल-डीजल तो खर्च होता ही है। बजट तो हर मद में अनुमानित ही रखा जाता है। उसमें से जो वास्तविक खर्च होता है वही माना जाता है।
- मंजू मेहरा, महापौर नगर निगम कोटा उत्तर
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