रेजीडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर चरमराई चिकित्सा व्यवस्थाएं
एसएमएस सहित मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में मरीज हो रहे परेशान
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों ने मोर्चा संभाला है लेकिन मरीजों की संख्या को देखते हुए सीनियर चिकित्सक नाकाफी साबित हो रहे हैं।
जयपुर। कोलकाता स्थित सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या को लेकर देशभर में रेजीडेंट डॉक्टर्स का विरोध जारी है। इसी कड़ी में अब एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े रेजीडेंट डॉक्टर्स ने भी हड़ताल शुरू कर दी है।
ऐसे में एसएमएस अस्पताल सहित एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े जनाना, महिला, जेकेलोन अस्पताल में मरीज इलाज के लिए परेशान होते रहे। जयपुर के अलावा प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज में भी रेजिडेंट चिकित्सक हड़ताल पर चले गए हैं जिसके बाद चिकित्सा व्यवस्था पटरी से उतर गई हैं। रेजीडेंट्स का कहना है कि सरकार चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए और इसके साथ ही इस हत्याकांड की जांच सीबीआई कराई जाए।
जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स जार्ड के अध्यक्ष डॉ. मनोहर सोयल ने बताया कि जब तक सरकार चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े सभी अस्पतालों में बीती रात से ही रेजीडेंट हड़ताल पर हैं। इसके बाद अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों ने मोर्चा संभाला है लेकिन मरीजों की संख्या को देखते हुए सीनियर चिकित्सक नाकाफी साबित हो रहे हैं।
मरीजों को दी जा रही छुट्टी
रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण एसएमएस सहित अन्य अस्पतालों में रूटीन ऑपरेशन टाले जा रहे हैं और जो मरीज डिस्चार्ज किए जा सकते हैं उन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है। वहीं नए मरीज भर्ती करने में भी अब आनाकानी शुरू हो गई है। ऐसे में मरीजों को निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। हालांकि चिकित्सा विभाग ने एसएमएस अस्पताल को 50 मेडिकल ऑफिसर्स सौंपे हैं जो कि अस्पताल में वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर लगाए जाएंगे।
निजी अस्पताल के प्रतिनिधि भी समर्थन में उतरे
आईएमए राजस्थान अध्यक्ष डॉ. रजनीश शर्मा ने रेजीडेंट डॉक्टर के साथ हुई विभत्स घटना के प्रति विरोध जताते हुए कहा कि चिकित्सकों के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जाए। जेएमए अध्यक्ष डॉ. तरुण ओझा और सचिव डॉ. अनुराग शर्मा ने प्रकरण में दोषियों की गिरफ्तारी और उनके ऊपर त्वरित कड़ी सजा के प्रावधान की मांग की। वहीं शाम को विरोध स्वरूप कैंडल मार्च भी किया गया।
सेवारत चिकित्सक आज करेंगे विरोध प्रदर्शन
मामले में अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ ने भी रेजीडेंट डॉक्टर्स को अपना समर्थन दिया है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि बुधवार को प्रदेश के सभी राजकीय सेवारत चिकित्सक कार्यस्थल पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे।
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