कहां गए 9000 पेंशनर्स, नहीं कराया भौतिक सत्यापन

सामाजिक सुरक्षा पेंशन: नए साल में कट न जाए राहत की डोर

कहां गए 9000 पेंशनर्स, नहीं कराया भौतिक सत्यापन

संदेह के दायरे में आ रहे पेंशनर

कोटा । जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त कर रहे लाभार्थियों को भौतिक सत्यापन कराना जरूरी है। सरकार ने भौतिक सत्यापन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर तय की है। इस अवधि में सत्यापन की प्रक्रिया पूरी नहीं कराने पर नए साल में पेंशनर्स की पेंशन अटक सकती है। कोटा जिले में 219606  पेंशनर्स हंै। इनमें से अब तक जिले में 210606 पेंशनर ने ही भौतिक सत्यापन करवाया है। जबकि 9000 पेंशनर अभी तक भौतिक सत्यापन से शेष है। इनमें से शहरी क्षेत्र में करीब 7000 और ग्रामीण क्षेत्र के 2000 पेंशनर्स हैं। पिछले एक साल से लगातार तिथि बढ़ाई जा रही है। इसके बावजूद इनका भौतिक सत्यापन नहीं हो पाया है। इस कारण यह पेंशनर संदेह के दायरे में आ रहे हैं। 

सत्यापन कराने में ग्रामीण क्षेत्र के  पेंशनर आगे: विभागीय अधिकारियों के अनुसार सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन को चालू रखने के लिए हर साल भौतिक सत्यापन कराना होता है। कोटा जिले में 219606 पेंशनर्स हैं। इसमें सभी श्रेणियों के पेंशनर शामिल हैं। 31 दिसंबर अंतिम तिथि होने के बावजूद अभी भी कई पेंशनरों ने भौतिक सत्यापन नहीं करवाया है। जिले के शहरी क्षेत्र से 7 हजार और ग्रामीण क्षेत्र से 2 हजार पेंशनर सत्यापन से वंचित है। यानी सत्यापन कराने में जिले के ग्रामीण क्षेत्र के पेंशनर आगे हैं। जबकि सत्यापन से वचिंत सबसे ज्यादा पेंशनर शहरी क्षेत्र के हैं। पिछले एक साल से पेंशन सत्यापन की तिथि बढ़ाई जा रही है। इसके बावजूद इनका सत्यापन नहीं हो पाया है।

एक साल से बढ़ रही तारीख
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत प्रतिवर्ष पेंशनरों को पेंशन राशि प्राप्त करने के लिए विभाग के पोर्टल पर ई-मित्र के माध्यम से वार्षिक भौतिक सत्यापन कराना आवश्यक होता है। पूर्व में भौतिक सत्यापन की तिथि 31 दिसम्बर 2023 निर्धारित की गई थी। निर्धारित तिथि निकलने के बाद भी काफी संख्या में पेंशनरों ने सत्यापन नहीं करवाया था। इसके बाद तिथि बढ़ाकर 31 जनवरी और फिर 31 मार्च कर दी थी। इसके बाद भी जिले में शत-प्रतिशत पेंशनरों का सत्यापन नहीं हो पाया था। अब सत्यापन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर तय की गई। इस अवधि में भी सत्यापन नहीं कराने पर पेंशन बंद कर दी जाएगी।

विभागों को भेज दी वंचितों की सूची
अधिकारियों के अनुसार कई बार तिथि बढ़ाने के बाद भी 9000 पेंशनरों ने अभी तक सत्यापन नहीं करवाया है। इनकी सूची नगर निगम और पंचायत समितियों में भेज रखी है। शहरी क्षेत्र के पेंशनरों के बारे में जानकारी करने के लिए नगर निगम को पत्र जारी किया गया है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के पेंशनरों के बारे में पंचायत समितियों को लिखा गया है। अभी तक सत्यापन नहीं कराने वाले पेंशनरों के सम्बंध में इन विभागों से जानकारी जुटाने को कहा गया है। निगम को कई बार जिला कलक्टर के माध्यम से सत्यापन से वंचित पेंशनरों के बारे में सूची भेजी जा चुकी है। अब वंचित पेंशनरों का डाटा खंगालने के बाद ही इनके बारे में कुछ पता लग पाएगा। कई बार तिथि बढ़ाने के बाद भी सत्यापन नहीं करवाने के कारण अब जिले के 9000 पेंशनर संदेह के दायरे में आ रहे हैं।

Read More  होमगार्ड ने पेश की ईमानदारी की मिसाल : जंतर-मंतर में छूटा ईरानी महिला पर्यटक का बैग, सुरक्षित मिलने पर महिला का खिला चेहरा

सत्यापन में दिक्कत तो यहां करें सम्पर्क
पेंशनधारकों को वार्षिक भौतिक सत्यापन कराने के लिए ई-मित्र कियोस्क, राजीव गांधी सेवा केन्द्र, ई-मित्र प्लस आदि केन्द्रों पर फिंगर प्रिंट देना होगा। अंगुली की छाप नहीं देने वाले पेंशनर्स का भौतिक सत्यापन आइरिस स्कैन से भी कराया जा सकेगा। इस प्रक्रिया से किसी पेंशनर का वार्षिक भौतिक सत्यापन नहीं होने की स्थिति में पेंशनर को पेंशन स्वीकृतकर्ता अधिकारी (विकास या उपखंड अधिकारी) के सामने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना होगा। अधिकारी की एसएसओ आइडी से एसएसपी पोर्टल पर संबंधित पेंशनर का पीपीओ नम्बर दर्ज करने पर उस पेंशनर के रजिस्टर्ड मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी के आधार पर भौतिक सत्यापन किया जा सकेगा।फैक्ट फाइल

Read More मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक, 4 पॉलिसी को दी मंजूरी

कोटा जिले में पेंशनर-219606
अब तक भौतिक सत्यापन-210606

Read More विश्व कैंसर दिवस : जागरूकता के लिए अस्पतालों में हुए आयोजन

जिले में इतने पेंशनर वंचित-9000ं जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त कर रहे लाभार्थियों को भौतिक सत्यापन कराना जरूरी है। सरकार ने भौतिक सत्यापन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर तय की है। इस अवधि में सत्यापन की प्रक्रिया पूरी नहीं कराने पर नए साल में पेंशनर्स की पेंशन अटक सकती है। 
-सविता कृष्णिया, संयुक्त निदेशक, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग कोटा

Post Comment

Comment List

Latest News

दिल्ली को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए उन्हें चुने जिन्होंने किया काम : ईवीएम पर बटन दबाने से पहले सोचे कि ठगने वालों को आपकी कितनी चिंता, खड़गे की लोगों से हकदार को वोट डालने की अपील दिल्ली को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए उन्हें चुने जिन्होंने किया काम : ईवीएम पर बटन दबाने से पहले सोचे कि ठगने वालों को आपकी कितनी चिंता, खड़गे की लोगों से हकदार को वोट डालने की अपील
पहले जैसे विकास के पथ पर अग्रसर करना है, तो उन लोगों को चुने जिन्होंने दिल्ली के लिए सच में...
राजस्थान ने कयाकिंग में स्वर्ण व साइक्लिंग में जीता रजत पदक, रजत चौहान तीरंदाजी की व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में 
ऑपरेशन साइबर शील्ड : 2 करोड़ रुपए के चोरी के मोबाइल मालिकों को दे रही पुलिस, अब तक 35 लोगों को वापस किए मोबाइल
दिल्ली विधानसभा चुनाव : 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान शुरू, सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था
शिक्षित राजस्थान अभियान : अब तक 12 जिलों का स्थानीय शब्दकोश तैयार, राजस्थान को बनाना है शिक्षा का मॉडल राज्य
भारत की परेशानी बढ़ा रहा अमेरिका : तेजस के इंजन के बाद अब अपाचे की डिलीवरी में देरी, दूसरी बार बढ़ाई गई समय सीमा भी समाप्त
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता बना भारत : मेक इन इंडिया कार्यक्रम बढ़ा रहा है हमारी आत्मनिर्भरता, रोजगार भी हो रहे उत्पन्न