लो फ्लोर बस यात्रियों के लिए बने शेल्टरों पर दुर्दशा की हाई फ्लोर शैडो
जेसीटीएसएल की बेरुखी, राजस्व का भी घाटा, यात्रियों को धूप-बारिश में उठने बैठने में समस्याएं
बस शेल्टर से यात्रियों के बैठने की सीट तक नहीं हैं। छत भी गायब है। वहां अतिक्रमण कर कच्चा आवास तक बना लिया गया है।
जयपुर। लो फ्लोर बस यात्रियों की सुविधा के लिए बने बस स्टेंडों के शेल्टर बदहाल हैं। गत 12 अगस्त को शहर में हुई भारी बारिश के बाद शहर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जवाहर सर्किल के पास बस शेल्टर की दुर्दशा पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसकी मरम्मत के निर्देश दिए लेकिन विभाग ने अभी खानापूर्ति भी नहीं की। यात्रियों की सुविधा के लिए 15 साल पूर्व बनाए गए इन शेल्टरों का कुछ जगह तो ढांचे का भी अता-पता नहीं। इस संबंध में विभागीय अधिकारी भी मौन हैं। कई शेल्टरों के स्थान पर अवैध कब्जे कर कच्चे मकान तक बन गए हैं।
ऐसा ही मामला सीकर रोड के पास विद्याधर नगर का है, जहां पर बस शेल्टर से यात्रियों के बैठने की सीट तक नहीं हैं। छत भी गायब है। वहां अतिक्रमण कर कच्चा आवास तक बना लिया गया है।इसी तरह जनाना अस्पताल के पास बनाए गए बस शेल्टर से कुर्सियां गायब हैं। यहां रात के समय आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोग बसेरा करते हैं।
करीब 150 बस शेल्टर
शहर के विभिन्न मार्गों पर लो फ्लोर बसों के रुकने के स्थान पर करीब 150 बस शेल्टर बनाए गए थे। यात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही इनको शुरू में नॉन ऑपरेशनल आय प्राप्त करने के लिए तीन वर्ष के लिए लीज पर दिया गया और विज्ञापन के पेटे 3.81 करोड़ रूपए भी मिले। यह राजस्व भी अब विभाग को मिलना बंद हो गया है।
बस शेल्टरों की स्थिति ठीक नहीं है। नए शेल्टर बनाने के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी और राजस्व बढ़ेगा।
- रामअवतार मीणा, एमडी, जेसीटीएसएल
बस शेल्टरों का सही रखरखाव होने जहां यात्रियों को सुविधा मिलेगी वहीं विभाग को भी राजस्व प्राप्त होगा। शेल्टरों का रखरखाव होने से विभाग को राजस्व भी मिलेगा। इस संबंध में प्रशासन को भी कई बार अवगत करवा दिया लेकिन हालात जस के तस बने हुए है।
- बाबूलाल न्यांगली, कार्यकारी अध्यक्ष, जेसीटीएसएल मजदूर
कांग्रेस (इंटक)
कई बस शेल्टरों से हो चुकी हैं कुर्सियां गायब
नाड़ी का फाटक अजमेर-दिल्ली एक्सप्रेस वे के पास के बस शेल्टर से कुर्सियां गायब हैं। दादी का फाटक के नजदीक अंडरपास के पास बने बस स्टेंड की छत पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। क्वींस रोड झारखंड मोड़ पर डिस्प्ले के लिए लगाई गई लाइट एवं सीट तक गायब है। गनीमत है कि यहां यात्रियों को बैठने के लिए अभी कुर्सियां हैं।
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