वन विभाग की रोक से अधूरी सड़क दे रही आमजन को दर्द
एमडीआर-183 मार्ग की सड़क का मामला
बरसात के समय 5 किमी 900 मीटर अधूरा निर्माण बन रहा आफत।
भण्डेड़ा। क्षेत्र में सार्वजनिक निर्माण विभाग ने एमडीआर-183 मार्ग पर निर्माण अधूरा पड़ा है। इस वजह से सड़क पर गड्ढे होने से आवागमन में दिक्कत हो रही है। एमडीआर -183 धनावा से वाया दबलाना, बांसी से नैनवां मुख्य मार्ग पर लगभग 45 किमी की नवीन डामरीकृत व सीसी सड़क बनाई जानी थी। जो जहां-जहां तक सड़क बनाकर तैयार कर दी। मगर इसी मार्ग पर दो जगह पर वन विभाग के द्वारा रोक लगाई हुई है। एक जगह पर लगभग दो किमी 900 मीटर व दूसरी जगह पर 3 किमी सड़क पर रोक लगाने से यह मार्ग दो जगह पर अधूरा पड़ा है। पर जिम्मेदार इस ओर ध्यान नही दे रहे है। जानकारी के अनुसार सार्वजनिक निर्माण विभाग ने मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड पर नैनवां से वाया मानपुरा, दुगारी, बांसी होते हुए सांवतगढ़, रानीपुरा, भवानीपुरा, दबलाना वाया धनावा तक लगभग 45 किमी मार्ग पर नवनिर्माण सड़क बनाई जानी थी। जो पीडब्ल्यूडी विभाग ने संवेदक द्वारा कार्य शुरू करवाया गया था। जिसमें आबादी की जगहों पर सीसी सड़क बनाई थी। जहां-जहां आबादी नही वहां पर डामरीकृत सड़क बनाई जानी थी। जो विभाग का सड़क निर्माण कार्य भी जहां-जहां पर किसी का रोडा नही था। वहां पर संवेदक द्वारा सड़क बनाकर तैयार कर दी।
यहां वन विभाग बना रोड़ा
इस मुख्य मार्ग पर दबलाना से बांसी के बीच सांवतगढ से फोकी पिपलिया से बांसी की तरफ लगभग 2 किमी 900 मीटर सड़क वन सीमा में होना बताकर कार्य बंद करवा दिया था। जो वह अधूरी सड़क पर कुछ जगह पर निर्माण के दौरान पुरानी सड़क का डामर भी उखड़ गया है। वन विभाग की रोक के चलते यहां पर गहरे गढ्ढे हो गए। वर्तमान में बरसात के इस मौसम में जगह-जगह गहरे गढ्ढों में बरसाती पानी भरा रहने से यहां से गुजरने वाले दोपहिया वाहनों के चालक अचानक संतुलन बिगड़ने पर गढ्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे है। इस जगह अधूरा कार्य रह गया। इसी मार्ग पर बांसी से वाया दुगारी से नैनवां वाले इसी मार्ग पर मानपुरा की डुंगरिया से नैनवां की तरफ लगभग तीन किमी सड़क पर भी वन विभाग द्वारा रोडा बनने से इस जगह पर भी सड़क का निर्माण अधूरा पड़ा है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के संवेदक द्वारा लगभग 39 किमी 100 मीटर तैयार नवीन सड़क पर अधूरे निर्माण के हिचकोले राहगीरों को रास नहीं आ रहे है।
जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली यह सड़क
क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित सड़क धनावा से वाया बांसी होते हुए नैनवां तक यह मार्ग कई दशकों से दंश झेल रही इस सड़क को स्वीकृत होने में काफी समय लग गया। जब स्वीकृत हुई, तो इस मार्ग का टेण्डर प्रक्रिया को लेकर भी समय लगा। अब जाकर नवीन निर्माण होने से राहगीरों को आवाजाही में सुगमता होती, पर वन विभाग द्वारा दो जगहों पर रोड़ा अटका देने से यह अधूरा निर्माण लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। नैनवां एवं हिण्डोली उपखंड क्षेत्र के कई गांवों को यह मार्ग सीधा बूंदी जिला मुख्यालय से जोड़ता है।
क्षेत्रीय लोगों का यह है दर्द
अधूरी सड़क रहने से बस में सवार होकर निजी कार्य के लिए बूंदी व रानीपुरा जाना होता है, तो यहां से निकलते समय बसों में हिचकोला खाने पड़ते है। कुछ जगह अधिक गहरे गढ्ढे होने से बस में सवार भी हिचकोलों से आपस में भीड़ जाते है। इस सड़क का निर्माण जल्द करें विभाग तो लोगों को आवाजाही में राहत मिले।
- नीरूशंकर शर्मा, निवासी बांसी
जिला मुख्यालय व नैनवां उपखंड के काम से अधूरी सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है। दोनों मार्ग पर अधूरी सड़क रहने से जो सड़क बनी है। वह भी बेकार-सी लगती है। यह कुछ जगह की अधूरी सड़क काफी दर्द देती रही है। वर्तमान में बरसाती समय गढ्ढों में पानी रहने से लोगों को परेशानी होती है।
- अवधेश कुमार जैन, बांसी निवासी
अधूरा सड़क निर्माण कार्य के चलते वाहन चालकों को सबसे भारी समस्या हिचकोला खाने से वाहनों में आए दिन नुकसान आता है। लोग इस रुट पर एक जिला मुख्यालय के लिए व दूसरी तरफ उपखंड के लिए आवाजाही करते है। ग्रामीण अंचलों से हजारों लोग आवाजाही करते है। दोनों जगह का अधूरा निर्माण राहगीरों को दर्द एवं उनके वाहन दम तोड़ रहे है। इस समस्या को जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया गया है। जिन्होंने सड़क के अधूरा निर्माण को जल्द पूर्ण करवाने का आश्वासन दिया गया है।
- योगेंद्र कुमार जैन, बांसी निवासी
बहुप्रतीक्षित यह मुख्य सड़क धनावा से नैनवां के बीच लगभग 45 किमी नवनीकृत डामरीकृत सड़क बड़ी मुश्किल से बनी है। काफी दिनों से वर्तमान में दो जगह पर वन विभाग द्वारा रोडा अटकाने से इस रूट पर अधूरा निर्माण के गड्ढे बरसाती दिनों में परेशानी पहुंचा रहे है। नैनवां व हिण्डोली दोनों उपखंड क्षेत्र के हजारों राहगीर रोजमर्रा ही आवाजाही करते है। क्षेत्र से किसान देई मंडी में अपना माल लेकर जाते है, तो एक जगह का अधूरा निर्माण सांवतगढ़-देई मार्ग पर पड़ता है। जिसमें परेशानी उठानी पड़ती है। दूसरी जगह अधूरा निर्माण नैनवां के लिए आवाजाही पर हिचकोले देता है। इस संबंध में जिम्मेदारों को अवगत करवाकर समस्या का जल्द निराकरण करवाने का प्रयास करेंगे।
- अर्चना कंवर हाड़ा, सदस्य पंचायत समिति हिण्डोली
हररोज गांव से बांसी के लिए जाते है। वाहन को लेकर जो अधूरी सड़क की जगह गढ्ढों की भरमार होने से वाहन हिचकोला भरता है। इस दरमियान कभी-कभार तो वाहन में दूध की केन हिचकोले खाने से वाहन में ही आड़ी हो जाती है। जिसकी वजह से नुकसान तक उठाना पड़ जाता है। जिम्मेदार अधूरी सड़क की पीड़ा को जल्द समस्या का निपटारा करके निस्तारण करवाएं।
- कौशल किराड़, डेयरी संचालक सांवतगढ़ निवासी
एनओसी का इंतजार
मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड पर दो जगह एक बांसी से पिपलिया के बीच व मानपुरा की डूंगरी से नैनवां की तरफ 5 किमी 900 मीटर की जगह पर वन विभाग ने रोक लगाई थी। इस समस्या के समाधान के लिए हमने वन विभाग को जमीन आवंटित कर दी है। जिला कलक्टर से एनओसी मिलते ही अधूरा कार्य पूर्ण करवाया जाएगा।
- रेवतीरमन शर्मा, जेईएन सार्वजनिक निर्माण विभाग नैनवां
नियमों की पालना सभी को करनी होती है। सरकार ही नियम बनाने वाली है। सरकार ही परमिशन लेने वाली है। सरकार ही अनुमति देने वाली है। सभी को नियमों की पालना करनी होती है।
- सुरेंद्र कुमार शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी वन विभाग नैनवां
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