रामगंजमंडी में बार बार पेयजल संकट क्यों?
11.50 करोड़ लगाए फिर भी नही हुई प्रतिदिन पेयजल आपूर्ति
रामगंजमंडी के लोगो को वर्षो पहले भीषण गर्मी के मौसम में चार माह तक पेयजल उपलब्ध नहीं होता था।
रामगंजमंडी। रामगंजमंडी नगर में पेयजल संकट वर्षों पुराना है। वर्षों से ही यहां लोग पेयजल के लिए त्राहि त्राहि करते रहे है। आज भी यही हाल है जबकि यहाँ अलग अलग योजनाओं पर करोड़ो की राशि खर्च हो चुकी है। रावतभाटा रामगंजमंडी पेयजल योजना, रावतभाटा पचपहाड़ पेयजल योजना, इसके बाद नगर में पुनर्गठित पेयजल योजना आदि पर करोड़ों की राशि खर्च हो चुकी है, किंतु रामगंजमंडी जैसे मुख्यालय जहां राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रतिनिधित्व करते है, वहां आज भी पेयजल के लिए कभी 96 घण्टे तो कभी120 घण्टे तक पानी नहीं मिल पा रहा है। हाल ही में नगर में 5-6 दिनों बाद घरों पर पानी सप्लाई हुआ।
वर्षों से शहर के लोग पेयजल को तरसे
रामगंजमंडी के लोगो को वर्षो पहले भीषण गर्मी के मौसम में चार माह तक पेयजल उपलब्ध नहीं होता था, पूर्व शिक्षा मंत्री हरिकुमार औदीच्य रावतभाटा पेयजल योजना को लाए थे,यह योजना पूर्व मंत्री रामकिशन वर्मा के कार्यकाल मे शुरू हुई ,तब से यहाँ 24 घण्टे में एक बार पेयजल आपूर्ति होती है। विधायक प्रहलाद गुंजल के समय एक ओर पेयजल योजना रावतभाटा पचपहाड़ पेयजल योजना शुरू हुई जो रामगंजमंडी आस पास गांवों सहित रामगंजमंडी में भी पेयजल सप्लाई होते हुए भवानीमंडी जा रही थी, आजकल यह योजना भी सिर्फ रामगंजमंडी तक ही सीमित है। भवानीमंडी में अलग पेयजल योजना वहां शुरू कर दी है, 2015-16 में रामगंजमंडी शहर में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा रामगंजमंडी शहर में प्रतिदिन नल आए इसके लिए 11.50करोड़ की पुनर्गठित पेयजल योजना में यहाँ 3 पानी टैंक बनाए व सारी पुरानी पाइप लाइन व नई कोलोनी की पाइप लाइन जोड़ी गई, विभाग का फिर यही वादा था कि यहां प्रतिदिन नल आएंगे। लेकिन आज भी लोग 48 घण्टे के बाद पानी सप्लाई होता है।
नवरात्र और दशहरे के त्योहार पर आया, यह जल संकट रामगंज मंडी के इतिहास का सबसे बड़ा जल संकट था। घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो इसलिए सारे मामले की जांच कर दोषी ठेकेदार और कर्मचारियों पर कार्यवाही होनी चाहिए। पाइपलाइन के रखरखाव रिपेरिंग के लिए विभाग ठेकेदार को प्रति माह मोटी राशि का भुगतान कर रहा है अभी घटित घटना लाइन टूटने फूटने दुर्घटनाग्रस्त होने जैसी आकस्मिक घटना नहीं थी बल्कि लाइन में एक लीकेज आया था, जिसे पूर्व तैयारी के साथ सुधारा जाना था और इसके लिए 24 घंटे का समय पर्याप्त था पर विभाग ने अग्रिम सावधानी बरतते हुए 6 और 7 अक्टूबर दो दिन का सप्लाई ब्रेक ले लिया था, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते इसमें चार दिन लग गए और बड़ा जल संकट खड़ा हो गया। विद्युत लाइन में फ्यूज उड़ना एवं फॉल्ट आना एक सामान्य प्रक्रिया है पानी आपूर्ति पंप जेसी अति आवश्यक लाइन का फ्यूज फाल्ट ठीक करने में विद्युत विभाग को 10 घंटे का समय लगा जो अत्यधिक लापरवाही है। यह यह भी जांच का विषय है की विद्युत विभाग को फाल्ट के बारे में समय पर बताया गया या नहीं बताया गया और यदि समय पर बताया गया तो विद्युत विभाग ने तुरंत ठीक क्यों नहीं किया जो भी दोषी है उसे पर कार्यवाही होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो ।
जल संकट पर चला घटनाक्रम
5 और 6 अक्टूबर को रावतभाटा रामगंजमंडी पेयजल योजना की लाइन में आए, लीकेज को ठीक करने की योजना बनी। 7 और 8 अक्टूबर को पानी आपूर्ति का ब्रेक लिया गया, लेकिन 9 और 10 अक्टूबर को भी पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई तो वरिष्ठ भाजपा नेता वीरेंद्र जैन के साथ शहर के लोग जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी कार्यालय पहुंचे और जवाब सवाल किए तो 11 अक्टूबर को सप्लाई चालू हुई और आधे से ज्यादा शहर में पानी पहुंचा, लेकिन रात को 9 बजे सप्लाई सेंटर अंबाकुई घाटे रावतभाटा में विद्युत लाइन में फाल्ट आ गया, जिससे 12 अक्टूबर को सुबह शेष आधे शहर में जो पानी की सप्लाई की जानी थी वह नहीं हुई, तो पालिका प्रतिपक्ष नेता महेंद्र समरिया और पूर्व पालिका अध्यक्ष विजय गौतम पानी की टंकी पर चढ़ गए, जिन्हें समझाइश कर नीचे उतर गया और विद्युत फाल्ट से उपजे संकट से अवगत करवाया गया कुछ मोहल्ले में टैंकर से आपूर्ति कर संतुष्ठ किया गया। इधर भाजपा नेता वीरेंद्र जैन और नगर मंडल अध्यक्ष कमलेश गोइन भी दुबारा कार्यालय पहुंचे और शनिवार शाम को 4 बजे बाद ही शहर में पानी की सप्लाई चालू करने के लिए अधिकारियों से चर्चा कर सप्लाई चालू करवाने की बात की। जिससे जनता को काफी राहत मिली। रविवार की जल आपूर्ति को जोड़कर समाचार लिखे जाने तक लगभग सभी मोहल्ले में व्यवधान आने के बाद दो-दो बार पानी की आपूर्ति हो चुकी है जो राहत की बात है। पर अब चिंता की बात यह है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो।
इनका कहना
कर्मचारियों की लापरवाही साफ दिख रही है। समय पर लीकेज दुरुस्त नहीं करने वाले ठेकेदार और विद्युत सप्लाई को समय पर चालू नहीं करने वाले दोषी कर्मचारियों पर सारे मामले की जांच कर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति और लापरवाही फिर नहीं हो ।
- वीरेन्द्र जैन, भाजपा नेता
पाइप लाइन में फाल्ट सुधारने में हुई लेटलतीफी के मामले में ठेकेदार को नोटिस दिया जाएगा। जुर्माना भी लगाया जाएगा,भविष्य में लेटलतीफी न हो विभागीय कार्यवाही की जाएगी। विद्युत विभाग द्वारा भी फाल्ट सुधारने में की गई लेटलतीफी के मामले में भी विद्युत विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा,भविष्य में ऐसी गलती न हो विभाग के बड़े अधिकारियों को भी पत्र लिखा जाएगा,मामला ऊर्जा मंत्री के संज्ञान में डाल दिया है।विभाग नियमित पेयजल आपूर्ति के पूरे प्रयास कर रहा है।आज भी जिन वार्डो में सप्लाई नही हुई थी वहां भी सप्लाई की गई है शेष वार्डो में भी सप्लाई की जाएगी।
- अंकित सारस्वत अधिषासी अभियन्ता रामगंजमंडी
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