प्रेक्टिकल में पे्रजेंट फिर भी कोटा विवि ने सैंकड़ों विद्यार्थियों को मार्कशीट में कर दिया एब्सेंट
विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा विवि, परीक्षा परिणामों में लगातार बरती जा रही खामियां
एमएससी बोटनी, जूलॉजी, मैथ्स थर्ड सेमेस्टर रिजल्ट में खामियां।
कोटा। कोटा विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए एमएससी थर्ड सेमेस्टर बोटनी, जूलॉजी व मैथ्स के परीक्षा परिणाम में सैंकड़ों विद्यार्थियों को प्रेक्टिकल में अनुपस्थित घोषित कर दिया। जबकि, सभी स्टूडेंट्स प्रेक्टिकल में उपस्थित रहे थे। इसके बावजूद पूरी क्लास को एप्सेंट कर देने से यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली फिर से सवालों के घेरे में आ गई। हालात यह हैं, परिणाम देख विद्यार्थी ही नहीं शिक्षक भी चकरा गए। जेडीबी साइंस व गवर्नमेंट साइंस कॉलेजों ने आॅनलाइन पोर्टल व ईमेल के जरिए समय से पहले ही विद्यार्थियों के प्रेक्टिल व सीबीसीएस के नम्बर विवि को भेज दिए थे। जिन्हें रिजल्ट बनाने से पहले जोड़े नहीं गए और आपाधापी में अनियमितापूर्ण परिणाम जारी कर दिया। जिससे सैंकड़ों छात्र-छात्राएं मानसिक अवसाद में आ गए।
जेडीबी में पूरी क्लास को कर दिया एप्सेंट
जेडीबी साइंस कॉलेज से मिली जानकारी के अनुसार, एमएससी बोटनी थर्ड सेमेस्टर में 26 छात्राएं अध्ययनरत हैं। जिन्होंने सत्र दिसम्बर 2023 के मेन पेपर अप्रेल-मई 2024 में दिए थे और जून माह में प्रेक्टिकल करवाकर नम्बर विवि के आॅनलाइन पोर्टल पर गत 28 जून को भेज दिए थे। इसके बाद विवि द्वारा फिर से मांगे जाने पर 8 अक्टूबर को ई-मेल के जरिए प्रेक्टिल मार्क्स की हार्डकॉपी भी विवि को भेज दी थी। इसके बावजूद शनिवार रात जारी हुए परिणाम में कक्षा की सभी छात्राओं को ही अनुपस्थित कर दिया। परिणाम देख छात्राओं के होश उड़ गए।
जूलॉजी, बोटनी व मैथ्स में भी अनुपस्थित
गवर्नमेंट कॉलेज कोटा में एमएससी थर्ड सेमेस्टर जूलॉजी, बोटनी व मैथ्स में भी विद्यार्थियों को परिणाम में अनुपस्थित घोषित कर दिया। जबकि, शिक्षकों का कहना है कि समय से पूर्व ही विवि को प्रेक्टिल, असाइनमेंट व च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के नम्बर भेज दिए थे। इसके बावजूद रिजल्ट बनाने से पहले नम्बर नहीं जोड़े गए और तीनों विषयों के बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं को एप्सेंट कर दिया। हालात यह है, मार्कशीट में किसी को फिश बायोलॉजी-प्रथम व द्वितीय तो किसी को लेब कोर्स में अनुपस्थित दर्शा रखा है।
लगातार छात्रों के भविष्य से खिलवाड़
कोटा विवि द्वारा अब तक जारी किए यूजी व पीजी के विभिन्न सेमेस्टर एग्जाम विवादों से घिरे रहे हैं। शनिवार को जारी हुए एमससी थर्ड समेस्टर के बॉटनी में 19 तो मैथ्स में 70 विद्यार्थियों सहित को अनुपस्थित घोषित कर दिया। स्टूडेंट्स जब शिकायत लेकर विवि जाते हैं तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता। यूनिवर्सिटी द्वारा पीजी प्रथम व थर्ड सेमेस्टर के रिवेल के फॉर्म भी अब तक नहीं निकाले गए। कोटा ही नहीं झालावाड़ व सवाईमाधोपुर के विद्यार्थी भी विवि के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
- आशीष मीणा, निर्वमान छात्रसंघ अध्यक्ष, गवर्नमेंट कॉलेज कोटा
क्या कहते हैं शिक्षक-प्राचार्य
हमने समय पर ही प्रेक्टिकल के नम्बर कोटा विवि को 28 जून को भेज दिए थे। इसके बाद 8 अक्टूबर को फिर से ई-मेल के जरिए हार्डकॉपी भेजी थी। फिर भी विवि प्रशासन ने बच्चों के प्रेक्टिकल में मार्क्स नहीं जोड़े और मार्कशीट में सभी को अनुपस्थित कर दिया। यह गलत है, सोमवार को इस संबंध में कोटा विवि के एग्जाम कंट्रोलर को पत्र भेज सुधार का आग्रह करेंगे।
- प्रो. अजय विक्रम सिंह चंदेल, प्राचार्य जेडीबी कॉलेज
हमने पहले ही सीबीसीएस के नम्बर विश्वविद्यालय को भेज दिए थे। इसके बावजूद उन्होंने नंबर नहीं जोड़े और मार्कशीट में विद्यार्थियों को अपस्थित होते हुए भी अनुपस्थित कर दिया। विवि को पत्र लिख मामले की शिकायत करेंगे और सुधार करवाने को कहेंगे।
- प्रो. अरुण कुमार, प्रोफेसर, गवर्नमेंट साइंस कॉलेज
इनका कहना है
इस संबंध में अभी तक कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। फिर भी मामला दिखवा लिया जाएगा।
- प्रवीण भागर्व, परीक्षा नियंत्रक कोटा विश्वविद्यालय
क्या कहते हैं विद्यार्थी
पांच माह में रिजल्ट आया वह भी त्रुटिपूर्ण
अप्रेल-मई माह में एमएससी थर्ड सेमेस्टर बोटनी के थ्यौरी पेपर हुए थे। इसके बाद जून में कॉलेज ने प्रेक्टिकल करवाकर नम्बर विवि को भेज दिए थे। 5 महीने बाद रिजल्ट जारी किया वह भी त्रुटिपूर्ण, हम 26 छात्राएं हैं और हम सभी को मार्कशीट में अनुपस्थित कर दिया। दिसम्बर में नेट एग्जाम है, आधी-अधूरी मार्कशीट के कारण परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे। विवि को जल्द ही अपनी गलती सुधार मार्कशीट सही करनी चाहिए।
- शिवानी मीणा, छात्रा जेडीबी साइंस कॉलेज
परीक्षा परिणाम में सीबीसीएस में सभी विद्यार्थियों की मार्कशीट में अनुपस्थिति दर्शाई हुई है, जो विश्वविद्यालय प्रशासन की विफलता का प्रतीक है। इंटर्नल में 50 और एक्सटर्नल में 100 नम्बर में योग भी 150 की जगह 100 दे रखा है। अंकतालिका में त्रुटियां है और सभी स्टूडेंट्स के रिजल्ट में फनशनल एनालिसिस पेपर में 1 से 5 नंबर तक दे रखे है, जबकि यह सवाल हम अच्छे से करके आए थे। विवि को परिणाम में सुधार करवाना चाहिए।
- प्रिंस शर्मा, छात्र गवर्नमेंट कॉलेज कोटा
विवि ने हमारा रिजल्ट पहले ही 5 महीने लेट दिया और उसमें भी खामियां बरती गई। जूलॉजी व बॉटनी में किसी विद्यार्थी को 1 तो किसी को 4 नम्बर तक दे रखे हैं, जो संभव नहीं है। असाइनमेंट व वाइवा देने के बाद भी हमें अनुपस्थित कर दिया। हमारा रिजल्ट फिर से सही करवाया जाना चाहिए।
- मनीता कुमारी, छात्रा गवर्नमेंट कॉलेज साइंस
मैथ्स थर्ड सेमेस्टर के परिणाम में बहुत गलतियां हैं। यह पेपर कुल 150 नंबर का था जबकि, विवि ने 100 में से ही विद्यार्थियों को नंबर दिए। वहीं, एनालिसिस के पेपर में करीब 75% बच्चों को फेल कर दिया। इस पेपर में अधिकतर को 1 से 3 नम्बर तक दिए गए हैं। विवि की लापरवाही से हमारा भविष्य अधरझूल में है।
- रोहित कुमार जाटव, छात्र गवर्नमेंट साइंस कॉलेज
हमारे एमएससी थर्ड सेमेस्टर मैथ्स के रिजल्ट में जमकर अनियमिताएं बरती गई हैं। मैं सीबीसीएस में मौजूद था, कॉलेज प्रशासन ने हमारे नम्बर भी भेजे फिर भी मार्कशीट में अनुपस्थित कर दिया। अभी तक हमारे फोर्थ सेमेस्टर के परिणाम भी जारी नहीं हुए। जिसके कारण बीएड में एडमिशन लेने में परेशानी आ रही है।
- अमन गुर्जर, छात्र गवर्नमेंट कॉलेज कोटा
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