बिहार विधानसभा चुनाव : कैमूर की 3 सीटों पर चुनावी समर में पूर्व सांसद के पुत्र, सियासी अखाड़े में अपने प्रतिद्धंदियों से लेंगे लोहा
अजीत सिंह को चुनावी दंगल में उतारा
बिहार के कैमूर जिले की रामगढ़, मोहनिया, चैनपुर और भभुआ सीटों पर दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर है। रामगढ़ में छह बार के सांसद जगतानंद के पुत्र अजीत सिंह और भाजपा के अशोक सिंह मैदान में हैं। मोहनिया, भभुआ में पाला बदलने वाले विधायक भाजपा से चुनावी समर में, चैनपुर में जदयू और राजद के प्रत्याशी भिड़ेंगे।
पटना। बिहार में 11 नवंबर को दूसरे चरण के 122 सीटों पर होने वाले चुनाव में कैमूर जिले की तीन सीटों रामगढ़, मोहनिया (सुरक्षित) और चैनपुर से पूर्व सांसदों के पुत्र सियासी अखाड़े में अपने प्रतिद्धंदियों से लोहा लेते नजर आएंगे।
कैमूर जिले में चार सीटें रामगढ़, मोहनिया (सुरक्षित), चैनपुर और भभुआ है। इनमें रामगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मोहनिया (सुरक्षित) और भभुआ में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और चैनपुर में जनता दल यूनाईटेड (जदयू) का कब्जा है।
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अशोक सिंह चुनावी समर में उतरे हैं। राजद ने यहां पूर्व सांसद जगतानंद के पुत्र और बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह के भाई अजीत सिंह को चुनावी दंगल में उतारा है। वर्ष 2020 के चुनाव में रामगढ़ सीट पर हुये चुनाव में राजद के सुधाकर सिंह ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार अंबिका ङ्क्षसह को पराजित किया था। भाजपा प्रत्याशी अशोक सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे। वर्ष 2024 के लोक सभा चुनाव में बक्सर सीट से सुधाकर सिंह के सांसद बनने के बाद रिक्त हुई रामगढ़ सीट पर हुए उप चुनाव में भाजपा के अशोक सिंह ने जीत दर्ज की थी।रामगढ़ सीट पर जगतानंद सिंह का दबदबा रहा है।वह यहां छह बार लगातार जीत दर्ज कर चुके हैं। वह बक्सर लोकसभा के सांसद भी रहे हैं। रामगढ़ सीट पर छह प्रत्याशी चुनावी दंगल में भाग्य आजमा रहे हैं।
मोहनिया (सुरक्षित) सीट से विधायक संगीता कुमारी पाला बदलकर भाजपा के टिकट पर चुनावी समर में उतरी हैं।राजद ने यहां श्वेता सुमन को चुनावी दंगल में उतारा था, लेकिन उनका नामांकन रद्द हो गया। राजद ने यहां निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व सासंद छेदी पासवान के पुत्र रवि शंकर पासवान को समर्थन दिया है। वर्ष 2020 के चुनाव में राजद की संगीता कुमारी ने भाजपा प्रत्याशी निरंजन राम को पराजित किया था। राजद के टिकट पर चुनाव जीती संगीता कुमारी ने अब भाजपा का दामन थाम लिया है। मोहिनयां (सुरक्षित) से 12 उम्मीदवार चुनावी रणभूमि में उतरे हैं।
भभुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक भरत ङ्क्षबद भी पाला बदलकर भाजपा के खेमे में आ गये हैं। भाजपा ने यहां भरत बिंद को चुनावी अखाड़े में उतार दिया है। राजद ने यहां वीरेंद्र कुशवाहा पर दांव लगाया है। वर्ष 2020 में राजद उम्मीदवार भरत बिंद ने भाजपा की प्रत्याशी रिंकी रानी पांडेय को पराजित किया था। राजद के विधायक अरूण ङ्क्षबद ने अब भाजपा की शरण ले ली है और वह अब यहां पार्टी का कमल खिलाने की कोशिश कर रहे हैं। भभुआ से आठ प्रत्याशी चुनावी दंगल में ताल ठोक रहे हैं।
चैनपुर सीट से जदयू की ओर से अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां चुनावी रण में उतरे हैं। राजद की ओर से पूर्व मंत्री बृजकिशोर बिन्द प्रत्याशी बनाये गए हैं। महागठबंधन के ही घटक दल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के टिकट पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोविन्द बिन्द भी चुनावी अखाड़े में ताल ठोक रहे हैं, जो राजद के उम्मीदवार बृज़किशोर बिंद को चुनौती दे रहे हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने यहां पूर्व सासंद स्व.लालमुनि चौबे के पुत्र हेमंत चौबे को चुनावी अखाड़े में उतार दिया है, जो मुकाबले को रोचक बनाने में लगे हुए हैं। वर्ष 2020 के चुनाव में बसपा उम्मीदवार जमा खान ने भाजपा के बृज किशोर बिंद को चुनावी रणभूमि में मात दी थी। जमा खान ने बाद में बसपा का साथ छोड़ जनता दल यूनाईटेड (जदयू) का दामन थाम लिया था। चैनपुर सीट पर 22 प्रत्याशी चुनावी दंगल में डटे हुए हैं।

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