एमके स्टालिन की लोगों से अपील : जल्दी-जल्दी बच्चे पैदा करो, नहीं तो कम हो जाएगी लोकसभा सीटें; परिसीमन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुद्दे पर भी की बात
सफल परिवार नियोजन पहल की सराहना
अनुच्छेद 170 राज्य विधान सभा परिसीमन के लिए दिशानिर्देश स्थापित करता है, जो जनसंख्या आंकड़ों के आधार पर सीटों का आवंटन निर्धारित करता है।
चेन्नैई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने लोगों से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील की है। यह अपील उन्होंने परिसीमन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुद्दे पर की। स्टालिन का मानना है कि जनसंख्या आधारित परिसीमन से तमिलनाडु की संसदीय सीटें कम हो सकती हैं। इसलिए उन्होंने लोगों से अपनी व्यक्तिगत राय को दरकिनार कर इस अपील पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया। दरअसल एमके स्टालिन नागई जिले के पार्टी सचिव की शादी में शामिल हुए थे। वहां उन्होंने जनसंख्या और परिसीमन के मुद्दे पर बात की।
स्टालिन ने क्या कहा?
स्टालिन ने कहा कि पहले हम कहते थे, सोच समझकर बच्चा पैदा करो। अब हालात बदल गए हैं। अब हमें कहना होगा कि जल्दी बच्चा पैदा करो। हमने परिवार नियोजन को सफलतापूर्वक लागू किया। अब उसी की वजह से हम इस स्थिति का सामना कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने नए शादीशुदा जोड़ों को जल्दी परिवार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से परिसीमन के बाद पर्याप्त राजनीतिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होगा।
जनसंख्या आंकड़ों के आधार पर सीटों का आवंटन: यह प्रक्रिया भारतीय संविधान के अनुच्छेद 82 और 170 के तहत विशिष्ट संवैधानिक प्रावधानों की ओर से निर्देशित होती है। अनुच्छेद 82 के अनुसार, प्रत्येक राष्ट्रीय जनगणना के बाद संसद को लोकसभा क्षेत्रों की सीमाओं और संख्या को फिर से परिभाषित करने के लिए एक परिसीमन अधिनियम बनाना होगा। अनुच्छेद 170 राज्य विधान सभा परिसीमन के लिए दिशानिर्देश स्थापित करता है, जो जनसंख्या आंकड़ों के आधार पर सीटों का आवंटन निर्धारित करता है।
परिसीमन के मुद्दे पर बुलाई सर्वदलीय बैठक
परिसीमन का मुख्य मकसद यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में लगभग समान संख्या में लोग हों। इससे निष्पक्ष प्रतिनिधित्व बना रहता है। जिन राज्यों की जनसंख्या अधिक होती है, उन्हें कम जनसंख्या वाले राज्यों की तुलना में अधिक संसदीय प्रतिनिधि मिलते हैं। यह भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में आनुपातिक प्रतिनिधित्व बनाए रखता है। स्टालिन ने परिसीमन के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए 5 मार्च को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उन्होंने चुनाव आयोग में पंजीकृत 40 राजनीतिक दलों को इस बैठक में आमंत्रित किया है। स्टालिन ने तमिलनाडु पर लटकी तलवार बतायास्टालिन ने इस मुद्दे को तमिलनाडु पर लटकी तलवार बताया है। स्टालिन ने कहा कि वे परिसीमन लागू करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे तमिलनाडु की लोकसभा सीटों की संख्या कम हो जाएगी। मैंने परिसीमन पर हमारे रुख पर चर्चा करने के लिए 5 मार्च को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। चुनाव आयोग में पंजीकृत चालीस दलों को आमंत्रित किया गया है। उनमें से ज्यादातर ने हां कहा है, कुछ इसे छोड़ रहे हैं। लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि यह ऊटङ की समस्या नहीं है, यह पूरे राज्य की समस्या है। मैं सभी से फिर से आग्रह करता हूं कि इस राज्य के कल्याण और इसके अधिकारों के लिए एक साथ खड़े हों।
सफल परिवार नियोजन पहल की सराहना
स्टालिन ने राज्य की सफल परिवार नियोजन पहल की सराहना भी की। लेकिन साथ ही उन्होंने इसके वर्तमान परिणामों के बारे में चिंता भी व्यक्त की। दरअसल परिसीमन भारत में एक संवैधानिक प्रक्रिया है। इसमें संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों की सीमाओं को फिर से निर्धारित किया जाता है। इसका मकसद सभी चुनावी क्षेत्रों में समान जनसंख्या प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना होता है। यह प्रक्रिया तय करती है कि प्रत्येक राज्य को जनसंख्या के आधार पर संसद में कितने प्रतिनिधि मिलेंगे।
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