राहुल-तेजस्वी की रैली चर्चा में : वोटर अधिकार यात्रा में राहुल को इस तरह छूकर निकल गया एक नौजवान
आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल
उन्होंने बिहार में 'वोट चोरी' की बात करते हुए कहा कि विपक्ष शिकायत कर रहा है, लेकिन बीजेपी और चुनाव आयोग की 'साझेदारी' है, इसलिए बीजेपी कुछ नहीं कह रही है।
पटना। लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ रविवार को हुई एक घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बनी रही। दरअसल राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने बिहार के अररिया में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान बाइक रैली निकाल रहे थे। इसी दौरान एक व्यक्ति ने बीच में आकर राहुल गांधी को किस कर दिया। तभी सुरक्षाकर्मी वहां पहुंच गया और उसने उसकी पिटाई कर दी। प्रेस कांफ्रेंस में दोनों नेताओं ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए उसे 'गोदी आयोग' बताया।
आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल : तेजस्वी ने दावा किया कि जमीनी स्तर पर उनकी यात्रा के बाद यह साफ हो गया है कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने कर्नाटक में चुनाव आयोग के सामने फर्जी वोटरों का डेटा रखा था, जिसका जवाब आज तक नहीं मिला। राहुल ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो चुनाव आयोग ने उनसे एफिडेविट मांगा, जबकि अनुराग ठाकुर ने उसी तरह की प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पर उनसे कोई एफिडेविट नहीं मांगा गया। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि चुनाव आयोग किसके साथ खड़ा है। उन्होंने बिहार में 'वोट चोरी' की बात करते हुए कहा कि विपक्ष शिकायत कर रहा है, लेकिन बीजेपी और चुनाव आयोग की 'साझेदारी' है, इसलिए बीजेपी कुछ नहीं कह रही है।

Comment List