Upcoming Week of Stock Market: जीडीपी आंकड़े और एफपीआई के रुख से तय होगी बाजार की चाल
एफपीआई ने 23 फरवरी तक केवल 423 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की, जो जनवरी के स्तर से काफी कम है। हालांकि बाजार का लचीलापन अमेरिका में आकर्षक बांड यील्ड के बावजूद एफपीआई को आक्रामक बिकवाली से रोक रहा है।
मुंबई। विश्व बाजार की तेजी से उत्साहित निवेशकों की लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह करीब एक प्रतिशत मजबूत रहे सेंसेक्स और निफ्टी की चाल अगले सप्ताह चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी), जीएसटी, आईआईपी और पीएमआई आंकड़े के साथ ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के रुख से तय होगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 716.16 अंक अर्थात 0.99 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 73142.80 अंक हो गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 172 अंक यानी 0.8 प्रतिशत उछलकर 22212.80 अंक पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी कंपनियों में भी लिवाली का जोर रहा। बीएसई का मिडकैप मामूली बढ़त के साथ सप्ताहांत पर 39934.21 अंक पर सपाट रहा। वहीं, स्मॉलकैप 374.17 अंक अर्थात 0.82 प्रतिशत की तेजी के साथ 46033.47 अंक पर पहुंच गया।
विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह वित्त वर्ष 2023-24 की दिसंबर में समाप्त हुई तीसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़े आने वाले हैं। साथ ही वस्तु एवं सेवा कर, औद्योगिक उत्पादन के साथ ही विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के पीएमआई आंकड़े जारी होने वाले है। इन आंकड़ों का अगले सप्ताह बाजार की चाल निर्धारित करने में अहम भूमिका होगी।
वित्तीय एवं निवेश सलाह देने वाली कंपनी जीओजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी. के. विजयकुमार ने कहा कि हाल ही में एफपीआई की प्रवृत्ति की एक दिलचस्प विशेषता देखने को मिली कि अमेरिका में दस वर्ष के बांड यील्ड में तेजी के बावजूद एफपीआई इक्विटी का निवेश प्रवाह में कमी आई है। आम तौर पर जब अमेरिका में 10-वर्षीय बांड की यील्ड 4.15 प्रतिशत से ऊपर बढ़ जाती है तो एफपीआई भारी बिकवाली करते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। हालांकि डीआईआई, एचएनआई और खुदरा निवेशक अब प्रमुख निवेशक हैं और उनकी निरंतर खरीददारी बाजार को नए रिकॉर्ड तक पहुंचा रही है।
एफपीआई ने 23 फरवरी तक केवल 423 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की, जो जनवरी के स्तर से काफी कम है। हालांकि बाजार का लचीलापन अमेरिका में आकर्षक बांड यील्ड के बावजूद एफपीआई को आक्रामक बिकवाली से रोक रहा है।
Comment List