खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स : तीरन्दाज अंशिका ने बताया अपनी जीत का फार्मूला, कहा- तनाव को हंसी में उड़ा दो, वर्तमान पर फोकस करो
यही मुस्कान उनके लिए सोने का तीर बन गई
जयपुर में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के दौरान लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की अंशिका कुमारी ने रिकर्व तीरंदाजी में शानदार वापसी करते हुए स्वर्ण पदक जीता। दूसरे सेट में खराब प्रदर्शन के बावजूद उन्होंने मुस्कुराते हुए खुद को संभाला और अगले सेट जीत लिए। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभरती अंशिका का लक्ष्य अब एशियन गेम्स में भारतीय टीम में जगह बनाकर पदक जीतना है।
जयपुर। फाइनल के एक सेट में बेहद खराब शूटिंग, सामान्यत: कोई भी तीरंदाज इसका दबाव झेल नहीं पाता, लेकिन लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की 23 वर्षीय अंशिका कुमारी इसके बाद भी मुस्कुराती रहीं।
यही मुस्कान उनके लिए सोने का तीर बन गई। जगतपुरा शूटिंग रेंज पर महिलाओं की रिकर्व तीरन्दाजी के फाइनल सृष्टि जायसवाल के खिलाफ अंशिका का दूसरा सेट बिगड़ गया। अंशिका ने शांत भाव में कोच से मशविरा किया, मुस्कुराते हुए खुद को पॉजिटिव रखा। नतीजा यह रहा कि अगले दो सेट उन्होंने आसान अंदाज में जीतकर खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया।
साई मीडिया से बातचीत में अंशिका ने कहा- मैं हर हार के बाद हंस देती हूं, सोचती हूं, चलो ये मैच भी नहीं था मेरा, अब अगले पर ध्यान देते हैं। असल में बात यही है कि वर्तमान पर ध्यान रखो, एक-एक तीर को जीयो और तनाव को हंसी में उड़ा दो। आज यही किया और जीत मिली। अंशिका ने स्कूली स्तर पर तीरन्दाजी की शुरुआत की और नेशनल्स में केन्द्रीय विद्यालय की पहली गोल्ड मेडलिस्ट बनी। फिर एसएआईएल और एसएआई एकेडमी कोलकाता में अपने खेल को निखारा। मौजूदा साल अंशिका के लिए शानदार रहा। वे नेशनल टीम में चुनी गईं और तीनों वर्ल्ड कप में उतरीं। अंशिका ने कहा, हार ने मुझे तकनीकी तौर पर मजबूत बनाया। अंशिका ने कहा कि अब उनका लक्ष्य अगले साल होने वाले एशियन गेम्स के लिए भारतीय दल में जगह बनाना और फिर देश के लिए पदक जीतना है।

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