खिलाड़ियों और कोचों को 29 अगस्त को खेल दिवस पर मिलेगा 7 साल से रुका सम्मान, खेल परिषद ने मांगे महाराणा प्रताप और वशिष्ठ अवार्ड के लिए आवेदन
260 खिलाड़ी और 105 कोच कर चुके हैं आवेदन
राजस्थान के खिलाड़ियों को लंबे इंतजार के बाद आखिरकार उनका हक मिलने जा रहा है।
जयपुर। राजस्थान के खिलाड़ियों को लंबे इंतजार के बाद आखिरकार उनका हक मिलने जा रहा है। सात वर्षों से राजस्थान खेल परिषद की फाइलों में अटके राज्य स्तरीय सम्मान अब 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पर प्रदान किए जा सकते हैं। इसके लिए खेल परिषद ने बदले नियमों के साथ महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ठ पुरस्कारों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। परिषद के सचिव राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि सभी जिला खेल अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने जिले से अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले योग्य खिलाड़ियों और कोचों के आवेदन शीघ्र परिषद को भेजें। आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई है।
अब तक 260 खिलाड़ी और 105 कोच कर चुके हैं आवेदन : 2018 के बाद से अब तक 260 खिलाड़ी और 105 प्रशिक्षक इन पुरस्कारों के लिए आवेदन कर चुके हैं। पिछले दो साल से आवेदन नहीं मांगे गए थे।
नियमों में किए गए प्रमुख संशोधन :
- पुरस्कारों का चयन पिछले चार वर्षों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की उपलब्धियों के आधार पर किया जाएगा।
- पात्रता में केवल वही खिलाड़ी मान्य होंगे जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीता हो, उसमें भाग लिया हो, या राष्ट्रीय खेलों में पदक प्राप्त किया हो।
- किसी खेल की सामान्य राष्ट्रीय प्रतियोगिता को अब पात्रता सूची से बाहर कर दिया है।
- खिलाड़ी का राजस्थान का मूल निवासी होना अनिवार्य है।
- वशिष्ठ पुरस्कार के लिए खिलाड़ी केवल एक ही कोच को नामांकित कर सकेगा। एक से अधिक कोच के नामांकन की स्थिति में दोनों ही अयोग्य माने जाएंगे।
- एक बार नामांकन के बाद कोच के नाम में कोई परिवर्तन मान्य नहीं होगा।
- हर वर्ष 5 खिलाड़ी (3 सामान्य, 2 पैरा) और 5 कोच को ही यह पुरस्कार दिया जाएगा।
चयन समितियों में भी हुए बदलाव :
- महाराणा प्रताप पुरस्कार की चयन समिति में अब खेल प्रशासक के स्थान पर द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता को शामिल किया गया है।
- समिति की अध्यक्षता खेल परिषद अध्यक्ष करेंगे, अन्य सदस्यों में शासन उप सचिव (खेल), एक अर्जुन अवार्डी, एक द्रोणाचार्य अवार्डी और परिषद सचिव होंगे।
- गुरु वशिष्ठ पुरस्कार के लिए समिति का नेतृत्व खेलमंत्री करेंगे। अन्य सदस्य होंगे खेल सचिव, एक अर्जुन अवार्डी, एक द्रोणाचार्य अवार्डी और खेल परिषद सचिव।
खेलमंत्री की पहल से मिली रफ्तार :
खेलमंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की पहल से दो महीनों में संशोधित नियम तैयार कर आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई। परिषद सूत्रों के अनुसार खेलमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि चयन प्रक्रिया को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाए ताकि 29 अगस्त को पुरस्कार प्रदान किए जा सकें।
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