श्वेत नस्ल के प्रति ट्रम्प की उदारता का सबूत, दक्षिण अफ्रीका में नस्लीय भेदभाव पीड़ित श्वेत शरणार्थियों को शरण देगा अमेरिका 

लोगों को शरण देने के लिए अहम कदम उठाया है

श्वेत नस्ल के प्रति ट्रम्प की उदारता का सबूत, दक्षिण अफ्रीका में नस्लीय भेदभाव पीड़ित श्वेत शरणार्थियों को शरण देगा अमेरिका 

दुनिया के आव्रजकों को अमेरिका आने देने के सख्त विरोधी हैं, वहीं उनका यह कदम असाधारण है। यह उनके श्वेत नस्ल के प्रति उदारता को भी साबित करता है। 

वाशिंगटन। दक्षिण अफ्रीका में नस्लीय उत्पीड़न के शिकार श्वेत लोगों को ट्रंप प्रशासन अमेरिका में शरण देगा। अगले सप्ताह दो दर्जन से अधिक श्वेत लोग अमेरिका पहुंचेंगे, जिनका एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल डलेस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत करेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने दक्षिण अफ्रीका के श्वेत लोगों को शरण देने के लिए अहम कदम उठाया है। इसके तहत ट्रंप प्रशासन अगले सप्ताह दक्षिण अफ्रीका से दो दर्जन से अधिक श्वेत लोगों को अमेरिका बुलाकर शरण देगा। इसके पीछे का कारण दक्षिण अफ्रीका में श्वेत शरणार्थियों का नस्लीय उत्पीड़न है। ट्रंप प्रशासन के इस फैसले को इसलिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसने अधिकांश शरणार्थी पुनर्वास कार्यक्रमों को निलंबित किया हुआ है। यह जानकारी कुछ सरकारी अधिकारियों और दस्तावेजों से मिली है। ट्रम्प जबकि दुनिया के आव्रजकों को अमेरिका आने देने के सख्त विरोधी हैं, वहीं उनका यह कदम असाधारण है। यह उनके श्वेत नस्ल के प्रति उदारता को भी साबित करता है। 

एक सरकारी दस्तावेज के अनुसार, पहले अफ्रीकन शरणार्थी वाशिंगटन के पास डलेस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। वहां पर एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल द्वारा उनका स्वागत किया जाएगा। इस प्रतिनिधिमंडल में राज्य के उप सचिव, स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे। मानव सेवा विभाग ने ही अपने शरणार्थी पुनर्वास कार्यालय के तहत अफ्रीकी शरणार्थियों के पुनर्वास का आयोजन किया है। 
व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ आॅफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने इस संबंध में पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि अफ्रीकन शरणार्थियों की यह उड़ान बहुत बड़े पैमाने पर शरणार्थी पुनर्वास अभियान की पहली उड़ान होगी।

दक्षिण अफ्रीका में जो नस्ल आधारित उत्पीड़न हो रहा है, यही वजह है कि श्वेतों को अमेरिका में शरण दी जा रही है। 
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फरवरी में आदेश दिया था कि अमेरिका के शरणार्थी कार्यक्रमों की समीक्षा की जाए, जिसके बाद से राज्य विभाग के शरणार्थी कार्यक्रमों को रोक दिया गया है। ट्रंप के इस आदेश के तहत अफगानिस्तान, इराक, अफ्रीका के बहुत से देश और लैटिन अमेरिका से आने वाले शरणार्थियों पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, इसके साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश भी दिया। इस आदेश में कहा गया कि अपने देश में नस्लीय भेदभाव का दावा करने वाले श्वेत दक्षिण अफ्रीकी लोगों को प्राथमिकता दी जाए। 

स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि अमेरिकी दूतावास दक्षिण अफ्रीका गणराज्य की गंभीर कार्रवाइयों को संबोधित करने के राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकारी आदेश के अनुसार साक्षात्कार और प्रसंस्करण कर रहा है। स्टेट डिपार्टमेंट दक्षिण अफ्रीका में अफ्रीकनर्स के अमेरिकी शरणार्थी पुनर्वास के लिए विचार को प्राथमिकता दे रहा है, जो अन्यायपूर्ण नस्लीय भेदभाव के शिकार हैं। 

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